नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर अभी भी लोगों के बीच असमंजस है और यही वजह है कि इसको लेकर देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी लोगों के बीच इस नए संशोधित कानून को लेकर जारूकता फैलाने का काम कर रही है। इसको लेकर कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। जिसमें लोगों को CAA के बारे में विस्तार से समझाया जा रहा है।
मगर NDTV को बीजेपी का इस तरह से लोगों के बीच जा-जाकर नागरिकता संशोधन कानून के बारे में समझाना रास नहीं आ रहा है। इसी कड़ी में जब मुंबई में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन को लेकर प्रोग्राम किया गया और उसमें स्कूल के छात्रों को ले जाया गया तो NDTV ने इस पर सवाल खड़े कर दिए। NDTV के पत्रकार सोहित राकेश मिश्रा ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि स्कूल में छात्रों को नागरिकता कानून के बारे में बताना राजनीति है, क्योंकि इसे अभी तक बड़े लोग नहीं समझ सके हैं।
BJP नेता किरीट सोमैया का NDTV को अजीबो-गरीब जवाब#KiritSomaiya #BJP pic.twitter.com/TZxqFJ26HN
— NDTV Videos (@ndtvvideos) January 13, 2020
उन्होंने बीजेपी नेता किरीट सोमैया से सवाल करते हुए कहा कि क्या आपको नहीं लगता है कि जब बड़े लोग इस कानून को नहीं समझ पा रहे हैं तो फिर बच्चों को इसके बारे में बताना गंदी राजनीति है। हालाँकि, किरीट सोमैया ने इनके बेतुके सा सवाल का जवाब देना मुनासिब नहीं समझा और कहा कि उन्होंने पहले ही इसके बारे में बता दिया है। NDTV के पत्रकार का कहना है कि चूँकि बड़े लोग इसे समझ नहीं पा रहे हैं, इसलिए स्कूल के छात्रों को इसके बारे में बताना गलत है।
इस दौरान NDTV के पत्रकार ने आदित्य ठाकरे के ट्वीट का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि अगर आपको छात्रों से बात करना है तो पर्यावरण पर बात कीजिए, हेलमेट पर बात कीजिए, प्लास्टिक का इस्तेमाल कैसे करें… इस पर बात करें। CAA पर बात करके आप राजनीति कर रहे हैं।
Its unfortunate Thackeray Sarkar issued Notice to Dayanand School of Mumbai for education program on #CAA , CAA passed by Parliament. President gave assent. Implementation started now. We condemn Maharashtra’s Shivsena NCP Congress Govt action @BJP4Maharashtra @BJP4India pic.twitter.com/gNz7b59EHv
— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) January 13, 2020
यानी कि NDTV के पत्रकार के मुताबिक नए संशोधित कानून के बारे में बात करना, जागरूकता फैलाना राजनीति है। शायद उन्हें ये डर सता रही होगी कि यदि लोगों को CAA के बारे में सही-सही जानकारी मिल जाएगी तो फिर वो अपना प्रोपेगेंडा कैसे फैलाएँगे? वहीं मुंबई की उद्धव ठाकरे की सरकार ने CAA प्रोग्राम को लेकर स्कूल के खिलाफ नोटिस भेज दिया है।