पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष पर बुधवार (जुलाई 1, 2020) को कोलकाता से सटे राजरहाट इलाके में कथित तौर पर हमला किया गया, जब वह सुबह की सैर के लिए गए थे। घोष ने दावा किया कि उनकी कार क्षतिग्रस्त हो गई है और सुरक्षाकर्मियों की वजह से वह बाल-बाल बच गए। घोष ने आरोप लगाया कि उनके सुरक्षाकर्मी, जो उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे थे, उन पर भी हमला किया गया।
उन्होंने कहा कि राजारहाट से सटे भांगड़ के कोचपुकुर गाँव में वह एक चाय की दुकान पर थे जब तृणमूल कॉन्ग्रेस के कुछ गुंडों ने उन पर हमला किया। दिलीप घोष ने हमले के लिए स्थानीय टीएमसी नेता तापस चटर्जी को जिम्मेदार ठहराया है। हालाँकि, चटर्जी ने दावा किया कि उन्हें फँसाया जा रहा है।
घटना के बाद दिलीप घोष ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “मैं वर्तमान में राजारहाट-न्यूटाउन क्षेत्र में रह रहा हूँ। मैं हमेशा की तरह सुबह की सैर के लिए रवाना हुआ और आज मेरा पास के कोचपुकुर गाँव में एक चाय-स्टॉल पर जाने का कार्यक्रम था जहाँ हमारी पार्टी के कार्यकर्ता इंतजार कर रहे थे। इससे पहले कि मैं वहाँ पहुँच पाता, तृणमूल समर्थकों ने मुझे रोक दिया। उन्होंने मेरे साथ मारपीट की और मेरे सुरक्षा गार्डों पर भी हमला किया। इसके बाद हमलावरों ने कुर्सियाँ फेंक दीं और मेरी कार में तोड़फोड़ की।”
West Bengal: State BJP President Dilip Ghosh alleges he was attacked by TMC workers when he went for tea at a stall in North 24 Parganas. He says “My vehicle was vandalised & security personnel were manhandled. I don’t know what is TMC’s problem.” pic.twitter.com/eA2YLLSkPL
— ANI (@ANI) July 1, 2020
वो आगे कहते हैं, “स्थानीय पुलिस को मेरे क्षेत्र के दौरे के बारे में पहले सूचित किया गया था, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। इससे आप बंगाल के लोगों की सुरक्षा की कल्पना कर सकते हैं। मुझे नहीं पता कि तृणमूल कॉन्ग्रेस मुझसे क्यों डरती है।”
इस घटना की निंदा करते हुए कॉन्ग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “कई लोग भाजपा की विचारधारा से सहमत नहीं हैं। जैसे पश्चिम बंगाल के सभी लोग टीएमसी की विचारधारा का समर्थन नहीं करते हैं। लेकिन, घोष पर हमला स्वीकार्य नहीं है।”
गौरतलब है कि 28 जून 2020 को ही पूर्वी मिदनापुर जिले के खजूरी में सत्तारुढ़ तृणमूल कॉन्ग्रेस के समर्थकों और भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों के बीच हुई झड़प के दौरान भाजपा के जिला सचिव को गोली मार दी गई थी। गोली भाजपा सचिव के बाएँ हाथ में लगी थी।
पिछले दिनों पश्चिम बंगाल के सोनारपुर में बीजेपी नेता नारायण विश्वास की नृशंस हत्या कर दी गई। पहले मृतक को गोली मारी गई और जब वो जख्मी होकर नीचे गिर गए, तो हमलावरों ने धारदार हथियार से उनकी हत्या कर दी।
बंगाल के बीरभूम के नानूर इलाके में 47 वर्षीय भाजपा कार्यकर्ता शंकरी बागड़ी की 21 अक्टूबर 2019 को टीएमसी कार्यकर्ताओं ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। झड़प में 6 अन्य भाजपा समर्थक भी घायल हो गए थे।