दिल्ली में MCD चुनाव के नतीजे आ गए हैं और ‘आम आदमी पार्टी (AAP)’ 134 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी है। वहीं 15 वर्षों से महानगरपालिका की सत्ता पर काबिज भाजपा एंटी-इंकम्बेंसी के बावजूद 104 सीटें लाने में कामयाब रही है और 2017 के MCD चुनाव के मुकाबले उसका वोट प्रतिशत भी सुधरा है। खास बात ये है कि AAP के दागी मंत्री सत्येंद्र जैन और घोटाले के आरोपों में गिरे उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के वार्डों में भाजपा की जीत हुई है।
इस दौरान सभी की नज़रें मॉडल टाउन विधानसभा क्षेत्र पर भी थी, जहाँ से अखिलेश पति त्रिपाठी AAP के विधायक हैं। उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं। उनके विधानसभा क्षेत्र की तीनों की वार्डों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है। दिल्ली भाजपा के नेता कपिल मिश्रा ने भी इस जीत पर ख़ुशी जताई है, जिन्होंने अंतिम दिनों में यहाँ धुआँधार चुनाव प्रचार किया था। ज्ञात हो कि ‘पेड़ों के बदले टिकट’ मामले में अखिलेश पति त्रिपाठी आरोपित हैं।
अखिलेश पति त्रिपाठी के साले को ‘एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB)’ ने गिरफ्तार भी किया था। आरोप है कि वार्ड संख्या 69 से AAP का पार्षद टिकट दिलाने के लिए उसने 90 लाख रुपए की माँग की थी। आरोप है कि शोभा ने अखिलेश पति त्रिपाठी को 35 लाख रुपए दे भी दिए थे। हालाँकि, मनीष सिसोदिया ने दावा किया था कि AAP में टिकट बेचा नहीं जाता। अखिलेश पति त्रिपाठी को ACB ने समन भी भेजा था। अब उनके विधानसभा क्षेत्र में पार्षद के चुनाव में भाजपा ने AAP का सूपड़ा साफ़ कर दिया है।
मॉडल टाउन विधानसभा की तीनों वार्ड में BJP की शानदार जीत
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) December 7, 2022
दिल्ली में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता का नाम भी इस तरह के स्कैंडल में घिसटने का प्रयास हुआ था। उनका ऑडियो वायरल कर के ये दावा किया गया था कि वो टिकट की खरीद-फरोख्त में शामिल हैं। हालाँकि, मीडिया ने जानकारी दी थी कि ‘डिजिटल मॉर्फ चेकिंग एजेंसी’ ने जाँच के बाद उनका ऑडियो फेक पाया है। एजेंसी ने दावा किया था कि अलग-अलग ऑडियो को मिला कर इसे तैयार किया गया था। आदेश गुप्ता ने भी इसे विपक्ष की ‘गंदी राजनीति’ करार दिया था।
आदेश गुप्ता मूल रूप से उत्तर प्रदेश के कन्नौज में स्थित गुरसहायगंज से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने कानपुर स्थित छत्रपति शाहूजी महाराज यूनिवर्सिटी से विज्ञान में स्नातक किया है। 1994 में जब वो दिल्ली आए थे, तब उन्होंने ट्यूशन पढ़ा कर अपना गुजरा चलाया था। PWD में कॉन्ट्रैक्टर के रूप में कार्य करने के बाद उन्होंने कारोबार और राजनीति में सफलता प्राप्त की। वो अप्रैल 2018 में NDMC के मेयर बने और जून 2020 में उन्हें दिल्ली भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया।