लोकसभा में मंगलवार (दिसंबर 10, 2019) को प्रश्नकाल के दौरान जम्मू-कश्मीर के ताजा हालात का मुद्दा उठाया गया। विपक्ष ने सरकार को घेरने की कोशिश करते हुए जमकर हंगामा किया। कॉन्ग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने पूछा कि हिरासत में लिए गए नेताओं को कब छोड़ा जाएगा? वहाँ की स्थिति कब सामान्य होगी?
जवाब में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने याद दिलाया कि आज फारूक अब्दुल्ला के हिरासत पर चिंता जताने वाली कॉन्ग्रेस ने उनके पिता शेख अब्दुल्ला को 11 साल जेल में रखा था। साथ ही कहा कि मौजूदा सरकार का ऐसा कोई इरादा नहीं है। सही समय आते ही इनकी रिहाई हो जाएगी।
Amit Shah:We don’t want to keep them even a day extra in jail,when administration thinks its right time,political leaders will be released.Farooq Abdullah’s father was kept in jail for 11 years by Congress,we dont want to follow them,as soon as admin decides,they will be released pic.twitter.com/PTKePOEn7x
— ANI (@ANI) December 10, 2019
शाह ने कहा, “हम जम्मू-कश्मीर के राजनेताओं को एक अतिरिक्त दिन भी जेल में नहीं रखना चाहते। जब प्रशासन को लगेगा कि सही समय आ गया है, राजनीतिक नेताओं को रिहा कर दिया जाएगा। फारूक अब्दुल्ला के पिता को कांग्रेस ने 11 साल जेल में रखा था। हम उनका अनुसरण नहीं करना चाहते। जैसे ही प्रशासन तय करेगा, उन्हें छोड़ दिया जाएगा।”
HM Amit Shah in Lok Sabha: Situation in Kashmir valley is completely normal. I can’t make Congress’s condition normal, because they had predicted bloodshed after abrogation of article 370. Nothing of that sort happened, not one bullet was fired pic.twitter.com/xg6rqyZ7Fx
— ANI (@ANI) December 10, 2019
वहीं जम्मू-कश्मीर के हालात पर अधीर रंजन को जवाब देते हुए कहा, “वहाँ पर हालात सामान्य है। मैं कॉन्ग्रेस की स्थिति को सामान्य नहीं बना सकता, क्योंकि उसने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद खून-खराबे की भविष्यवाणी की थी। मगर उस तरह का कुछ नहीं हुआ, एक गोली नहीं चली।”
HM: 99.5% students sat for exams there,but for Adhir Ranjan ji this is not normalcy,7 lakh ppl availed OPD services in Srinagar,curfew,sec 144 removed from everywhere. But for Adhir ji only parameter for normalcy is political activity. What about local body polls which were held? https://t.co/YXEJAiA3ME pic.twitter.com/vwahLWeACO
— ANI (@ANI) December 10, 2019
साथ ही गृह मंत्री ने कहा, “आर्टिकल 370 हटने के बाद कश्मीर में 99.5 प्रतिशत छात्रों ने परीक्षा में हिस्सा लिया। 7 लाख मरीजों का इलाज किया गया। सभी थाने सही से काम कर रहे हैं। धारा 144 भी हटा ली गई है। लेकिन अधीर जी के लिए केवल सामान्य स्थिति का पैरामीटर राजनीतिक गतिविधि है। स्थानीय निकाय चुनावों का क्या?”
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