Saturday, September 21, 2024
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सुबह 43 परिवार उजड़ गए, शाम को ‘बधाई’ कार्यक्रम में दिखे दिल्ली के CM केजरीवाल

दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आरोप लगाया कि जहाँ एक तरफ पूरी दिल्ली मातम में डूबी है, 43 परिवार उजड़ गए और कई लोग घायल हैं, दिल्ली के मुख्यमंत्री जी 'बधाई तिमारपुर' कार्यक्रम कर रहे हैं। तिवारी ने केजरीवाल से पूछा कि....

नॉर्थ दिल्ली की अनाज मंडी में भीषण आग लगने के कारण रविवार (दिसंबर 8, 2019) की सुबह 43 लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे, और इधर उसी दिन मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल शाम को ‘बधाई कार्यक्रम’ में शामिल हुए। दिल्ली की इस त्रासदी के बाद जहाँ दिल्ली भाजपा और आम आदमी पार्टी एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप में लगी है। आप सुप्रीमो अरविन्द केजरीवाल से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक ने इस घटना को लेकर शोक जताया। अस्पतालों में अभी भी अपने करीबियों का हालचाल जानने के लिए लोग पहुँच रहे हैं। परिजनों को बुला कर लाशों की पहचान कराई जा रही है।

दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आरोप लगाया कि जहाँ एक तरफ पूरी दिल्ली मातम में डूबी है, 43 परिवार उजड़ गए और कई लोग घायल हैं, दिल्ली के मुख्यमंत्री जी ‘बधाई तिमारपुर’ कार्यक्रम कर रहे हैं। तिवारी ने केजरीवाल से पूछा कि वो इतने संवेदन शून्य कैसे हो सकते हैं? रिहायशी इलाक़े की अवैध फैक्ट्री में लगी आग के बाद उस फैक्ट्री के मालिक रेहान को गिरफ़्तार कर लिया गया है। वो फरार हो गया था लेकिन पुलिस ने उसे धर-दबोचा, जिसके बाद उससे पूछताछ की गई।

दरअसल, तिमारपुर में सीवर लाइन प्रोजेक्ट का उद्घाटन होना था, जिसमें केजरीवाल शामिल हुए। भाजपा ने इसे लेकर आपत्ति जताई। पार्टी ने कहा कि इतनी बड़ी त्रासदी के दिन मुख्यमंत्री को शोक-संतप्त परिजनों को ढाँढस बँधाना चाहिए था लेकिन वो जश्न में मशगूल हैं। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा;

“निगम द्वारा कोई भी लाइसेंस नहीं दिया गया है। केजरीवाल ये बताएँ कि फैक्ट्री चलाने वाला रेहान कौन है, जिसे वहाँ के विधायक का संरक्षण प्राप्त है? हम इसकी उच्च स्तरीय जाँच की माँग करते हैं।”

मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने घटनास्थल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। राज्य के गृहमंत्री सत्येंद्र जैन भी घटनास्थल पर पहुँचे। दिल्ली सरकार और एमसीडी के बीच चल रहे आरोप-प्रत्यारोप के बीच यह चर्चा चल रही है कि दिल्ली में ऐसी कई अनाधिकृत कॉलोनियाँ व फैक्ट्रियाँ हैं, जहाँ ऐसी त्रासदी हो सकती है। उन्हें समय रहते रोका जाना चाहिए।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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