पश्चिम बंगाल में तृणमूल कॉन्ग्रेस पर फिर से एक भाजपा कार्यकर्ता की हत्या करने का आरोप लगा है। गणेश रॉय (Ganesh Roy) का शव रविवार (सितम्बर 13, 2020) सुबह गोघाट स्टेशन (Goghat) के पास एक पेड़ से लटका हुआ मिला।
Ganesh Roy, BJP worker body from Goghat, Arambagh was found H@ng!ng on tree.
— Akshay Singh (@iakshaysinghel) September 13, 2020
Soon West Bengal Police will Tweet this Photo/video as Fake and call suic!de. pic.twitter.com/JjvX4L7xHL
इसकी सूचना मिलते ही गोघाट पुलिस मौके पर पहुँची। इस घटना के कारण रविवार सुबह से ही गोघाट स्टेशन से सटे इलाकों के लोगों में दहशत है। रिपोर्ट्स के अनुसार, गणेश रॉय अपने इलाके में एक सक्रिय भाजपा कार्यकर्ता के रूप में जाने जाते थे। परिवार के सदस्यों का कहना है कि गणेश बाबू शनिवार (सितम्बर 12, 2020) दोपहर से ही लापता थे।
शव रविवार सुबह ही स्टेशन के पास एक पेड़ से लटका मिला। उनके बेटे ने आरोप लगाया कि उसके पिता की हत्या करने और शव को पेड़ पर लटकाने में तृणमूल कॉन्ग्रेस का हाथ है।
पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीष घोष ने कहा है कि मृतक गणेश रॉय भाजपा कार्यकर्ता था और उसकी हत्या सत्ताधारी टीएमसी के लोगों ने की है। टीएमसी पर हत्या का आरोप लगाते हुए दिलीप घोष ने कहा, “आज हमारे मंडल सचिव गणेश रॉय की हत्या कर दी गई और उनके शव को पेड़ से लटका दिया गया, ऐसा हर रोज हो रहा है, सीपीएम अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों की हत्याकर उन्हें गाड़ दिया करती थी, टीएमसी उन्हें लटका देती है।”
मृतक गणेश रॉय का परिवार गोघाट पुलिस स्टेशन में हत्या का मुकदमा दर्ज कराने जा रहा है। घटना के बाद इलाके में भाजपा कार्यकर्ता आक्रोशित हैं और उन्होंने आरामबाग-मेदिनीपुर जाने वाले मार्ग को अवरुद्ध कर दिया। पुलिस ने भी इस घटना पर अभी तक कोई बयान नहीं दिया है। हालाँकि, उन्होंने मौके पर जाँच के बाद पूरी घटना की छानबीन शुरू कर दी है।
बंगाल में जारी है भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या का सिलसिला
बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ हो रही गुंडागर्दी नई नहीं है। इसी स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराने को लेकर हुगली के आरामबाग के नसीबपुर ग्राम पंचायत क्षेत्र में भी एक भाजपा पंचायत सदस्य की हत्या कर दी गई। इसके बाद भी इलाके में राजनीतिक तनाव फैल गया था।
अगले दिन, स्थानीय भाजपा नेतृत्व ने विरोध में गोघाट, आरामबाग में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया और हत्या के लिए मुकदमा चलाने की माँग के बाद रविवार को गोगाट की इस घटना ने कि बंगाल में अभी भी कुछ नहीं बदला है।
इस घटना की निंदा करते हुए पश्चिम बंगाल में भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक कैलाश विजयवर्गीय ने ट्विटर पर लिखा था, “भय, आतंक, गुंडागर्दी, अराजकता और हिंसा जब किसी राजनीतिक दल की कार्यशैली का अधिकृत अंग हो जाए तो समझ लीजिए उसका अंत निकट है। उसका जनता के बीच जाने का साहस खत्म हो गया है। वो जनता को डराकर उन्हें दूर भगाना चाहती है। बंगाल का बच्चा-बच्चा बोल रहा है, ममता शासन डोल रहा है।”
भय, आतंक, गुंडागर्दी, अराजकता और हिंसा जब किसी राजनीतिक दल की कार्यशैली का अधिकृत अंग हो जाए तो समझ लीजिए उसका अंत निकट हैं। उसका जनता के बीच जाने का साहस ख़त्म हो गया हैं। वो जनता को भयाकांत कर उन्हें दूर भगाना चाहती हैं।
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) September 13, 2020
बंगाल का बच्चा-बच्चा बोल रहा हैं ममता शासन डोल रहा हैं। pic.twitter.com/nmwMTHyARp