2014 के बाद भारत की राजनीति पूरी तरह बदल चुकी है। लेकिन एक चीज जो नहीं बदली, वह है- कॉन्ग्रेस बैठकों की वही घिसी-पिटी स्क्रिप्ट। 5 राज्यों के हालिया विधानसभा चुनाव में बुरी तरह परास्त हुई पार्टी ने रविवार (13 मार्च 2022) को वर्किंग कमिटी की बैठक की खानापूर्ति की। लेकिन घंटों की कवायद के बाद वही कहानी निकली जो सफाए के कगार पर खड़ी पार्टी पहले भी तमाम मौकों पर पेश कर चुकी है। यानी, गाँधी-वाड्रा फैमिली ने अपनी तरफ से जिम्मेदारी से मुक्त होने की पेशकश की, बैठक में मौजूद लोगों ने कहा कि ऐसा नहीं होगा क्योंकि आप ही हमारे ‘तारणहार’ हैं, फिर गाँधी नेतृत्व करते रहने को मान गए और चिंतन शिविर वाली एक और खानापूर्ति जल्द ही कर लेने का फैसला कर लिया गया।
वर्किंग कमिटी की बैठक अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा, वेणुगोपाल, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में पार्टी नेता अधीर रंजन चौधरी, पी चिदंबरम आदि शामिल हुए। इसके अलावा G-23 के गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और मुकुल वासनिक ने भी बैठक में शिरकत की।
Correction | Congress interim president Sonia Gandhi said that she along with her family members Rahul Gandhi & Priyanka Gandhi Vadra are ready to sacrifice* for the party, but we all rejected this: Congress leader Adhir Ranjan Chowdhury on CWC meeting
— ANI (@ANI) March 13, 2022
तकरीबन 5 घंटे तक चली बैठक में कॉन्ग्रेस ने विधानसभा चुनावों में हार पर ‘गंभीर’ चिंता प्रकट करते हुए फैसला किया कि जल्द ही एक ‘चिंतन शिविर’ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
Congress interim president Sonia Gandhi in her speech said that if the party feels we all three (herself, Rahul Gandhi, Priyanka Gandhi Vadra) are ready to resign, but CWC unanimously rejected this: Sources pic.twitter.com/vYMRPkEW2D
— ANI (@ANI) March 13, 2022
इस दौरान सोनिया गाँधी ने इस्तीफे की पेशकश करते हुए कहा कि अगर पार्टी नेताओं को लगता है कि हार के लिए वो जिम्मेदार हैं तो वो तीनों (सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी वाड्रा) इस्तीफे के लिए तैयार हैं। हालाँकि, पार्टी नेताओं ने उन पर पूर्ण विश्वास जताया और उनसे संगठनात्मक चुनाव पूरे होने तक पार्टी की कमान सँभालने का आग्रह किया। अधीर रंजन चौधरी, मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल और दिनेश गुंडू राव समेत कई कॉन्ग्रेस नेताओं ने इसकी पुष्टि की और कहा कि सोनिया गाँधी के नेतृत्व में कॉन्ग्रेस 2024 का चुनाव लड़ेगी। कई नेताओं ने एक बार फिर राहुल गाँधी को अध्यक्ष बनाए जाने की भी माँग की।
Congress interim president Sonia will lead us & will take future steps. We all have faith in her leadership: Congress leader Mallikarjun Kharge after the party’s working committee meeting pic.twitter.com/1l5ahufDjd
— ANI (@ANI) March 13, 2022
She (Sonia Gandhi) continues to be the president of the party. Detailed discussion held about the 5 states elections. We discussed how to take things forward and how we prepare for the forthcoming elections: AICC Goa in-charge, Dinesh Gundu Rao after the party’s CWC meeting pic.twitter.com/iTcG8DXf5F
— ANI (@ANI) March 13, 2022
चुनाव के नतीजों को स्वीकार करते हुए कॉन्ग्रेस पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं और देशवासियों को भरोसा दिलाया कि वह एक सतर्क और जीवंत विपक्ष बनी रहेगी। कहा, “कॉन्ग्रेस पार्टी 2022 और 2023 के साथ-साथ 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।”
Congress party will be fully prepared to face the electoral challenges in the forthcoming elections including the 2024 Lok Sabha elections. CWC unanimously reaffirmed its faith in the leadership of Sonia Gandhi and requested her to lead from the front: Congress pic.twitter.com/nVzk4Dx29C
— ANI (@ANI) March 13, 2022
बैठक में पाँच राज्यों में हुई हार पर प्रभारियों और पर्यवेक्षकों ने अपनी-अपनी रिपोर्ट सौंपी। इसमें हार के कारणों, खामियों और क्या खोया, क्या पाया, इसकी जानकारी दी गई। हार से कैसे उबरा जाए और जनता तक अपनी बात कैसे पहुँचाए, इस पर गुलाम नबी आजाद और दिग्विजय सिंह ने अपनी बात रखी।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा और मणिपुर में कॉन्ग्रेस का बुरा हाल रहा तो वहीं पंजाब में उसने बुरे प्रदर्शन के साथ सत्ता गँवा दी। उत्तर प्रदेश में प्रियंका गाँधी ने चुनाव प्रचार की कमान सँभाली थी, लेकिन कॉन्ग्रेस को महज दो सीटें ही जीत पाई। यूपी की 380 सीटों पर कॉन्ग्रेस प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई।