सन 1947 में आज़ादी को लेकर बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के बयान ने तूल पकड़ लिया है। सोशल मीडिया पर वाद-विवाद के साथ इस मुद्दे पर अब राजनेताओं ने भी बयानबाजी शुरू कर दी है। इस मुद्दे पर अब कॉन्ग्रेस नेता उदित राज ने बयान दिया है। उदित राज ने कंगना रनौत को मानसिक बीमार की संज्ञा दी है।
उदित राज ने अपने ट्विटर हैंडल से कंगना रनौत पर भड़ास निकाली है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सम्बोधित कर ट्वीट किया, “मोदी सरकार ने मानसिक बीमार कंगना रनौत को पद्मश्री देकर संविधान, जनतंत्र और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है। पद्मश्री छीनकर इस पागल को गिरफ़्तार किया जाए।”
मोदी सरकार ने मानसिक बीमार कंगना रनौत को पद्मश्री देकर संविधान , जनतंत्र और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है। पद्मश्री छिनकर इस पागल को गिरफ़्तार किया जाए।
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) November 11, 2021
उदित राज यहीं नहीं रूके। उन्होंने 2 घंटे बाद एक और ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा, “भाजपा प्रचारक पद्मश्री कंगना रनौत ने कहा कि आजादी 2014 मे मिली। RSS ने 11 दिसम्बर 1948 को संविधान व डॉ अंबेडकर का पुतला जलाया था। ये दलित, आदिवासी, पिछड़े एवं महिलाओं की आजादी को मानते ही नही”। उदित राज ने अपने इस ट्वीट में अपनी पार्टी कॉन्ग्रेस के अलावा ANI और PTI को भी टैग किया है।
भाजपा प्रचारक पदमश्री कंगना रनौत ने कहा कि आजादी 2014 मे मिली।RSS ने 11 दिसम्बर 1948 को संविधान व डॉ अंबेडकर का पुतला जलाया था।ये दलित, आदिवासी,पिछड़े एवं महिलाओं की आजादी को मानते ही नही।@INCIndia @PTI_News @ANI
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) November 11, 2021
कंगना रनौत ने टाइम्स नाउ के एक कार्यक्रम में उन्होंने असली आज़ादी 2014 में मिलनी बताया था। 1947 में मिली आज़ादी को उन्होंने आज़ादी नहीं बल्कि भीख की संज्ञा दी थी। इसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना होने लगी। कॉन्ग्रेस नेता गौरव पांधी ने इस वीडियो को शेयर करते हुए कंगना रनौत की आलोचना की है।
The RSS could never accept the fact that their British masters were forced to leave in 1947. Their slavery knew no bounds. No wonder they didn’t hoist the tricolour for half a century.
— Gaurav Pandhi (@GauravPandhi) November 11, 2021
The return of slavery in 2014 was their ‘independence’. Kangana Ranaut is just one of them. pic.twitter.com/GmAkJ6QWPC
इससे पहले भाजपा नेता वरुण गाँधी ने इस बयान पर कंगना रनौत को आड़े हाथों लिया था। इस बयान को लेकर वरुण गाँधी ने ट्वीट कर कहा था, “इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह?” अपने इस ट्वीट में वरुण गाँधी ने कंगना पर महात्मा गाँधी, मंगल पाण्डेय, रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान के अपमान का आरोप लगाया था।
कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) November 11, 2021
इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह? pic.twitter.com/Gxb3xXMi2Z