Friday, November 8, 2024
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‘राम नवमी की बधाई से गायब किए राम, मंदिर की जगह गुंबद?’ : नेटिजन्स उठा रहे केजरीवाल के विज्ञापन पर सवाल

कुछ यूजर्स ने विज्ञापन में मंदिर बताकर दिखाई गई तस्वीर और बाबरी मस्जिद की गुंबद को साथ-साथ साझा किया और बाकियों से पूछा कि बताओ इसमें क्या फर्क है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राम नवमी की शुभकामनाएँ देने के लिए अखबारों में एक विज्ञापन निकाला। इस पीले-नीले विज्ञापन में सबसे ऊपर दिल्ली सीएम की ओर से पहले राम नवमी की बधाई दी गई और फिर नीचे मुख्यमंत्री की तस्वीर के साथ भगवान श्रीराम से सुख, शांति और समृद्धि की कामना की गई।

विज्ञापन की अजीब बात ये है कि इसमें कहीं भी भगवान की तस्वीर लगाना केजरीवाल सरकार को जरूरी नहीं लगा जिसे देख लोग नाराज हो गए। तस्वीर के अलावा इस विज्ञापन में भगवा रंग का इस्तेमाल न होना भी लोगों को खला। साथ ही लोगों ने कहा कि केजरीवाल ने जो एड दिया है उसमें नीले रंग में श्रीराम मंदिर नहीं दिखाया गया बल्कि बाबरी मस्जिद दर्शाया गया है।

केजरीवाल के विज्ञापन पर यूजर्स की प्रतिक्रिया

केजरीवाल सरकार द्वारा अखबारों में दिए गए इस विज्ञापन की तस्वीर शेयर कर करके लोग इसकी निंदा कर रहे हैं। भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने एड की तस्वीर के साथ राम मंदिर और बाबरी मस्जिद की तस्वीर शेयर करके पूछा- “राम नवमी पर ये किसको मिस कर रहे हो केजरीवाल जी। गई वो अब नहीं आने वाली।”

इंडियन आदित्य नाम का यूजर कहता है- “राम नवमी का विज्ञापन है लेकिन न तो श्रीराम की तस्वीर है न ही मंदिर के शीर्ष पर झंडा है। ये मस्जिद की गुंबद जैसा लग रहा है। हिंदू त्योहार पर मुगल प्रेम, शर्म करो केजरीवाल।”

कुछ यूजर्स ने विज्ञापन में मंदिर बताकर दिखाई गई तस्वीर और बाबरी मस्जिद की गुंबद को साथ-साथ साझा किया और बाकियों से पूछा कि बताओ इसमें क्या फर्क है।

कुछ लोगों ने इस तरह अरविंद केजरीवाल द्वारा अखबार के पूरे पेज पर भ्रामक एड देने का इल्जाम केजरीवाल पर मढ़ा और कुछ ने पूछा, “राम नवमी शुभकामना संदेश में प्रभु श्री राम कहाँ हैं? क्या केजरीवाल खुद को श्री राम से ज़्यादा बड़ा मानते हैं? और ये मंदिर की जगह बाबरी मस्जिद की फ़ोटो क्यों?”

ठाकुर संदीप सिंह तोमर ने लिखा, “देशभर के अखबारों में एक पेज का विज्ञापन दिया लेकिन राम नवमी की शुभकामनाएँ में भगवान राम ही नदारद हैं। हाँ, एक मस्जिद जैसा गुंबद जरूर दिख रहा है दो मंदिरों के बीच, बिना धर्म ध्वज पताका के… गजब का हिंदू विरोध है केजरीवाल का।”

एक यूजर लिखती हैं, “केजरीवाल को विज्ञापन, फ्री की घोषणाएँ करना, अखबारों में तस्वीरे छपवाना बहुत पसंद है लेकिन सिर्फ़ अपनी। कोई इनसे पूछे कि देश को राम नवमी की शुभकामनाएँ देने का यह कौन सा तरीका है सर जी! जिसकी नीली पृष्ठभूमि पर गुंबद बने हैं, धर्मध्वजा नहीं। भगवान श्रीराम नहीं ,केवल आप दिख रहे हैं?”

अन्य यूजर्स इस तस्वीर को दिखा पूछते हैं, “श्री राम नवमी की शुभकामनाएँ प्रेषित करेंगे मियाओं की गुंबद बनाकर शर्म आनी चाहिए अरविंद केजरीवाल तुम्हें तुम हिंदू धर्म का बार-बार मजाक उड़ाते हो। उन सभी आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को विचार करना चाहिए यह किस धर्म का अनुयायी है किस धर्म के लोगों का भला चाहता।”

राहुल गाँधी ने भी बिन तस्वीर के दी राम नवमी की शुभकामनाएँ

बता दें कि अभी तक हिंदू त्योहारों की शुभकामनाएँ बिन भगवान की मूर्ति/तस्वीर के साथ देना कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी की भी आदत रही है। इस बार भी अपने ट्विटर पर उन्होंने राम नवमी की शुभकामनाएँ तो दीं, लेकिन प्रभु श्रीराम की तस्वीर शेयर करने से गुरेज किया। राहुल गाँधी पहले भी सरस्वती पूजा पर ये कारनामा कर चुके हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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