खुद को देश भर के मुसलमानों का रहनुमा बताने वाले AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने गुजरात चुनाव में वोट काटने के आरोपों को खारिज किया है। ओवैसी ने कहा है कि बीजेपी इसलिए जीत रही है क्योंकि उसे हिंदू वोट ज्यादा मिल रहे हैं। असदुद्दीन ओवैसी ने कॉन्ग्रेस और आम आदमी पार्टी पर भी आरोप लगाते हुए कहा है राजनीतिक लड़ाई आगे बढ़ चुकी है और अब यह देखा जा रहा है कि पीएम मोदी से “बड़ा हिंदू” कौन है।
एजेंडा आज तक में बोलते हुए, ओवैसी ने कहा है, “भाजपा का स्पष्ट रूप से मुस्लिमों से कोई संबंध नहीं है। आम आदमी पार्टी और कॉन्ग्रेस भी वही काम कर रहे हैं। अब पूरी राजनीतिक लड़ाई इस बात में बदल गई है कि पीएम मोदी से बड़ा हिंदू कौन है। ऐसे में भारतीय राष्ट्रवाद कहाँ जाएगा?”
इसके अलावा, उन्होंने गुजरात पर AIMIM की हार पर बात करते हुए कहा है कि मुस्लिम समाज को ये बात समझनी चाहिए कि कॉन्ग्रेस से उनको रोमांस या इश़्क अब खत्म करना होगा, क्योंकि वो बीजेपी को नहीं हरा पाएँगे। मुसलमान कॉन्ग्रेस से जो मोहब्बत कर रहे हैं, वह गलत कर रहे हैं। मुस्लिमों को लगता है कि उन्हें कॉन्ग्रेस से कुछ मिलेगा लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिलेगा। मुसलमानों के दिमाग में ये बात डाल दी गई है कि वे बीजेपी को हरा सकते हैं।
उन्होंने यह भी कहा है, “बीजेपी इसलिए जीत रही है, क्योंकि उसे ज्यादा हिंदू वोट अधिक मिल रहा है। बीजेपी को जो वोट मिल रहा है उसे कॉन्ग्रेस और आम आदमी पार्टी रोक नहीं पा रहे हैं। मुसलमानों के लिए आप बलि का बकरा बन जाइए, लेकिन कब तक? उसके जिम्मेदार हम कहाँ हैं? हमारी मोहब्बत तो जारी रहेगी, मरते दम तक हम मोहब्बत करेंगे, क्योंकि आशिक को लोग याद रखते हैं। हमारी मोहब्बत संविधान में है।”
उन्होंने यह भी कहा है, “बीजेपी कुछ नहीं है, सब मोदी है। मोदी की वजह से जीत रहे हैं। मोदी नहीं तो ये सब सूखे पत्तों की तरह उड़ जाएँगे। मैं मोदी का फैन नहीं हूँ। मैं बस सच्चाई बता रहा हूँ। सच ये है कि मोदी पॉपुलर हैं, दूसरे पॉपुलर नहीं हैं।”
समान नागरिक संहिता पर बोलते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने भाजपा और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पर निशाना साधा। ओवैसी ने कहा, “मैं गडकरी को सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश की अनुमति देने की चुनौती देता हूँ। आपकी संस्कृति संस्कृति है, लेकिन मेरी संस्कृति, संस्कृति नहीं है?”
ओवैसी ने जोर देते हुए कहा है, “मुस्लिमों की पत्नियाँ वैध पत्नियाँ हैं। उन्हें, रखरखाव और संपत्तियों में हिस्सा मिलता है। वे लोग समान नागरिक संहिता के बारे में बात करते हैं लेकिन ‘लव जिहाद’ पर लोगों पर हमला करते हैं।”
दरअसल, इससे पहले नितिन गडकरी ने समान नागरिक संहिता पर बोलते हुए कहा था कि चार पत्नियाँ रखना अप्राकृतिक है। गडकरी ने सवाल उठाते हुए कहा था आप किसी मुस्लिम देश को जानते हैं जिसमें दो नागरिक कोड हैं? यदि कोई पुरुष किसी महिला से शादी करता है, तो यह स्वाभाविक है। लेकिन अगर कोई पुरुष चार महिलाओं से शादी करता है तो यह अप्राकृतिक है। मुस्लिम समुदाय के प्रगतिशील, शिक्षित चार बार शादी नहीं करते।