लोकसभा चुनाव 2024 का रण अब समाप्ति की ओर है। 1 जून 2024 को सातवें चरण का मतदान होगा और 4 जून को नतीजे आ जाएँगे। इस लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान थम चुका है। इस चुनाव प्रचार अभियान की अगुवाई की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने। पूरे चुनाव में वो देश भर की यात्रा करते रहे, जनसभाओं को संबोधित करते रहे। रोड शो करते रहे और मीडियो को इंटरव्यू देते रहे। पूरे चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर तरफ छाए रहे। उन्हें कोई नेता चुनौती नहीं दे पाया।
वहीं, विपक्ष के लिए सबसे बड़े नेता के तौर पर राहुल गाँधी रैलियों, जनसभाओं के मामले में आधे पर भी नहीं पहुँचे, तो मीडिया को इंटरव्यू देने के मामले में कहीं भी पीएम मोदी की बराबरी नहीं करते दिखे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रैलियों में पीछे छोड़ने वाले उनके सहयोगी और देश के गृहमंत्री अमित शाह का नाम है, जिन्होंने पीएम मोदी से ज्यादा रैलियों, जनसभाओं को संबोधित किया। हालाँकि रोड शो और मीडिया इंटरव्यू में वो भी पीछे रह गए।
आखिरी दिन सभी नेताओं ने झोंकी पूरी ताकत
लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा होने के साथ ही चुनाव प्रचार गुरुवार (30 मई 2024) को थम गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब के होशियारपुर में अपनी आखिरी रैली की और वो अब तमिलनाडु के रामेश्वरम में ध्यान लगा रहे हैं। पीएम मोदी के अलावा राहुल गाँधी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, कॉन्ग्रेस की नेता प्रियंका गाँधी जैसे बड़े नेताओं ने आखिरी दिन जनसभाओं, रैलियों में हिस्सा लिया। ममता बनर्जी ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन कोलकाता में 8 किमी लंबी पदयात्रा की।
बता दें कि लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण में 1 जून को मतदान होना है। देश के 8 राज्यों और चंडीगढ़ केंद्र शासित प्रदेश को मिलाकर कुल 57 सीटों पर मतदान होना है। इसी चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाराणसी सीट भी है, तो योगी आदित्यनाथ का गढ़ गोरखपुर भी। चंडीगढ़ और पंजाब के साथ ही बिहार और अन्य राज्यों में भी मतदान होना है।
रैलियों, जनसभाओं में पीएम मोदी ने मारी बाजी
लोकसभा चुनाव 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुल 206 सार्वजनिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 80 मीडिया इंटरव्यू भी दिए हैं। पिछली बार साल 2019 के चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 68 दिनों में 145 सार्वजनिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था, लेकिन इस बार उन्होंने 75 दिनों में 206 सार्वजनिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया है।
लोकसभा चुनाव 2024 के सात चरणों वाले लंबे-चौड़े चुनावी कार्यक्रम के दौरान दिग्गजों ने खूब जोर लगाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद अमित शाह ने कुल 188 रैलियाँ, रोड शो में हिस्सा लिया। गृह मंत्री अमित शाह द्वारा पार्टी के चुनावी कार्यक्रम भी इसमें जोड़ लिए जाएँ तो संख्या 221 तक पहुँच जाती है। गृह मंत्री अमित शाह ने पूरे चुनाव में हवाई मार्ग और सड़क मार्ग से 1 लाख 10 हजार किलोमीटर की दूरी कवर की। कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी ने 107 रैलियाँ और रोड शो किए तो अखिलेश यादव ने 69 रैलियों और 4 रोड शो में हिस्सा लिया। वहीं, ममता बनर्जी ने 61 रैलियों, रोड शो और पदयात्राओं में हिस्सा लिया।
बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दो अप्रैल 2024 से 30 मई 2024 तक 23 राज्यों और चार केंद्र शासित राज्यों का दौरा किया। उन्होंने 125 लोकसभा सीटों पर प्रचार किया और 134 चुनावी सभा और रोड शो किए। जेपी नड्डा ने चुनाव में कुल 85,957 किलोमीटर की यात्रा की। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी खूब सक्रिय रहे और उन्होंने कुल 101 चुनावी कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। उन्होंने 94 रैलियाँ की और सात रोड शो किए।
कॉन्ग्रेस की बात करें तो राहुल गाँधी, प्रियंका गाँधी वाड्रा और मल्लिकार्जुन खड़गे भी खूब सक्रिय दिए। सबसे ज्यादा सक्रियता प्रियंका गाँधी की रही, जिन्होंने 140 से ज़्यादा रैलियाँ और रोड शो किए। इस दौरान उन्होंने मीडिया से 100 बार बातचीत की। वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे ने 100 से ज़्यादा रैलियाँ, 20 से ज़्यादा प्रेस कॉन्फ्रेंस और 50 से ज़्यादा इंटरव्यू दिए। हालाँकि बिहार के नेता सभी से आगे निकल गए। बिहार में तेजस्वी यादव ने 6 अप्रैल से कुल 251 जनसभाओं को संबोधित किया, तो बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने 551 छोटी-बड़ी जनसभाओं को संबोधित किया।