एआईएमआईएम (AIMIM) के विधायक और सांसद असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी गुरुवार (12 मई, 2022) को महाराष्ट्र के औरंगाबाद के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने जहाँ एक स्कूल का उद्घाटन किया, वहीं एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे के खिलाफ काफी आग उगला। लेकिन असली विवाद तब सामने आया जब वह मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र पर चादर चढ़ाने गए। बता दें कि उनके साथ औरंगाबाद के सांसद इम्तियाज जलील भी थे।
Dargha Hazrath Aurangzeb Alamgir (R.A) pic.twitter.com/tOvwmUoNeN
— Akbaruddin Owaisi (@imAkbarOwaisi) May 12, 2022
जिसे लेकर न्यूज़ 18 के पत्रकार अमन चोपड़ा ने ट्वीट करते हुए लिखा, “एक तरफ ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे की तैयारी हो रही है, तो दूसरी तरफ अकबरउद्दीन ओवैसी ने महाराष्ट्र के औरंगाबाद में विदेशी आक्रांता औरंगजेब की कब्र पर फातिहा पढ़ा।”
एक तरफ ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे की तैयारी हो रही है, तो दूसरी तरफ अकबरउद्दीन ओवैसी ने महाराष्ट्र के औरंगाबाद में विदेशी आक्रांता औरंगजेब की कब्र पर फातेहा पढ़ा। pic.twitter.com/UK9vMDNziL
— Aman Chopra (@AmanChopra_) May 13, 2022
लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा को लेकर महाराष्ट्र में जारी राजनीति के बीच अकबरुद्दीन ओवैसी के इस व्यवहार को लेकर पूरे महाराष्ट्र में ज़बरदस्त आक्रोश है। जहाँ ओवैसी के भाई ने बिना नाम लिए राज ठाकरे पर हमला किया वहीं कई पार्टी के नेताओं ने भी ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने भी इस मुद्दे पर आज (13 मई, 2022) पत्रकारों से बात करते हुए ओवैसी भाइयों पर करारा प्रहार किया है।
संजय राउत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “वे बार-बार आते हैं महाराष्ट्र को चिढ़ाने के लिए वे बार-बार औरंगजेब के सामने सर झुकाते हैं। महाराष्ट्र में अशांति पैदा करने की कोशिश करते हैं। औरंगजेब एक आक्रामक था, कोई सूफी-संत नहीं था। उसने महाराष्ट्र के मंदिरों को ध्वस्त किया था। छत्रपति शिवाजी महाराज ने उनके साथ संघर्ष किया। आप उसी महाराष्ट्र में आकर औरंगजेब की कब्र में चादर चढ़ाएँगे,, महाराष्ट्र के लोगों को चिढ़ाएँगे तो याद रखिए औरंगजेब की कब्र महाराष्ट्र ने ही खोदी थी। आप उस कब्र पर सर झुका रहे हैं। आपका भी वही हाल होना है, आपको भी एक दिन उसी कब्र में जाना है।”
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अकबरुद्दीन ओवैसी ने औरंगाबाद में अपने भाषण में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। अकबरुद्दीन ने औरंगाबाद में आयोजित के सभा में राज ठाकरे का नाम लिए बिना कहा, “मैं यहाँ किसी को जवाब देने नहीं आया हूँ, ना ही किसी को बुरा कहने। तुम्हारी औकात नहीं है कि मैं जवाब दूँ , मेरा तो एक सांसद है और तुम तो बेघर हो, तुम लापता हो, तुम्हे घर से बेदखल किया गया है। मैं तो यह कहूँगा कि जो भी कुत्ता भौंकता है उसे भौंकने दो।”
अकबरुद्दीन ओवैसी ने आगे मनसे को भड़काते हुए कहा, “मैं जवाब जरूर देने आऊँगा एक दिन, आम और खास के मैदान पर अकबरुद्दीन ओवैसी लड़ेगा, अपने पसंदीदा जगह और पसंदीदा समय, तुम्हारी पसंदीदा जगह पर नहीं, जगह और समय मैं तय करूँगा।”
ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा, “मुल्क में नफरत की बातें की जा रही हैं, लेकिन वह नफरत से नहीं बल्कि मोहब्बत से जवाब देंगे। देश में अजान की बात हो रही है, लिंचिंग और हिजाब की बात हो रही है, तो डरना नहीं चाहिए बस मुसलमानों को एक साथ इकट्ठा खड़े होने की जरूरत है।”
गौरतलब है कि मनसे नेता गजानन काले ने ओवैसी के मकबरे की यात्रा पर आपत्ति जताते हुए कहा, “निजाम की औलाद आकर शिवाराया के महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र का दर्शन करके चली जाती है। किसके आशीर्वाद से यह सब चल रहा है? राज ठाकरे पर पाबंदी लगाया जा रहा है और ओवैसी बंधुओं को खुली छूट दी जा रही है। महाराष्ट्र सरकार को औरंगजेब की कब्र पर जाने के लिए अकबरुद्दीन ओवैसी के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। कार्रवाई नहीं हुई तो मनसे कार्रवाई करेगी।”
बता दें कि बीजेपी की ओर से विधानपरिषद में विपक्षी नेता प्रवीण दरेकर ने भी ओवैसी को जवाब देते हुए कहा कि वे औरंगजेब की औलाद हैं, यह उन्होंने दिखा दिया। वहीं मनसे नेता और औरंगाबाद में जिलाध्यक्ष सुमित खांबेकर ने कहा कि हैदराबाद से कुछ लोग औरंगाबाद में भौंकने आए थे। उन्हें औरंगजेब की कब्र दिखाई दी, 17 लाख लोगों की पानी की समस्या नहीं दिखाई दी।