Sunday, December 22, 2024
Homeराजनीति'मुस्लिमों को शेर बनना होगा, ताकि कोई ‘चायवाला’ उनके सामने खड़ा न हो सके'

‘मुस्लिमों को शेर बनना होगा, ताकि कोई ‘चायवाला’ उनके सामने खड़ा न हो सके’

“हम 25 करोड़ हैं और तुम (हिंदू) 100 करोड़ हो, 15 मिनट के लिए पुलिस हटा दो, देख लेंगे किसमें कितना दम है।”

अपने जहरीले बोल के लिए कुख्यात छोटे ओवैसी ने एक बार फिर से जहर उगला है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी के छोटे भाई अकबरुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर से अपना 15 मिनट वाला बयान दोहराया है। तेलंगाना के करीमनगर में एक सभा को संबोधित करते हुए अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उन्हें अपनी पार्टी की हार से कोई दिक्कत नहीं है, मगर बीजेपी की जीत उन्हें मंजूर नहीं। 

छोटे ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी AIMIM को नहीं जिताना तो मत जिताओ, उन्हें अपनी पार्टी की हार मंजूर है, लेकिन बीजेपी की जीत बिल्कुल भी मंजूर नहीं है। यहाँ पर बीजेपी चुनाव न जीत पाए, इसको सुनिश्चित करना है। उसने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वो लोग उनके खून के प्यासे हैं, इसलिए सारे मुस्लिमों को उनके खिलाफ एक हो जाना चाहिए। साथ ही उसने वहाँ उपस्थित लोगों से कहा कि उन्हें बीजेपी, आरएसएस और बजरंग दल वालों से डरने की जरुरत नहीं है। उसने मॉब लिंचिंग पर समुदाय के लोगों को शेर बनने की सलाह देते हुए एक बार फिर अपनी 15 मिनट वाले बयान को दोहराया। उसने कहा कि दुनिया उसी को डराती है जो डरता है और दुनिया उसी से डरती है जो डराना जानता है।

अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उनके 15 मिनट वाले बयान को लेकर लोग अभी तक दहशत में हैं। इसीलिए मॉब लिंचिंग करने वाले और आरएसएस वाले उनसे डरते हैं। उसने कहा कि समुदाय के लोगों को शेर बनना होगा, ताकि कोई ‘चायवाला’ उनके सामने खड़ा न हो सके। उसने वहाँ उपस्थित लोगों से मॉब लिंचिग को लेकर परेशान न होने की सलाह दी। उसने कहा कि वो इसको लेकर परेशान न हों।

छोटे ओवैसी ने कहा कि वो यहाँ पर जो कुछ भी करेंगे, उसके बदले में उन्हें जन्‍नत या जहन्‍नुम मिलेगी। उसने नौजवानों को संबोधित करते हुए कहा, “वो लोग चाहे कुछ भी नारा लगवाएँ, तुम सिर्फ अल्‍लाह का नाम लो।” उसने कहा कि शहादत का जज्‍बा आ जाएगा तो कोई मॉब लिंचिंग करने वाला या आरएसएस वाला उनका कुछ भी नहीं कर पाएगा। उसने बीजेपी, आरएसएस और बजरंग दल की तरफ इशारा करते हुए कहा कि वो लोग अकबरुद्दीन से इसलिए नफरत करते हैं, क्योंकि वो उनसे डरते हैं।

गौरतलब है कि, अकबरुद्दीन ओवैसी ने साल 2013 में कहा था, “हम 25 करोड़ हैं और तुम (हिंदू) 100 करोड़ हो, 15 मिनट के लिए पुलिस हटा दो, देख लेंगे किसमें कितना दम है।” इनके विवादित और साम्प्रदायिक नफरत से भरे बयानों की लंबी फेहरिश्त है। वो अपने साम्प्रदायिक बयानों को लेकर गिरफ्तार भी हो चुके हैं, लेकिन फिर भी जहर उगलने से बाज नहीं आते।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

नाम अब्दुल मोहसेन, लेकिन इस्लाम से ऐसी ‘घृणा’ कि जर्मनी के क्रिसमस मार्केट में भाड़े की BMW से लोगों को रौंद डाला: 200+ घायलों...

भारत सरकार ने यह भी बताया कि जर्मनी में भारतीय मिशन घायलों और उनके परिवारों से लगातार संपर्क में है और हर संभव मदद मुहैया करा रहा है।

भारत में न्यूक्लियर टेस्ट हो या UN में दिया हिंदी वाला भाषण… जानें अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन कैसे दूसरे नेताओं के लिए भी...

अटल बिहारी वाजपेयी न केवल एक सशक्त राजनेता थे, बल्कि वे एक संवेदनशील कवि, एक दूरदर्शी विचारक और एक फक्कड़ व्यक्तित्व के धनी थे।
- विज्ञापन -