Tuesday, November 19, 2024
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दारा सिंह चौहान बालू खनन माफिया… CM योगी से पड़ चुकी है डाँट, BJP में नहीं गली दाल तो भागे सपा में : पार्षद धर्मदेव चौहान का खुलासा

धर्मदेव चौहान ने पूर्व मंत्री को लेकर कहा कि उन्होंने चौहान समाज को छलने का काम किया है। उनके विरुद्ध जाँच चल रही है। जाँच के बाद कार्रवाई की जाएगी। उनके मुताबिक दारा सिंह ने पार्टी में गंदा काम किया और फिर पार्टी छोड़कर भाग गए।

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से इस्तीफा देकर अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले दारा सिंह चौहान को लेकर गोरखपुर के पार्षद धर्मदेव चौहान ने एक बड़ा खुलासा किया है। पत्रकारों से बातचीत में धर्मदेव चौहान ने आरोप लगाया कि दारा सिंह बालू खनन माफिया हैं जो 6 माह से इस काम को कर रहे थे। धर्मदेव चौहान ने पूर्व मंत्री को लेकर कहा कि उन्होंने चौहान समाज को छलने का काम किया है। उनके विरुद्ध जाँच चल रही है। जाँच के बाद कार्रवाई की जाएगी। उनके मुताबिक दारा सिंह ने पार्टी में गंदा काम किया और फिर पार्टी छोड़कर भाग गए।

उन्होंने कहा, “दारा सिंह चौहान बीजेपी छोड़कर भागे हैं। उसके संदर्भ में मैं कहना चाहूँगा कि दारा सिंह ने बीजेपी में रहते हुए, सत्ता का मजा लेते हुए परिवारवाद किया है और समाज को लूटा है। समाज को गुमराह किया है। चौहान समाज बीजेपी का अनुयायी है। इन्होंने यहाँ आकर वोट लेने का काम किया है और हमने जो उन्हें वोट दिया उसके बदले इन्होंने धोखा दिया। हमारा समाज बीजेपी को समर्थन दे रहा है। इनका जल्द ही में एक काला चिट्ठा सामने आने वाला है। वन मंत्री रहते हुए इन्होंने बालू खनन का काम किया। जब महाराज (सीएम योगी) को पता चला तो उन्होंने इन्हें बुलवाकर डांटा। तब इन्हें लगा कि इनका इस पार्टी में काम नहीं चलेगा, तब इन्होंने पार्टी छोड़ी। इनको ये नहीं पता एक पृथ्वीराज चौहान थे जो जुबान देकर हटते नहीं थे और एक ये हैं जिन्होंने मोहम्मद गौरी के अनुयायियों के समक्ष झुकने का काम किया है।”

धर्मदेव चौहान कहते हैं कि दारा सिंह चौहान का कारनामा अभी हाल ही में सामने आया है। ये पहले से ऐसे नहीं थे। बीच में इन्हें लगा होगा वो ये काम बीजेपी में रहकर नहीं कर पाएँगे इसलिए उन्होंने वहाँ अख्तियार किया। ये न अपने समाज के हुए और न ही अपने देश के हुए। चौहान समाज को दुख है कि अगर ये बीजेपी में आए तो ऐसा काम करके क्यों गए। इनके पोस्टर लगने शुरू हो गए थे कि वह क्षेत्र से नदारद हैं। इनकी ख्याति खत्म हो चुकी थी। इन्हें ये भी पता था कि वे अपने क्षेत्र से हारने वाले हैं इसलिए उन्होंने उस जगह (सपा) को चुना। अब मामले में जाँच हो रही है, जो सच होगा वो सामने आएगा।

धर्मदेव चौहान ने कहा कि चुनाव के समय पार्टी छोड़ने वाले इसलिए भी गए क्योंकि उन्हें लग गया था कि वो चुनाव नहीं जीतेंगे। वो लोग अपने क्षेत्रों में गए ही नहीं। सिर्फ लखनऊ में बैठकर राजशाही करते रहे। ऐसे लोगों को हारना ही है। वो दूसरे दल में जाकर अपना सम्मान बचाएँगे ही। क्यों यहाँ रहेंगे। उन्होंने पत्रकारों के सामने साफ किया कि जो लोग भी बीजेपी में रहते हुए गलत काम करेंगे उनके ऊपर जाँच की जाएगी। खुद के चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी ऐसा कुछ विचार नहीं है। उन्होंने बताया कि दारा सिंह के इस्तीफे से पहले से उनके ऊपर जाँच चल रही है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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