समाजवादी पार्टी (SP) के नेता अखिलेश यादव ने शनिवार (17 जुलाई 2021) को ट्विटर पर फोटो शेयर करते हुए लिखा कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के कृपापात्र बने कुछ पुलिसकर्मियों के कारण पूरे प्रदेश की पुलिस की छवि धूमिल हो रही है। शेयर किए गए फोटो में ऐसा लग रहा है कि एक पुलिसकर्मी, किसी महिला के साथ मारपीट कर रहा है।
उप्र में भाजपा सरकार के कृपापात्र बने कुछ पुलिसकर्मियों के दुर्व्यवहार से प्रदेश की समस्त पुलिस की छवि धूमिल होती है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 17, 2021
भाजपा के शासन में दुशासन की कमी नहीं.
घोर निंदनीय! #नहीं_चाहिए_भाजपा pic.twitter.com/tOmmbpe2RZ
अखिलेश यादव के ट्वीट के बाद इस घटना से जुड़े वीडियो ऑनलाइन वायरल हुए, जिनसे यह पता चलता है कि अखिलेश यादव ने भ्रामक फोटो का उपयोग किया है। @isinghDeepanshu नाम के एक ट्विटर यूजर ने 8 सेकंड का एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें देखा जा सकता है कि महिला ने ही पुलिसकर्मी का गला पकड़ कर उसे नीचे खींचा था। ऐसा ही वीडियो कानपुर देहात पुलिस के ट्विटर हैन्डल से भी शेयर किया गया।
टोटी चोरों हमेशा एजेंडा ही चलाना कुछ भी करो आएंगे तो महाराज जी ही 🚩🚩🙏🏻✌🏻 pic.twitter.com/7Ixqlw8Aox
— Deepanshu Singh (@isinghDeepanshu) July 17, 2021
एक दूसरे वीडियो में पुलिसकर्मी को फँसाने के लिए महिला को अपना ब्लाउज उतारने की कोशिश करते हुए देखा गया। वीडियो में एक व्यक्ति को पुलिस वाले को उकसाते हुए भी देखा गया जबकि पुलिसकर्मी चुपचाप खड़ा था। इन वीडियो से यही पता चलता है कि अखिलेश यादव के दावे के विपरीत पुलिसकर्मी निर्दोष है, हालाँकि UP पुलिस द्वारा फिर भी जाँच कराई जा रही है।
पूरा विडिओ देख लिया करिये… श्रीमान जी pic.twitter.com/nuwbveVMNj
— माटी का लाल …काफिर #3ह 🚩🚩🚩🚩 (@matikalal) July 17, 2021
कानपुर देहात पुलिस के द्वारा जारी किए गए वक्तव्य के मुताबिक उक्त पुलिसकर्मी एक आरोपित को गिरफ्तार करने के लिए गाँव गया हुआ था, जहाँ एक दूसरे व्यक्ति द्वारा उस पुलिसकर्मी के साथ बदतमीजी की गई और इसी दौरान बदतमीजी करने वाले व्यक्ति के संबंधियों ने भी पुलिसकर्मी का विरोध किया, जिसमें महिलाएँ भी शामिल थीं। पुलिस के वक्तव्य में बताया गया कि उनमें से एक महिला ने पुलिसकर्मी का कॉलर पकड़ा और उसे नीचे खींच लिया।
पुलिस ने आगे बताया कि इसी वीडियो का स्क्रीनशॉट लेकर घटना को दूसरा रूप दिए जाने का प्रयास किया जा रहा है। हालाँकि मामले में निष्पक्ष जाँच किए जाने के लिए वीडियो में दिखाई दे रहे पुलिसकर्मी को लाइन हाजिर किया गया है और क्षेत्राधिकारी से जाँच कराई जा रही है।
कानपुर देहात पुलिस अधीक्षक के द्वारा भी एक वीडियो जारी करके बताया गया है कि कई प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिसकर्मी को महिला के चंगुल से छुड़ाने का प्रयास किया और जैसा कि वीडियो में दिखाई दे भी रहा है कि महिला की पकड़ से छूटने के बाद पुलिसकर्मी वहाँ से दूर चल गया था। इस वीडियो में यह भी कहा गया है कि मामले की जाँच जारी है और जाँच के आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी।
थाना भोगनीपुर-चौकी इंचार्ज पुखरायां से सम्बन्धित वायरल फोटो के सम्वन्ध में पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात द्वारा दी गई बाइट। @Uppolice pic.twitter.com/QGV2HiEoNN
— Kanpur Dehat Police (@kanpurdehatpol) July 17, 2021
यह पहली बार नहीं है जब अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर प्रश्न उठाया हो। हाल ही में जब अलकायदा के दो आतंकियों की गिरफ्तारी के बारे उनसे पूछा गया था, तब उन्होंने कहा था कि वो यूपी पुलिस और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की कार्रवाई पर भरोसा नहीं कर सकता। अखिलेश यादव (पूर्व मुख्यमंत्री, जिनके लिए कभी पूरे राज्य की पुलिस काम करती थी, उन्हें सुरक्षा देती थी) ने यह तब कहा था जबकि गिरफ्तार किए गए ये आतंकी ‘मानव बम’ का भी उपयोग करते हुए राज्य में कई जगहों पर धमाके करने की फिराक में थे।