Saturday, November 16, 2024
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‘1962-2012 तक के चीनी कब्जे पर कॉन्ग्रेस क्यों रही मौन’: लद्दाख सांसद जामयांग ने पूरी लिस्ट देकर राहुल गाँधी को घेरा

बीजेपी सांसद ने राहुल गाँधी को उन जगहों की भी लिस्ट दी है जो भारत ने साल 1962 से 2012 के दौरान कॉन्ग्रेस या यूपीए शासनकाल में गँवा दी थी। इसमें अक्‍साई चीन से लेकर पैंगनक और चबजी घाटी, दूम चेले जैसे इलाकों का जिक्र किया गया है।

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35 ए के प्रावधानों को रद्द किए जाने के बाद अपने भाषण से चर्चा में आए लद्दाख से भारतीय जनता पार्टी के सांसद जमयांग सेरिंग नामग्याल ने कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी द्वारा लद्दाख में चीन की घुसपैठ पर किए गए सवाल का जवाब दिया।

बता दें कि राहुल गाँधी ने मंगलवार (जून 9, 2020) को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के ट्वीट पर तंज के लहजे में प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने ट्वीट किया, “अगर रक्षा मंत्री का हाथ के निशान पर टिप्पणी करने का काम पूरा हो गया हो तो वह इसका जवाब दें कि क्या चीन के सैनिकों ने लद्दाख में भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है?”

इसके जवाब में नामग्याल ने ट्वीट की प्रतिक्रिया में कॉन्ग्रेस नेता को फटकार लगाते हुए लिखा, “मुझे उम्मीद है कि राहुल गाँधी और कॉन्ग्रेस तथ्यों के आधार पर मेरे जवाब से सहमत होंगे और आशा है कि वो फिर से गुमराह करने की कोशिश नहीं करेंगे” क्या लद्दाख में चीन ने भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है? राहुल के इस सवाल के जवाब में नामग्याल ने लिखा, “हाँ, चीन ने भारतीय क्षेत्र पर इस तरह कब्जा कर लिया।”

इसके बाद बीजेपी सांसद ने राहुल गाँधी को उन जगहों की भी लिस्ट दी है जो भारत ने साल 1962 से 2012 के दौरान कॉन्ग्रेस या यूपीए शासनकाल में गँवा दी थी। इसमें अक्‍साई चीन से लेकर पैंगनक और चबजी घाटी, दूम चेले जैसे इलाकों का जिक्र किया गया है।

नामग्‍याल ने अपने ट्वीट में दो तस्‍वीरें पोस्‍ट कीं। एक में उनका जवाब था और दूसरे में डेमचोक घाटी की एक तस्‍वीर। उनका दावा है कि इन इलाकों पर कॉन्ग्रेस के वक्‍त में चीन ने कब्‍जा कर लिया।

  • 1962 में कॉन्ग्रेस राज के दौरान अक्‍साई चिन (37,244 किलोमीटर)।
  • यूपीए राज में 2008 तक चुमूर इलाके के तिया पैंगनक और चाबजी घाटी (250 मीटर लंबाई)
  • यूपीए काल में 2008 में चीनी सीना ने डेमजोक में जोरावर किले को ध्‍वस्‍त किया और 2012 में PLA ने ऑब्‍जर्विंग पॉइंट बना लिया। 13 सीमेंटेड घरों के साथ चीनी/न्‍यू देमजोक/कॉलोनी बसी।
  • यूपीए राज में भारत ने डुंगती और डेमचोक के बीच डूम चेले (एंशियंट ट्रेड पॉइंट) को गँवाया।

गौरतलब है कि इससे पहले भी नामग्याल ने कहा था कि कॉन्ग्रेस सरकार की ग़लत नीतियों की वजह से ही चीन ने डेमचोक सेक्टर तक के इलाक़े पर कब्ज़ा कर लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कॉन्ग्रेस ने तनावपूर्ण स्थितियों में भी तुष्टिकरण को अपनी प्राथमिकता बनाए रखा और न सिर्फ़ कश्मीर को बर्बाद किया बल्कि लद्दाख को भी काफी क्षति पहुँचाई। 

उन्होंने कहा था, “पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने ‘फॉरवर्ड पॉलिसी’ अपनाई जिसमें कहा गया कि हमें एक-एक इंच चीन की ओर बढ़ना चाहिए। इसके कार्यान्वयन के दौरान यह ‘बैकवर्ड पॉलिसी’ बन गई। चीनी सेना लगातार हमारे क्षेत्र में घुसपैठ करती चली गई और हम लगातार पीछे हटते चले गए। यही वजह है कि अक्साई चीन पूरी तरह से चीन के नियंत्रण में है। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के जवान डेमचोक ‘नाला’ तक पहुँच गए क्योंकि लद्दाख को कॉन्ग्रेस के 55 वर्षों के शासन में रक्षा नीतियों में उचित तवज्जो नहीं मिली।”

उन्होंने लोकसभा में भाषण देने के दौरान PDP-NC पर तंज सकते हुए कहा था कि ये दोनों परिवार कश्मीर को अपने बाप की जागीर समझ बैठे थे। इस पर सभी भाजपा सदस्यों की मेजों के थपथपाने से सदन गूँज उठा। इतना ही नहीं, जब विपक्ष ने उनके भाषण में टोका-टोकी शुरू की तो उन्होंने कह दिया, “सुनने की क्षमता रखिए।” बता दें कि नामग्याल का भाषण इतना प्रभावशाली था कि प्रधानमंत्री मोदी ने अलग से उसे ट्वीट कर उनकी तारीफ़ की थी

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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