मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एक बार फिर अपने बयानों के कारण सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने इमरान खान के नाम के आगे ‘जी’ लगाकर उनके बयान का समर्थन किया है। गाँधी जयन्ती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने ‘कट्टर हिंदुत्व’ के ख़िलाफ़ बात की और साथ ही उसे खतरनाक भी बताया। उन्होंने कहा जिस तरह से मुस्लिमों की कट्टरता खतरनाक है, उसी तरह हिंदुओं की भी कट्टरता खतरनाक है। ऐसे में अगर बहुसंख्यक आबादी का संप्रदायीकरण होता है तो देश के लिए बड़ी मुश्किल होगी।
#WATCH Digvijaya Singh,Congress: Pakistan PM Imran Khan spoke about ‘Islamophobia’. Radicalisation of Hindus is as dangerous as radicalisation of the Muslims. In India, if communalism of the majority happens it will not be easy to save the country from it. pic.twitter.com/fgLvclwc96
— ANI (@ANI) October 2, 2019
बुधवार को इंदौर में बोलते हुए उन्होंने ये बयान दिए। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि इमरान खान प्रधानमंत्री जी लगातार ‘रेडिकलाइजेशन ऑफ द मुस्लिम’ की बात करते हैं। वे इस्मालिक फोबिया को लेकर विचार रखते हैं। उसी का काउंटर है ‘रेडिकलाइजेशन ऑफ द हिंदूज’, मतलब जिस प्रकार से इस्लाम की कट्टरता पाकिस्तान के लिए खतरनाक साबित हो रही है, ठीक उसी तरह से ‘रेडिकलाइजेशन ऑफ द हिंदूज’ भी भारत के लिए खतरा है।
नेहरू को याद करते हुए कॉन्ग्रेस नेता ने उनकी बात दोहरई और कहा कि पं नेहरू ने कहा था कि अल्पसंख्कों की साम्प्रादायिकता के मुकाबले बहुसंख्यकों की साम्प्रादायिकता ज्यादा खतरनाक होती है। इसलिए उनकी मानें तो जो हाल पाकिस्तान का हुआ है, अगर ऐसा ही हाल भारत का हुआ तो उसे बचाना आसान नहीं होगा। इसलिए, इससे बचने की जरूरत है।
दिग्विजय सिंह बोले- हिंदुओं की कट्टरता भी मुस्लिम कट्टरता जितनी ही खतरनाक#digvijayasingh pic.twitter.com/SjnliQp7UG
— News18 MadhyaPradesh (@News18MP) October 2, 2019
गाँधी जयन्ती पर आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने गाँधी पर भी बात की, लेकिन वर्तमान से गढ़ते हुए। उन्होंने कहा, “गाँधीजी ने भारत की सनातनी परंपरा और संस्कृति को समझा था। सनातन धर्म में सत्य अहिंसा की बात होती है। आज अहिंसा ही संकट में है। भगवान महावीर, भगवान बुद्ध और महात्मा गांधी की परंपरा के साथ हमारा धर्म संकट में है।” इसके बाद उन्होंने कहा कि अगर इन सबका (स्थिति) विरोध करना है तो अहिंसा का रास्ता चुनना होगा।
कॉन्ग्रेस के दिग्गज नेता ने पाक के पीएम के बयान का समर्थन करते हुए इस दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। उनके मुताबिक आज पीएम मोदी ने नफरत की बात हर घर पहुँचा दी है। उनका कहना है, “जब नारा लगता था हर-हर मोदी, घर-घर मोदी तो वाकई में नफरत की आग नरेंद्र मोदी जी और उस विचारधारा ने हर घर में पहुँचा दी है। मैं इस बात को मानता हूँ कि सांप्रदायिक्ता का भूत बोतल में जब तक बंद है तब तक बंद है। एक बार निकल गया तो इसको वापस बोतल में डालना आसान नहीं है।”
उल्लेखनीय है कि दिग्विजय सिंह अक्सर अपने बयानों के कारण चर्चा में रहते हैं, लेकिन गाँधी जयन्ती पर इस प्रकार भारतीय प्रधानमंत्री पर ऊँगली उठाते हुए इमरान खान के बयान के समर्थन ने उनके आगे नया विवाद लाकर खड़ा कर दिया हैं। सवाल बस यही उठ रहा है कि अगर भारत की वर्तमान स्थिति पर ही बात करनी थी तो पाक प्रधानमत्री के बयान का उदाहरण देने की क्या आवश्यकता थी?