बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) द्वारा चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए घोषित 15 सदस्यीय स्क्वॉड में अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज लिटन दास को शामिल न किए जाने पर विवाद बढ़ रहा है। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर बासित अली ने इसे लिटन के साथ ‘धार्मिक भेदभाव’ बताया। बासित ने कहा, “लिटन को किस आधार पर बाहर किया गया है? उन्होंने हाल ही में शतक मारा था। लेकिन सिर्फ इसलिए हटाया गया क्योंकि वह गैर-मुस्लिम हैं। यह लिटन के साथ बहुत बड़ी ज्यादती है।”
54 वर्षीय बासित ने यह भी कहा कि लिटन दास के बिना बांग्लादेश की टीम अधूरी है। उन्होंने बीसीबी के अध्यक्ष से इस फैसले पर सवाल उठाने की बात कही। बासित के आरोपों ने बांग्लादेश क्रिकेट में धार्मिक भेदभाव के मुद्दे को फिर से चर्चा में ला दिया है।
बता दें कि लिटन दास ने हाल ही में बांग्लादेश प्रीमियर लीग में 55 गेंदों में 125 रन की तूफानी पारी खेली थी। लिटन ने चुपचाप अपनी निराशा जताते हुए कहा कि चयनकर्ताओं के फैसले का सम्मान करते हैं और भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करेंगे।