अरविंद केजरीवाल दिल्ली के चुनाव प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसे आरोप लगते रहे हैं कि उनका प्रचार फिक्स होता है और उसमें लाए गए लोग भाड़े पर होते हैं। पिछले दिनों कई वीडियो भी इस तरह के सामने आए थे। मसलन, एनडीटीवी के टाउनहॉल और अन्य कार्यक्रमों में एक ही व्यक्ति उनकी बार-बार तारीफ कर रहा था और सवाल पूछ रहा था। इसके बाद लोगों ने सवाल उठाया था कि क्या दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कुछ ऐसे लोगों को रखा हुआ है, जो टीवी कार्यक्रमों के दौरान उनकी तारीफ करने का काम करते हैं। आम आदमी पार्टी के कुछ नेताओं को भी इस दौरान कार्यक्रम में बिठाया जाता है और वो केजरीवाल की तारीफ करते दिखते हैं। उन्हें ‘ दिल्ली का आम आदमी’ बता कर पेश किया जाता है।
अब सवाल उठा है कि क्या केजरीवाल ने अपनी रैलियों के दौरान सीटें भरने के लिए किसी स्टाफिंग कम्पनी का यूज करते हैं। स्टफिंग कम्पनी वो होती है, जो किसी काम के लिए मानव संसाधन मुहैया कराती है और इस काम के लिए उसे रुपए दिए जाते हैं। एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक शख्स कहता दिख रहा है कि उसने ‘टीम लीज’ कम्पनी की प्लेसमेंट सर्विस में नाम लिखाया था, जहाँ से उसे आम आदमी पार्टी के चुनाव प्रचार में 6 दिनों के लिए भेज दिया गया।
उक्त व्यक्ति बेरोजगार है और उसने सैलरी की उम्मीद से ऐसा किया। उसने बताया कि ‘टीम लीज’ ने कनॉट प्लेस में उसकी ड्यूटी लगाई और उसे वहाँ दोपहर के 12 बजे पहुँचने का कहा। उसने बताया कि वहाँ आने के बाद उसका वीडियो बनाया गया। उसने बताया कि उसकी अनुपस्थिति लगा दी गई, क्योंकि वो 2 घंटे लेट आया था। नीचे संलग्न किए गए वीडियो में उक्त व्यक्ति को आप अपना दुख व्यक्त करते हुए देख सकते हैं:
So Kejriwal is using the services of a staffing company like Team Lease for his political rallies?
— Girish S (@girishs2) February 2, 2020
I wonder how this is accounted for in their book of accounts
Please check this @TVMohandasPai @amitmalviya @nsitharaman @PiyushGoyal https://t.co/EAWAhHND2A
‘पॉलिटिकल कीड़ा’ द्वारा ट्वीट किए गए वीडियो में पीड़ित ने बताया कि उसे अब तक काम के रुपए भी नहीं दिए गए हैं। उसने बताया कि उसे अनमोल और रजत नामक लोगों ने बुलाया था। सोशल मीडिया पर लोगों ने अरविंद केजरीवाल से अपील की है कि वे जहाँ कहीं भी हों, पीड़ित के रुपए दे दें क्योंकि वो बेरोजगार है और उसने जॉब की उम्मीद में ये काम करना स्वीकार किया था।
जहाँ तक ‘टीम लीज’ की बात है, उसकी वेबसाइट पर स्पष्ट लिखा हुआ है कि वो एक ‘फॉर्च्यून 500’ कंपनी है, जिसके पास मानव संसाधन प्रचुर मात्रा में है। वहाँ 17 लाख लोग काम कर रहे हैं और रोजाना 2 लाख लोगों के लिए वैकेंसी रखी जाती है। इस कम्पनी के देश भर में 6600 जगहों पर 2 लाख एसोसिएट ट्रेनी हैं। कंपनी अभी लाखों लोगों को हायर करने वाली है, ऐसा दावा किया गया है। तो क्या अरविंद केजरीवाल ने अपनी पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान के लिए ‘टीम लीज’ की सर्विस ली है?