केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर महाराष्ट्र के नांदेड़ में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने जनता को धन्यवाद देते हुए कहा कि ये ये 9 वर्ष भारत गौरव के 9 वर्ष हैं, पीएम मोदी के ये 9 वर्ष विकास के उत्कर्ष के 9 वर्ष हैं, ये 9 वर्ष गरीब कल्याण के 9 वर्ष हैं… ये 9 वर्ष भारत को सुरक्षित करने के 9 वर्ष हैं।
गृहमंत्री ने कहा, “इन 9 सालों में हर गरीब को पीने का साफ पानी, शौचालय, 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज, 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिले, हर गरीब को आवास मिले… आजादी के बाद सही अर्थों में गरीब कल्याण का काम अगर किसी ने किया है तो देश के नेता और हमारे प्रधानमंत्री मोदी ने किया है।”
Union Home and Cooperation Minister Shri @AmitShah addresses public meeting in Nanded, Maharashtra on the completion of 9 years of Modi Government. #9YearsOfSeva https://t.co/lXy3XeexHQ
— BJP (@BJP4India) June 10, 2023
उन्होंने कॉन्ग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, सोनिया-मनमोहन सरकार के जो 10 साल थे वो देश में गरीबी बढ़ाने के 10 साल थे जबकि पीएम मोदी की सरकार के 9 साल के अंदर ढेर सारे गरीब कल्याण के काम हुए। वह बोले- “एक ओर पीएम मोदी को दुनिया में सम्मान मिल रहा है तो वहीं दूसरी ओर कॉन्ग्रेस के शहजादे राहुल बाबा देश का अपमान करने का काम कर रहे हैं। वो यहाँ नहीं बोलते, विदेश जा कर बोलते हैं… क्योंकि देश में उनको सुनने वाले बहुत कम बच गए हैं।”
गृहमंत्री ने कहा, “नरेंद्र मोदी ने देश की संस्कृति और इतिहास का सम्मान करने का काम किया है, नरेंद्र मोदी ने दुनिया में देश को गौरव दिलाने का काम किया है। आज वो दुनिया में जहाँ जाते हैं, मोदी-मोदी जी के नारे लगते हैं और यह सम्मान पीएम का नहीं हमारी जनता का सम्मान है। “
अमित शाह ने कहा, “जो काम कॉन्ग्रेस चार पीढ़ियों में नहीं कर पाई वो काम मोदी ने कर दिखाए। दुनिया का कोई राष्ट्राध्यक्ष उनको बॉस कहता है तो कोई उनके पैर छूता है। दुनिया भर में सम्मान दिलवाने… भारत का परचम दुनिया भर में लहराने का काम पीएम मोदी ने किया है।”
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे से गृहमंत्री ने सवाल किया, “हमने ट्रिपल तलाक हटाया… उस से आप सहमत हो या नहीं? राम मंदिर जो बन रहा है उस से आप सहमत हो या नहीं हो? आप स्पष्ट करो कि आप कॉमन सिविल कोड चाहते हो या नहीं? आप बताएँ मुस्लिम आरक्षण होना चाहिए या नहीं होना चाहिए? कर्नाटक में आपके सहयोगी वीर सावरकर को इतिहास की पुस्तकों से हटाना चाहती है, क्या आप उस से सहमत हो? उद्धव जी, आप दो नावों में पैर नहीं रख सकते। इन सभी बिंदुओं पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दीजिए, आपकी पोल खुद खुल जाएगी।”