कॉन्ग्रेस नेता गौरव पाँधी (Gaurav Pandhi) ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को ‘अंग्रेजों का मुखबिर’ बताया। इस बयान को लेकर भाजपा कॉन्ग्रेस पर हमलावर है। भाजपा नेताओं ने कॉन्ग्रेस से माफी की माँग की है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला (Shahzad Poonawala) ने कहा है कि वीर सावरकर से लेकर वाजपेयी जैसी हस्तियों का अपमान करना कॉन्ग्रेस की आदत बन गई है।
In 1942, like all other members of the RSS, Atal Bihari Vajpayee boycotted the Quit India Movement & worked as a British Informer reporting against those who participated in the andolan.
— Gaurav Pandhi (@GauravPandhi) December 25, 2022
Be it Nellie massacre or demolition of Babri, Vajpayee played an imp role in inciting mobs +
दरअसल, कॉन्ग्रेस नेता गौरव पाँधी ने ट्वीट कर अटल बिहारी वाजपेयी को ‘अंग्रेजों का मुखबिर’ बताने के साथ ही उन्हें भीड़ को उकसाने वाला बताया था। पाँधी ने ट्वीट कर कहा था, “1942 में, आरएसएस के अन्य सभी सदस्यों की तरह, अटल बिहारी वाजपेयी ने ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का बहिष्कार किया और आंदोलन में भाग लेने वालों के खिलाफ अंग्रेजों के मुखबिर के रूप में काम किया।”
+ There is a reason why BJP leaders today always liken Modi with Gandhi, Patel or other Congress leaders and not Savarkar, Vajpayee or Golwalkar. They know the truth!
— Gaurav Pandhi (@GauravPandhi) December 25, 2022
पाँधी ने यह भी कहा, “नेली हत्याकांड हो या बाबरी विध्वंस, वाजपेयी ने भीड़ को भड़काने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यही कारण है कि आज भाजपा नेता हमेशा मोदी की तुलना गाँधी, पटेल या अन्य कॉन्ग्रेस नेताओं से करते हैं न कि सावरकर, वाजपेयी या गोलवलकर से। वे सच जानते हैं।”
गौरव पाँधी के इस बयान के बाद भाजपा कॉन्ग्रेस पर हमलावर है। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, “देश आज भारत अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को याद कर रहा है। कॉन्ग्रेस ने आज अपना असली चेहरा दिखाया। वह सावरकर, अंबेडकर, अटल बिहारी जैसे व्यक्तित्वों का अपमान करने में विश्वास करती है।”
On instructions of First Family of Congress – Gaurav PANDHI has made baseless attacks on Shri AB Vajpayee ji on a day when entire country is paying tribute
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) December 25, 2022
Not Sanyog but a Parivar ka Prayog to insult all icons-from Savarkar ji to Vajpayee ji-Congress must apologise & sack him pic.twitter.com/J7oxdBGIHA
उन्होंने यह भी कहा है, “आज राहुल गाँधी के करीबी माने जाने वाले गौरव पाँधी ने वाजपेयी के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। यह एक संयोग नहीं बल्कि एक प्रयोग है। यह कॉन्ग्रेस की मानसिकता को दर्शाता है। यह उनकी आदत बन गई है। गौरव पाँधी को बर्खास्त करते हुए कॉन्ग्रेस को माफी माँगनी चाहिए।”
PM Vajpayee ji was praised by Nehru ji & Dr Manmohan Singh
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) December 25, 2022
Were they wrong & is Gaurav PANDHI right?
This is a deliberate attempt to tarnish icons of Bharat by first family using people like PANDHI !
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पूनावाला ने ट्वीट कर कहा है, “वाजपेयी जी की नेहरू जी और डॉ मनमोहन सिंह ने प्रशंसा की थी। क्या वे गलत थे और क्या गौरव पाँधी सही हैं? यह पाँधी जैसे लोगों का इस्तेमाल करके प्रथम परिवार (गाँधी परिवार) जानबूझकर भारत के प्रतीक को कलंकित करने का काम कर रहा है।”
On one hand Rahul Gandhi pretending to pay respect to Vajpayee ji by visiting his Samadhi
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) December 25, 2022
On other hand his close aide Gaurav Pandhi insults Vajpayee ji on a day we celebrated his legacy
Rahul’s hypocrisy exposed
If Rahul , Congress truly respect Vajpayee ji then sack him pic.twitter.com/xEbn8HH8Il
एक अन्य ट्वीट में पूनावाला ने लिखा, “एक तरफ राहुल गाँधी वाजपेयी जी की समाधि पर जाकर उन्हें सम्मान देने का नाटक कर रहे हैं। दूसरी ओर जिस दिन हमने बाजपेयी जी को याद किया उसी दिन उनके करीबी सहयोगी गौरव पाँधी उनका अपमान कर रहे हैं। राहुल के दोगलेपन की पोल खुल गई अगर राहुल, कॉन्ग्रेस में वाजपेयी जी का सम्मान करते हैं तो उन्हें (गौरव पाँधी को) बर्खास्त कर दें।”
Leaders like Atalji have earned the respect of leaders across political lines and the love of the people of India because of his undying commitment to the nation. Does this have official sanction from the party ? https://t.co/iUUtDLTH5D
— Jitin Prasada जितिन प्रसाद (@JitinPrasada) December 25, 2022
इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और भाजपा नेता जितिन प्रसाद ने कहा है, “अटल जी जैसे नेताओं ने राष्ट्र के प्रति उनकी अमर प्रतिबद्धता के कारण राजनीतिक क्षेत्र में नेताओं का सम्मान और भारत के लोगों का प्यार हासिल किया है। क्या गौरव पाँधी के इस बयान को कॉन्ग्रेस की ओर से आधिकारिक मंजूरी मिली हुई है?”