नागरिकता संशोधन कानून के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में जामिया मिलिया इस्लामिया के एक छात्र को चोट लगी। रिपोर्ट के अनुसार उसके एक आँख की रोशनी चली गई है। इसके बाद आम आदमी पार्टी के विधायक और वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष अमानतुल्लाह खान ने घायल लड़के मिन्हाजुद्दीन को 5 लाख रुपए का चेक दिया और वक्फ बोर्ड में लीगल असिसटेंट के पद पर नौकरी देने का ऐलान भी किया।
दंगों में घायल हुए 26 वर्षीय छात्र का नाम मिन्हाजुद्दीन है। यह जामिया में एलएलएम के फाईनल ईयर का छात्र है। वक्फ बोर्ड के अध्यक्षऔर AAP विधायक ने खुद उससे उसके घर जाकर मुलाकात की। यहाँ अमानतुल्लाह खान ने मिन्हाजुद्दीन को आर्थिक सहायता देने के लिए 5 लाख रुपए का चेक सौंपा और साथ ही उसे जॉब का ऑफर लेटर दिया।
हालाँकि, विश्वविद्यालय की कुलपति नज्मा अख्तर पहले ही इस बात का ऐलान कर चुकी हैं कि प्रदर्शन के दौरान घायल छात्रों के इलाज का खर्चा विश्वविद्यालय उठाएगा, लेकिन उसके बाद भी अमानतुल्लाह की ओर से मिन्हाजुद्दीन को मदद पहुँचाना केजरीवाल सरकार की नीयत पर सवाल खड़ा कर रहा है… सोशल मीडिया पर इस ऐलान के बाद अमानतुल्लाह समेत पूरी AAP सरकार को घेरा जा रहा है।
Mohd. Minhajuddin pelted stones on school buses, burnt public property & created mayhem in Jamia Nagar & adjacent areas on 14 Dec 2019. He was arrested by police.
— Rahul Kaushik (@kaushkrahul) December 21, 2019
Now, Kejriwal govt controlled Waqf Board has offered him a GOVT JOB & Rs 5 LAKH REWARD.
Just Wow! pic.twitter.com/N0vN3LmTwb
सोशल मीडिया पर विधायक अमानतुल्लाह के इस कदम पर लोग सवाल उठ रहे हैं। लोग इसे राष्ट्रविरोधी कदम बता रहे हैं और पूछ रहे हैं कि केजरीवाल सरकार की यह कैसी नीति है?
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