महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ ‘रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क’ के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी ने आपराधिक मामला दायर किया था। इस ‘रिट पेटिशन’ पर सुनवाई के दौरान उद्धव ठाकरे की सरकार की तरफ से कॉन्ग्रेस नेता कपिल सिब्बल बतौर अधिवक्ता हिस्सा लेंगे। महाराष्ट्र की उद्धव सरकार का कोर्ट में प्रतिनिधित्व करने के लिए कपिल सिब्बल को 10 लाख रुपए और वकील राहुल चिंटिस को 1.5 लाख रुपए प्रति सुनवाई दिए जाने का निर्णय लिया गया है।
महाराष्ट्र की ‘महा विकास अघाड़ी’ सरकार के गृह मंत्रालय ने इस मामले में वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल की फी के लिए फंड्स जारी करने के लिए आदेश भी दे दिया है। इसमें बताया गया है कि प्रत्येक सुनवाई के दौरान कपिल सिब्बल को 10 लाख रुपए बतौर पेमेंट दिए जाएँगे। सुनवाई और सुनवाई पूर्व होने वाले विमर्श के लिए ये रुपए दिए जाएँगे। ये मामला पालघर में हुई 2 संतों की हत्या से जुड़ा हुआ है।
अर्नब गोस्वामी ने उस दौरान न सिर्फ महाराष्ट्र सरकार, बल्कि कॉन्ग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी की चुप्पी पर भी सवाल खड़े किए थे। इसके बाद उनके खिलाफ महाराष्ट् सहित देश भर में दर्जनों FIR किए गए थे। तब उन्होंने कोर्ट में याचिका दायर की थी। अर्नब गोस्वामी ने अपने शो में सोनिया गाँधी को ‘अंतोनिया माइनो’ कह कर बुलाया था, जिसके बाद उग्र कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनकी कार पर हमला भी किया था।
#MVA appoints @KapilSibal to fight legal battle against #ArnabGoswami
— Smita Deshmukh (@smitadeshmukh) October 21, 2020
Sibal will be paid Rs 10 lakh per hearing.
But govt doesn’t have money to give to the farmers, right? They want Fadnavis to ask Centre for help, na? But has fund to give Sibal to muzzle media? #BestCMEver pic.twitter.com/VUOV0t4bVb
अर्नब गोस्वामी के साथ 11 घंटे तक पूछताछ भी हुई थी। इसके बाद बांद्रा में मजदूरों के जुटने के बाद भी अर्नब ने सवाल उठाए थे, तब उनके खिलाफ फिर से FIR दर्ज की गई। नवीं मुंबई में ‘रिपब्लिक’ के एक पत्रकार को हिरासत में लेने का आरोप भी महाराष्ट्र पुलिस पर लगा था। हाल ही में आरोप लगा कि चैनल के एक अन्य पत्रकार प्रदीप भंडारी को भी मुंबई पुलिस ने अवैध रूप से हिरासत में लेने की कोशिश की थी।
इधर महाराष्ट्र में ‘रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क’ और लोकप्रिय पत्रकार अर्नब गोस्वामी के खिलाफ बड़ी साजिश किए जाने का खुलासा हुआ है। शरद पवार की NCP के प्रवक्ता और महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार में अल्पसंख्यक विकास मंत्री नवाब मलिक का एक स्टिंग सामने आया है, जिसमें वो भविष्यवाणी करते दिख रहे हैं कि TRP स्कैम मामले से अर्नब गोस्वामी इतने हताश हो जाएँगे कि अंत में उन्हें आत्महत्या करनी पड़ेगी।