Tuesday, November 26, 2024
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केजरीवाल ने की बत्रा हॉस्पिटल में 12 मरीजों की मौत पर ‘सस्ती’ राजनीति, डॉक्टरों ने दिल्ली सरकार को ठहराया जिम्मेदार

एक तरफ जहाँ 'आप' ने सारा दोष मोदी सरकार पर डाल दिया तो वहीं बत्रा हॉस्पिटल के एक डॉक्टर का वीडियो सामने आया जिसमें न्यूज 24 से बातचीत करते हुए उन्होंने मरीजों की मौतों और ऑक्सीजन की कमी के लिए पूरी तरह से अरविंद केजरीवाल सरकार को दोषी बताया।

कोरोना के कहर से परेशान दिल्ली को रविवार तब एक और खबर से झटका लगा जब महरौली स्थित बत्रा अस्पताल में 12 मरीजों की जान चली गई। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, इन सभी मरीजों की मौत अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी की वजह से हुई।

ध्यान देने वाली बात ये है कि बत्रा अस्पताल ने शनिवार सुबह से ही ऑक्सीजन की कमी के बारे में जानकारी देना शुरू कर दिया था, लेकिन अस्पताल में ऑक्सीजन कमी की खबर सामने आने के बाद भी कुछ नहीं किया गया और अंत में 12 मरीजों की जान चली गई।

बत्रा हॉस्पिटल के एक्जिक्युटिव डायरेक्टर ने एक वीडियो जारी किया, जिसे एनडीटीवी ने रविवार दोपहर 1:00 बजे रिपोर्ट किया। इस वीडियो में बत्रा हॉस्पिटल के एक्जिक्युटिव डायरेक्टर ये कहते सुनाई दिए कि उनके यहाँ ऑक्सीजन खत्म हो रहा है और महज कुछ सिलेंडर ही बचे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार उनकी मदद करने की कोशिश कर रही थी, लेकिन ऑक्सीजन टैंकर दूर था। उन्होंने कहा कि उनके अस्पताल के पास केवल 10 मिनट का ऑक्सीजन बचा था।

जैसे ही एनडीटीवी ने ट्वीट किया, लगभग उसी समय आप एमएलए राघव चड्ढा ने ट्वीट किया कि अस्पताल में अगले 5 मिनट में ऑक्सीजन पहुँच रहा है। राघव चड्ढा ने दोपहर में 1 बजकर 16 मिनट पर ट्वीट किया था। हालाँकि राघव चड्ढा का यह वादा कि 5 मिनट में ऑक्सीजन अस्पताल पहुँच रहा है केवल झूठा वादा साबित हुआ। अगले दो घंटे में ऑक्सीजन अस्पताल नहीं पहुँचा, इसके बाद खबर आई कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 12 मरीजों ने दम तोड़ दिया।

जैसे ही मरीजों की मौत की खबर आई, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 12 लोगों की मौत पर राजनीति खेलते हुए तुरंत ही एक ट्वीट किया। उन्होंने दिल्ली को ऑक्सीजन न मुहैया कराने का दोष केंद्र के सिर पर डाल दिया।

एक तरफ जहाँ ‘आप’ ने सारा दोष मोदी सरकार पर डाल दिया तो वहीं बत्रा हॉस्पिटल के एक डॉक्टर का वीडियो सामने आया जिसमें न्यूज 24 से बातचीत करते हुए उन्होंने मरीजों की मौतों और ऑक्सीजन की कमी के लिए पूरी तरह से अरविंद केजरीवाल सरकार को दोषी बताया।

वीडियो में, डॉक्टर ने खुलासा किया कि शनिवार को सुबह 7 बजे से नोडल अधिकारियों को अस्पताल में ऑक्सीजन के लिए SOS कॉल किए जा रहे थे। जब उनसे पूछा गया कि वह किस सरकारी अधिकारी के बारे में बात कर रहे हैं और अस्पताल दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार या फिर केंद्र सरकार के संपर्क था, तो डॉक्टर ने कहा कि अस्पताल का केंद्र सरकार से कोई संपर्क नहीं है और वे अरविंद केजरीवाल सरकार के अधिकारियों के संपर्क में थे।

डॉक्टर ने कहा कि स्वास्थ्य दिल्ली सरकार का राज्य का विषय है दिल्ली में निजी अस्पतालों का संचालन और नेतृत्व अरविंद केजरीवाल सरकार राज्य स्तर पर करती है न कि केंद्र सरकार। डॉक्टर ने कहा कि कोविड-19 महामारी शुरू हुए 14 महीने हो गए हैं और शुरुआत से ही, यह ज्ञात था कि कोविड-19 के उपचार के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता है।

डॉक्टर ने केजरीवाल सरकार से सवाल किया कि पिछले 14 महीनों में दिल्ली सरकार ने ऑक्सीजन का उत्पादन बढ़ाने की कितनी कोशिश की है। डॉक्टर ने कहा कि जो भी ऑक्सीजन दिल्ली सरकार को उपलब्ध कराई गई थी, यह सुनिश्चित करना उनकी जिम्मेदारी थी कि जिन अस्पतालों को जरूरत है वहाँ ऑक्सीजन को प्रभावी ढंग से पहुँचाया जाए, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।

उन्होंने फिर सरकार से अपील की लड़ना बंद करें और दिल्ली को “आत्मनिर्भर” बनने और उन प्लांट्स का निर्माण करने की जरूरत है, जो दिल्ली के लिए ऑक्सीजन का उत्पादन कर सकें।

बत्रा हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी से 12 मरीजों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत दिल्ली सरकार ने जहाँ मोदी सरकार को दोषी ठहराने की पूरी कोशिश की है, वहीं बत्रा अस्पताल के अधिकारी मरीजों की मौत के लिए पूरी तरह दिल्ली सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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