Saturday, May 17, 2025
HomeराजनीतिBJP सांसद राम स्वरूप शर्मा ने की आत्महत्या, कमरे में लटका मिला शव: भाजपा...

BJP सांसद राम स्वरूप शर्मा ने की आत्महत्या, कमरे में लटका मिला शव: भाजपा संसदीय दल की बैठक रद्द

BJP सांसद रामस्वरूप शर्मा के तीन बच्चे हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। सांसद राम स्वरूप शर्मा ने दिल्ली के नॉर्थ एवेन्यू स्थित आवास में...

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद राम स्वरूप शर्मा ने दिल्ली के नॉर्थ एवेन्यू स्थित आवास में बुधवार (मार्च 17, 2021) को आत्महत्या कर ली। उनके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। उनकी मृत्यु के कारण बीजेपी ने भाजपा संसदीय दल की बैठक रद्द कर दी है।

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, उन्हें सांसद के एक स्टाफ से सुबह करीब 8.30 बजे जानकारी मिली। उन्हें बताया गया कि आरएमएल अस्पताल के पास गोमती अपार्टमेंट में बीजेपी सांसद रामस्वरूप शर्मा ने आत्महत्या कर ली है।

घटना स्थल पर जब अधिकारी पहुँचे तो उनका कमरा अंदर से बंद था और शव अंदर लटका हुआ था। पुलिस का कहना है कि वह फिलहाल जाँच में जुटे हुए हैं। उनकी खुदकुशी का कारण पता नहीं चल सका है।

गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर रामस्वरूप शर्मा को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने लिखा, “हिमाचल प्रदेश के मंडी से बीजेपी सांसद राम स्वरूप शर्मा के आकस्मिक निधन से अत्यंत व्यथित हूँ। मैं दुःख की इस घड़ी में उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएँ व्यक्त करता हूँ और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ। ॐ शांति शांति शांति।”

बता दें कि भाजपा सांसद रामस्वरूप का जन्म 10 जून 1958 को हुआ था। साल 1980 में उन्होंने चंपा शर्मा से शादी की। उनके तीन बच्चे हैं। वह हिमाचल में सिविल सप्लाई के उपाध्यक्ष पद पर भी रहे। वह 16वीं लोकसभा के लिए हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद चुने गए थे।

गौरतलब है कि अभी पिछले माह ही मुंबई के सी ग्रीन होटल के एक कमरे में दादर और नागर हवेली के सांसद मोहन डेलकर का शव संदिग्ध परिस्थितियों में बरामद हुआ था। उनके शव को देख भी आशंका जताई गई थी कि उन्होंने सुसाइड की। कुछ रिपोर्ट्स में शव के पास से सुसाइट नोट मिलने की बात सामने आई थी। पत्र गुजराती भाषा में लिखा था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

240 पुस्तकें, 50 रिसर्च पेपर… स्वामी रामभद्राचार्य को ‘ज्ञानपीठ पुरस्कार’ क्यों? जो 500 सालों में नहीं हुआ वो भी कर दिखाया: संत नहीं, पुरस्कृत...

स्वामी रामभद्राचार्य को 'ज्ञानपीठ पुरस्कार' क्यों? ये लेख उनके लिए नहीं है जो सवाल पूछ रहे, उन आम लोगों के लिए है जो उस गिरोह के भ्रमजाल का निशाना हैं। जिनका पढ़ने-लिखने से कोई वास्ता ही नहीं, वो क्या समझेगा कि 2 महीने की उम्र में अपने नेत्र खोने वाला शिशु कालांतर में 240 पुस्तकें और 50 शोधपत्र प्रकाशित कर देगा।

अब इकोनमी ही नहीं, डिफेंस सेक्टर में भी ग्लोबल पॉवर बनकर उभरा है भारत: ऑपरेशन सिंदूर में दुनिया ने देखा दम, नई डिफेंस पॉलिसी...

‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की सैन्य शक्ति, रणनीतिक क्षमता और राजनीतिक इच्छाशक्ति का प्रदर्शन था। जो खुद पहल कर के निर्णायक कार्रवाई करता है।
- विज्ञापन -