प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार (मार्च 05, 2019) को मध्य प्रदेश के धार में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि विपक्ष वायु सेना की कार्रवाई पर सवाल उठा कर उसका मनोबल कम कर रहा है। मोदी ने कहा, “एयरस्ट्राइक पाक में हुए लेकिन इसका सदमा भारत में बैठे कुछ लोगों को लगा। विपक्ष के नेता उस दिन से इस तरह से चेहरा लटकाए हुए हैं, जैसे न जाने कौन सा दुखों का पहाड़ टूट पड़ा हो।”
आतंकियों और आतंक के सरपरस्तों को डंके की चोट पर कह दिया है कि अब उनके सामने सुधरने के अलावा कोई चारा नहीं। और अगर वो फिर भी नहीं सुधरेंगे तो क्या होगा ये भी उन्हें बता दिया गया है: नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
— रिपब्लिक.भारत (@Republic_Bharat) March 5, 2019
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भाषण की प्रमुख बातें निम्न हैं
- भारत ने अब आतंकियों और उनके सरपरस्तों को डंके की चोट पर कह दिया है कि अब उनके सामने सुधरने के अलावा कोई चारा नहीं है। अगर वो फिर भी नहीं सुधरेंगे, तो फिर क्या किया जाएगा ये भी उनको बता दिया गया है।
- पिछले दिनों वायु सेना के पायलट अभिनंदन पाकिस्तान में फँस गये। हमारी सरकार के प्रयासों से 48 घंटे के अंदर ही पाकिस्तान ने अभिनंदन को देश को लौटा दिया।
- पूरी दुनिया ने कह दिया है कि हिंदुस्तान ने जो किया, वो सही किया लेकिन हमारे देश का दुर्भाग्य है कि यहाँ कुछ ऐसे लोग है जिन्हें ऐसा नहीं लगता।
- आज सुबह ही इन महाशय (दिग्विजय सिंह) ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले को दुर्घटना करार दिया है, यानि एक्सीडेंट। यानि एक हादसा, जो बस हो गया। यही इनकी मानसिकता है।
- नामदार परिवार के ये वही खास सिपहसालार हैं, जिन्हें आतंक को बढ़ावा देने वाले शांति दूत नजर आते हैं। ये वही महोदय हैं, जिनको दुनिया का सबसे बड़ा आतंकी ओसामा भी शांतिदूत लगता था।
- मत भूलिए, दिल्ली के बाटला हाउस में जब आतंकियों का एनकाउंटर हुआ था तो ऐसे ही एक और राजदरबारी ने दुनिया को बताया था कि आतंकी की मौत पर तब रिमोट कंट्रोल से सरकार चलाने वालों के आँसू नहीं थम रहे थे।
- क्या ऐसी कॉन्ग्रेस से हम उम्मीद कर सकते हैं कि वो आतंक के सरपरस्तों को खत्म करेगी? नहीं, आतंकवाद के खिलाफ नरमी के इसी कॉन्ग्रेसी रवैये की वजह से पहले आतंकियों को मुँहतोड़ जवाब नहीं मिल पाया।
- एयर स्ट्राइक पाकिस्तान में हुए, लेकिन सदमा भारत में बैठे कुछ लोगों को लगा है।
- भारत भर में महा-मिलावट करने वाले लोग अब अंतरराष्ट्रीय महा-मिलावट करने में लगे हैं। सिर्फ अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए पाकिस्तान के साथ मिलकर महा-मिलावट कर रहे हैं।
- यहाँ ये लोग मोदी को गाली देते हैं, और वहाँ पाकिस्तान में इनके लिए तालियाँ बजती हैं। वहाँ के अखबारों की हेडलाइंस इनके बयानों से भरी पड़ी हैं, वहाँ के टीवी चैनलों पर इनके ही चेहरे दिखाई पड़ते हैं।
- जब एयर-स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की बोलती बंद हो गई, पूरे विश्व में अलग-थलग पड़ गया तो उसकी इज्जत बचाने के लिए यही महा-मिलावटी लोग सामने आए।
- कोई सबूत माँगने लगा, तो कोई आतंकियों की लाशों की संख्या पूछने लगा और तो और ये लोग पाकिस्तान को ही शांति का दूत बताने लगे। आपने देखा होगा कि यह अंतरराष्ट्रीय महा-मिलावट एक सुर में राग अलाप रही है।
- आज जब आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई में देश एक हो रहा है, तब ये लोग देश को भ्रमित कर इस लड़ाई को कमजोर करना चाहते हैं।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मालवा भाजपा के लिए काफी महत्वपूर्ण है। धार लोकसभा में 8 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से 7 कॉन्ग्रेस के पास हैं। जबकि 2013 के विधानसभा में यहाँ की 5 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की थी। नवंबर-दिसंबर में हुए विधानसभा चुनावों में मालवा-निमाड़ क्षेत्र में भाजपा को सबसे कम सीटें धार जिले से ही मिली थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले यहाँ 16 फरवरी को सभा करने वाले थे, लेकिन पुलवामा हमले के बाद सभा को निरस्त कर दिया गया था।