अडानी समूह को लेकर विपक्षी एकता में फूट पड़ती दिख रही है। शरद पवार के हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के आधार पर अडानी समुह के खिलाफ JPC की माँग पर असहमति जताए जाने के बाद कॉन्ग्रेस नेता अलका लांबा ने उनपर जबरदस्त हमला बोला है। लांबा ने शरद पवार के लिए बिना नाम लिए लालची और चोरों को बचाने वाले चौकीदार जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया है।
शनिवार शाम को कॉन्ग्रेस नेत्री ने ट्विटर पर शरद पवार और गौतम अडानी की तस्वीर पोस्ट की। उन्होंने लिखा, “डरे हुए लालची लोग ही आज अपने निजी हितों के चलते तानाशाह सत्ता के गुण गा रहे हैं। देश के लोगों की लड़ाई एक अकेला राहुल गाँधी लड़ रहा है। पूंजीपति चोरों से भी और चोरों को बचाने वाले चौकीदार से भी।”
डरे हुए – लालची लोग ही आज अपने निजी हितों के चलते तानाशाह सत्ता के गुण गा रहे हैं – देश के लोगों की लड़ाई एक अकेला @RahulGandhi लड़ रहा है – पूंजीपति चोरों से भी और चोरों को बचाने वाले चौकीदार से भी.#Modani pic.twitter.com/JNt88bjTNU
— Alka Lamba (@LambaAlka) April 8, 2023
दरअसल, कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी के नेतृत्व में विपक्षी दल अडानी ग्रुप के खिलाफ संयुक्त संसदीय समिति (JPC) जाँच की लगातार माँग करते आ रहे हैं। इस पर शरद पवार ने 7 अप्रैल, 2023 को एनडीटीवी को दिए एक साक्षात्कार में कहा था कि वह इस मामले पर कॉन्ग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष द्वारा संसद को ठप करने से सहमत नहीं हैं। पवार ने कहा कि इस मुद्दे को जरूरत से ज्यादा महत्व दिया गया। इनके (हिंडनबर्ग) बारे में हमने कभी नहीं सुना। उनकी पृष्ठभूमि क्या है? जब वे ऐसे मुद्दे उठाते हैं जो पूरे देश में हंगामा खड़ा कर देते हैं तो इसकी कीमत देश की अर्थव्यवस्था को चुकानी पड़ती है।
शरद पवार के बयान के बाद बाद कॉन्ग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा था कि शरद पवार और उनकी पार्टी इस मुद्दे पर अलग विचार रख सकती है लेकिन विपक्षी के अन्य 19 दल इस मुद्दे पर एक हैं।
शरद पवार के बाद उनके भतीजे और राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी (NCP) विधायक अजित पवार ने शनिवार (8 अप्रैल, 2023) को EVM मामले में अपनी पार्टी के सहयोगी दलों से अलग राय रख दी। EVM से छेड़छाड़ के तमाम आरोपों को उन्होंने निराधार बताते हुए कहा कि ऐसा करना सम्भव ही नहीं है। अजित पवार ने यह भी कहा कि EVM पर सवाल वही उठाते हैं जो इलेक्शन हार जाते हैं। साथ ही पवार ने कॉन्ग्रेस, तृणमूल और JMM पार्टी की सरकारों के गठन में भी EVM से हुए चुनाव को याद रखने की नसीहत दी।
इसके बाद शाम को कॉन्ग्रेस नेता अलका लांबा का गुस्से से भरा ट्वीट सामने आया था। राहुल गाँधी समेत कॉन्ग्रेस के अन्य नेता और कार्यकर्ता अब भी अडानी को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं।