मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा ने अपने 21 सांसदों को चुनाव लड़ाया था, जिनमें से 12 जीत कर आए हैं। अब इन सभी से इस्तीफा ले लिया गया है। बुधवार (6 दिसंबर, 2023) को पार्टी ने ये फैसला लिया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष JP नड्डा ने इन सभी सांसदों के साथ बैठक की, फिर उनके साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मिलने पहुँचे। उनकी मौजूदगी में सभी सांसदों ने स्पीकर को इस्तीफा सौंपा। इसके साथ ही केंद्रीय कैबिनेट से 3 मंत्री भी कम हो गए हैं।
राजस्थान से जिन सांसदों ने इस्तीफा दिया है, वो हैं – जयपुर (ग्रामीण) के राज्यवर्धन सिंह राठौड़, राजसमंद से दीया कुमारी, अलवर से बाबा बालकनाथ और राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा। मध्य प्रदेश से जिन सांसदों ने इस्तीफा दिया है, वो हैं – मोरेना से नरेंद्र सिंह तोमर, दमोह से प्रह्लाद पटेल, जबलपुर से राकेश सिंह, सीधी से रीति पाठक और नर्मदापुरम से उदय प्रताप सिंह। छत्तीसगढ़ से इन सांसदों ने इस्तीफा दिया – रायगढ़ से गोमती साईं, बिलासपुर से अरुण साव और सुरगुजा से रेणुका सिंह।
इस तरह राजस्थान से 4, मध्य प्रदेश से 5 और छत्तीसगढ़ से 3 सांसदों ने इस्तीफा दिया। राठौड़ ने झोटवाड़ा, दीया ने विद्याधर नगर, बालकनाथ ने तिजारा, मीणा ने सवाई माधोपुर, तोमर ने दिमनी, पटेल ने नरसिंहपुर, राकेश ने जबलपुर पश्चिम, पाठक ने सीधी, उदय प्रताप ने गाडरवारा, साईं ने पथलगाँव, साव ने लोरमी और रेणुका ने भरतपुर-सोनहत से जीत दर्ज की है। मध्य प्रदेश में भाजपा ने 163, राजस्थान में 115 और छत्तीसगढ़ में 54 सीटें अपने नाम की हैं। महंत बालकनाथ योगी ने अभी इस्तीफा नहीं दिया है, लेकिन चर्चा है कि वो भी इस्तीफा दे देंगे।
विधानसभा चुनाव जीते सांसदों ने लोकसभा से इस्तीफ़ा दिया, पार्टी ने सबके लिये कुछ ना कुछ सोच रखा है मगर क्या ? बूझो तो जानें #MPElection2023 pic.twitter.com/ladJwuLXCu
— Brajesh Rajput (@brajeshabpnews) December 6, 2023
भाजपा के कई सांसद चुनाव हार भी गए। राजस्थान में भगीरथ चौधरी (सांसद अजमेर से, चुनाव हारे किशनगढ़ से), नरेंद्र खीचड़ (लोकसभा सांसद झुंझनूँ से, हारे मंडावा विधानसभा क्षेत्र से) और देवजी पटेल (सांसद जालौर से, चुनाव हारे सांचौर से) चुनाव है गए। मध्य प्रदेश में मंडला से सांसद सिंह कुलस्ते जिन्हें निवास से लड़ाया गया था और सतना के गणेश सिंह चुनाव हार गए। इसी तरह छत्तीसगढ़ में विजय बघेल हार गए। उन्हें दुर्ग से लड़ाया गया था, जबकि वो पाटन से सांसद थे।