उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार (दिसंबर 13, 2020) को एक कार्यक्रम में शामिल होने मेरठ पहुँचे। उन्होंने कहा, “हमने पुलिस प्रशासन से साफ कहा कि जब किसानों से मिलें तो हमारा संबोधन राम-राम होना चाहिए। हमारे यहाँ का किसान भाई जब मिलता है तो वह संबोधन में राम-राम बोलता है, तो राम शब्द का प्रयोग दो बार जरूर होना चाहिए। जब हम किसान भाइयों से मिलें तो हमारा संबोधन राम-राम होना चाहिए। जब सुरक्षा के साथ सेंध लगाने वाला कोई भी ऐसा दुराचारी, अपराधी बहन-बेटियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करे तो उसकी राम नाम सत्य की यात्रा भी निकालनी चाहिए। यह कार्य हम और पुलिस-प्रशासन सुनिश्चित करें।” यह बात सीएम योगी ने किसान महापंचायत में कही।
हम किसान भाइयों से मिलें तो हमारा संबोधन “राम राम” होना चाहिए और हमारी बहन-बेटियों की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले दुराचारियों व अपराधियों की “राम नाम सत्य है” की यात्रा निकलनी चाहिए… pic.twitter.com/JJG9eUpfnF
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 13, 2020
किसानों को भ्रम में डाल रहे हैं षड्यंत्रकारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ में किसानों के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि जो भारत की तरक्की नहीं चाहते, वो लोग षड्यंत्र कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग किसानों को भ्रम में डाल रहे हैं। साथ ही आंदोलन कर रहे किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि समाधान बातचीत से होगा, संघर्ष से नहीं।
किसान अन्नदाता है। अपनी फसल और उपज का मालिक भी है। वही तय करेगा कि उसे अपनी फसल को कहां बेचना है। उस पर कोई टैक्स न मण्डी के अंदर न बाहर, कहीं नहीं लगना चाहिए।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 13, 2020
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने यही कहा है। pic.twitter.com/78dXbvjC8u
कृषि कानूनों को बताया किसान हितैषी
सीएम योगी ने किसानों को संबोधित करते हुए विपक्ष पर कड़ा प्रहार किया। साथ ही साथ मोदी सरकार द्वारा बनाए गए कानून को किसानों के हित वाला भी बताया। उन्होंने कहा, “किसान अपनी फसल का मालिक है। उसकी मर्जी है, वो अपनी फसल कहाँ बेचे। किसानों को मिले अधिकार से कुछ लोग परेशान हैं, वे कृषि सुधार नहीं होने देना चाहते हैं। जो भारत की तरक्की नहीं चाहते, वो लोग षड्यंत्र कर रहे हैं। देश के खिलाफ होने वाले किसी भी षड्यंत्र के खिलाफ खड़ा होना होगा।”
भारत सरकार के सहयोग से ₹32,000 करोड़ की लागत से मेट्रो रेल का एक नया विकल्प आरआरटीएस ट्रेन के माध्यम से पहली बार इतनी लंबी दूरी के रूट के तौर पर मेरठ से दिल्ली को जोड़ने की कार्ययोजना बन रही है।
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इस ट्रेन को मेरठ के बाद मुजफ्फरनगर तक चलाने का भी प्रस्ताव भेजा गया है। pic.twitter.com/6MOvZ3MUGO
यहाँ इन्होंने 32,000 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात मेरठ को दी। सीएम योगी ने ट्वीट करते हुए लिखा, “भारत सरकार के सहयोग से ₹32,000 करोड़ की लागत से मेट्रो रेल का एक नया विकल्प आरआरटीएस ट्रेन के माध्यम से पहली बार इतनी लंबी दूरी के रूट के तौर पर मेरठ से दिल्ली को जोड़ने की कार्ययोजना बन रही है। इस ट्रेन को मेरठ के बाद मुजफ्फरनगर तक चलाने का भी प्रस्ताव भेजा गया है।”
सीएम योगी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान आंदोलन के बहाने कुछ लोग उपद्रवियों को के रिहाई की माँग कर रहे हैं, उनकी यह मंशा कभी पूरी नहीं होगी।