Friday, November 15, 2024
Homeबड़ी ख़बरVIDEO: 'तुम्हारे बाप की मौत में आया था' आज़म ख़ान ने अब पत्रकारों से...

VIDEO: ‘तुम्हारे बाप की मौत में आया था’ आज़म ख़ान ने अब पत्रकारों से की बदसलूकी

"आपके वालिद की मौत में आया था, आपके वालिद मर गए हैं उसमें आया था।" आज़म ख़ान ने इस बार विवादित बयान देने और बदसलूकी करने का नया रिकॉर्ड बनाने की ठान ली है।

आज़म ख़ान ने इस बार विवादित बयान देने और बदसलूकी करने का नया रिकॉर्ड बनाने की ठान ली है। अब उन्होंने पत्रकारों से भी दुर्व्यवहार किया है। अभिनेत्री जयाप्रदा को लेकर ‘खाकी अंडरवियर’ वाला महिलाविरोधी बयान देने के बाद आज़म ने डीएम से मायावती की जूती साफ़ करवाने की बात कही। इसके बाद अब उन्होंने एक पत्रकार से बदसलूकी करते हुए कहा, “आपके वालिद की मौत में आया था, आपके वालिद मर गए हैं उसमें आया था।” आज़म ख़ान ने उक्त विवादित बयान विदिशा में दिया। मध्य प्रदेश के विदिशा में दिवंगत सांसद मुनव्वर सलीम के अंतिम क्रिया-कर्म से लौटते वक़्त आज़म ने ऐसा कहा। जयाप्रदा के बारे में सवाल पूछने पर आज़म ख़ान भड़क गए।

बता दें कि विदिशा निवासी मुनव्वर सलीम समाजवादी पार्टी के राज्य सभा सांसद थे। उन्हें उत्तर प्रदेश से राज्य सभा के लिए चुना गया था। चौधरी मुनव्वर सलीम को 2012 में राज्य सभा भेजकर तत्कालीन सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने मध्य प्रदेश में मुस्लिम मतों को साधने की कोशिश की थी। 2009 आम चुनाव में विदिशा में सुषमा स्वराज से 3.89 लाख से भी अधिक वोटों से चुनाव हार चुके सलीम मध्य प्रदेश में सपा के लिए मुस्लिमों का चेहरा बनकर उभरे थे। उन्होंने विदिशा से ही 2004 में शिवराज सिंह चौहान के ख़िलाफ़ भी चुनाव लड़ा थे लेकिन वो तीसरे नंबर पर रहे थे। 66 वर्षीय सलीम का रविवार (अप्रैल 13, 2019) को लम्बी बीमारी के बाद निधन हो गया। 8 भाई-बहनों में सबसे बड़े सलीम आज़म ख़ान के क़रीबी थे।

आज़म ख़ान ने सलीम के अंतिम संस्कार से लौटते समय पत्रकारों का अपमान किया। उन्होंने पत्रकारों के सवालों का जवाब देने से भी साफ़ इनकार कर दिया और फिर वहाँ से चल निकले। बता दें कि उनके विवादित बयान के लिए आज़म ख़ान के ख़िलाफ़ FIR भी दर्ज कर ली गई है। महिला आयोग ने भी उन्हें नोटिस भेजा है। उनके इस बयान को घिनौना बताते हुए महिला आयोग की अध्यक्षा रेखा शर्मा ने कहा था कि वो निर्वाचन आयोग से अनुरोध करेंगी कि उन्हें चुनाव लड़ने से रोका जाए। सपा नेता अपर्णा यादव, कॉन्ग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी और केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उनके बयानों की निंदा की है। हैरत यह कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज़म ख़ान का बचाव किया है।

आज़म ख़ान पर पलटवार करते हुए जयाप्रदा ने कहा:

“मेरे लिए ये कोई नई बात नहीं है। मैं साल 2009 में उन्हीं की पार्टी से प्रत्याशी थी। उस समय भी ऐसी टिप्पणी की गई थी। आज़म खान को आदत है। अगर ऐसी टिप्पणी नहीं करते हैं तो नई बात होगी। हम लोग इसे रिपीट नहीं कर सकते है। वो मेरे लिए भाई नहीं हैं। पता नहीं मैंने क्या बोल दिया कि वो ऐसी टिप्पणी कर रहे। मैं चाहती हूँ कि आज़म ख़ान का चुनाव रद्द होना चाहिए। क्योंकि अगर ये चुनाव जीत गए तो फिर लोकतंत्र का क्‍या होगा। क्या मैं मर जाऊँ? अगर आप लोग सोच रहे होंगे कि मैं रामपुर से चली जाऊँगी तो मैं कहना चाहती हूँ कि मैं नहीं जाऊँगी और डटकर चुनाव लड़ूँगी।”

वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज़म ख़ान द्वारा जयाप्रदा पर आपत्तिजनक टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि उन्होंने आज़म ख़ान जैसे लोगों के लिए ही सरकार बनने के बाद एंटी-रोमियो स्क्वाड गठित की थी। उन्होंने इस बयान पर अखिलेश यादव और मायावती की चुप्पी को शर्मनाक बताया। बता दें कि अखिलेश यादव आज़म ख़ान के बयान का बचाव करते हुए कह चुके हैं कि उन्होंने किसी और के लिए ये चीजें कही थीं।अमेठी में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, “एक महिला पर अपमानजनक टिप्पणी की गई और सपा नेताओं ने इस पर चुप्पी साध ली, वो चुप बैठे रहे। मैं सपा नेताओं से कहना चाहती हूँ कि राजनीति अपनी जगह है लेकिन महिलाओं के सम्मान के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कहा कि जिस देश में माँ-बेटियों का सम्मान होता है, उस देश में इस तरह की भाषा के लिए जनता उन्हें माफ़ नहीं करेगी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

अंग्रेज अफसर ने इंस्पेक्टर सदरुद्दीन को दी चिट… 500 जनजातीय लोगों पर बरसने लगी गोलियाँ: जब जंगल बचाने को बलिदान हो गईं टुरिया की...

अंग्रेज अफसर ने इंस्पेक्टर सदरुद्दीन को चिट दी जिसमें लिखा था- टीच देम लेसन। इसके बाद जंगल बचाने को जुटे 500 जनजातीय लोगों पर फायरिंग शुरू हो गई।

कश्मीर को बनाया विवाद का मुद्दा, पाकिस्तान से PoK भी नहीं लेना चाहते थे नेहरू: अमेरिकी दस्तावेजों से खुलासा, अब 370 की वापसी चाहता...

प्रधानमंत्री नेहरू पाकिस्तान के साथ सीमा विवाद सुलझाने के लिए पाक अधिकृत कश्मीर सौंपने को तैयार थे, यह खुलासा अमेरिकी दस्तावेज से हुआ है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -