Monday, December 23, 2024
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‘गाँधी वाला हिंदू धर्म और गोडसे वाला हिंदुत्व’ : सलमान खुर्शीद, राशिद अल्वी, राहुल गाँधी के बाद कॉन्ग्रेस ने दी नई थ्योरी

गौरव वल्लभ ने कहा, "हिंदू धर्म के उपदेशक महात्मा गाँधी हैं और हिंदुत्व का गोडसे है। इन दोनों के चरित्र में जो अंतर है, वही अंतर हिंदू और हिंदुत्व में है। ये दोनों अपनी-अपनी विचारधारा के शिखर पुरुष हैं...जो गाँधी है वह हिंदू है और जो गोडसे है वह हिंदुत्व है।"

कॉन्ग्रेस पार्टी लगातार इस बात को साबित करने में जुटी है कि हिंदू और हिंदुत्व दो अलग-अलग चीजें होती हैं। इसी क्रम में सलमान खुर्शीद और राहुल गाँधी के बाद अब कॉन्ग्रेस नेता गौरव वल्लभ ने अपना बयान दिया है। वल्लभ ने गाँधी और गोडसे का उदाहरण देकर कहा कि पिछले 200 साल में जिस व्यक्ति ने सबसे अच्छे से हिंदू धर्म को अनुसरण किया वो महात्मा गाँधी हैं। वल्लभ कहते हैं, जिस व्यवहार पर गाँधी ने अमल किया को वो हिंदू धर्म है और जिस व्यवहार पर गोडसे चले वह हिंदुत्व है।

वल्लभ ने कहा, “गोडसे ने गाँधी को क्यों मारा? हिंदुत्व ने हिंदू धर्म को मारने की कोशिश क्यों की? हिंदू धर्म तो सर्वधर्म समभाव, वसुधैव कुटुम्बकम की ही बात करता है, सबको अपनाने की बात करता है जिसमें जो अच्छा लगा उसे ग्रहण करने की बात करता है। लेकिन गोडसे का हिंदुत्व ऐसा नहीं है उसका मतलब यही है कि जो सर्वधर्म समभाव, वसुधैव कुटुम्बकम की बात कर रहा है उसे गोली मारो।”

वह बोले, “हिंदू धर्म के उपदेशक महात्मा गाँधी हैं और हिंदुत्व का गोडसे है। इन दोनों के चरित्र में जो अंतर है, वही अंतर हिंदू और हिंदुत्व में है। ये दोनों अपनी-अपनी विचारधारा के शिखर पुरुष हैं…जो गाँधी है वह हिंदू है और जो गोडसे है वह हिंदुत्व है।” 

कॉन्ग्रेस नेता ने कहा, “अब देश को तय करना है कि उसे गाँधी के बताए हुए अहिंसा के मार्ग पर चलना है या फिर गोडसे के बताए हिंसा के मार्ग पर चलना है।” खुर्शीद के बयान पर वल्लभ ने कहा कि बीजेपी को बताना चाहिए कि क्या वह लालकृष्ण आडवाणी की इस बात से सहमत हैं कि जिन्ना सबसे बड़े धर्मनिरपेक्ष थे? उन्होंने कहा कि भाजपा को आडवाणी, जसवंत और एस एम गोलवलकर की पुस्तकों को लेकर जवाब देना चाहिए।

यहाँ बता दें कि कॉन्ग्रेस नेता गौरव वल्लभ ने हिंदू और हिंदुत्व पर बात करने के अलावा कंगना रनौत के ख़िलाफ़ राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज करने की बात कही। उन्होंने कहा कि कंगना से सारे राष्ट्रीय पुरस्कार वापस ले लिए जाने चाहिए।

वल्लभ ने कहा, “इस सरकारी अदाकारा के बयान के दो कारण हो सकते हैं। एक कारण यह है कि उन्हें लिखकर दिया जा रहा है कि मुख्य मुद्दों पर से ध्यान भटकाओ। दूसरा कारण यह हो सकता है कि महात्मा गाँधी को अपमानित किया जाए और गोडसेवादी ताकतों को आगे लाया जाए।”

उल्लेखनीय है कि इससे पहले राशिद अल्वी, सलमान खुर्शी और राहुल गाँधी ने हिंदुत्व पर अपना बयान दिया था। राहुल ने कहा था– बीजेपी हिंदुत्व की बात करती है। हिंदू और हिंदुत्व में क्या फर्क है, क्या ये एक हो सकते हैं? अगर हैं तो इनका नाम क्यों एक जैसा नहीं है। ये सच में अलग हैं। क्या हिंदू धर्म में ये है कि सिख और मुस्लिम को पीटा जाए? हिंदुत्व में ये है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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