तमिलनाडु में डीएमके (DMK) और विदुथालाई चिरुथैगल कच्ची (VCK) के कार्यकर्ताओं ने जबरन इंदु मक्कल काची (IMK) के प्रमुख अर्जुन संपत का घेराव कर उन्हें बाबासाहेब अंबेडकर को श्रद्धांजलि देने से रोकने की कोशिश की।
Communemag की एक रिपोर्ट के अनुसार, IMK प्रमुख अर्जुन संपत भारत रत्न बीआर अंबेडकर की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने चेन्नई के राजा अन्नामलाई पुरम स्थित स्मारक गए थे। इसी दौरान वीसीके और डीएमके के कुछ कार्यकर्ताओं ने उन्हें परिसर में प्रवेश करने से रोका।
बता दें पार्टी कार्यकर्ताओं ने गेट बंद कर अर्जुन संपत के खिलाफ नारे लगाए। इतना ही नहीं बाबासाहेब आंबेडकर को सम्मान देने के लिए आए आईएमके सदस्यों पर आक्रामक रुख अख्तियार करते और हिंदू विरोधी बयान देते हुए कार्यकर्ताओं ने कहा ने यह भी कहा कि वे सनातन धर्म को उखाड़ फेंकेंगे और भगवा को मिटा देंगे। वीसीके के झंडे लिए मुस्लिम समुदाय के दो सदस्यों ने अर्जुन संपत का भगवा शॉल खींचने की भी कोशिश की।
VCK और DMK के लोगों ने भारत माता के नारे लगाने पर भी जताई आपत्ति
वामपंथी ‘पेरियारिस्ट’ संगठनों और कम्युनिस्ट संगठनों के लोगों ने कथित तौर पर आईएमके नेता पर हमला करने की कोशिश भी की। साथ ही स्मारक के अंदर ‘भारत माता की जय’ के नारे पर भी आपत्ति जताई। हालाँकि पुलिस की मदद से अर्जुन संपत और आईएमके के अन्य नेता बाद में बाबा साहेब को श्रद्धांजलि देने में सफल हुए।
इस मामले पर अर्जुन संपत ने कहा, “सामाजिक न्याय के ये तथाकथित झंडाबरदार मुझे बाबासाहेब को सम्मान देने से रोक कर, एक प्रकार से मुझसे अछूतों जैसा व्यवहार कर रहे हैं। बाबासाहेब के नाम का इस्तेमाल करने के लिए उन्हें खुद पर शर्म आनी चाहिए। वे VCK या DMK के नेता नहीं हैं। वे सभी भारतीयों के नेता हैं।”
संपत ने कहा कि वीसीके और डीएमके के गुंडों का अलोकतांत्रिक और निर्मम व्यवहार उन्हें श्रद्धांजलि देने से नहीं रोक सकेगा। वे बाबा साहेब को सम्मान देने के लिए और अन्य 5 जगहों पर जाएँगे जहाँ उनकी प्रतिमाएँ रखी हुई है। आईएमके नेता ने कहा, “आईएमके बाबासाहेब के सिद्धांत का पालन करता है, जबकि वीसीके गुंडे ईवीआर के अनुसरण करते हैं।”
उन्होंने कहा कि वीसीके प्रमुख को अपने कैडरों पर नजर रखनी चाहिए और उन पर नियंत्रण करना चाहिए जो बाबासाहेब के नाम पर ऐसी तुच्छ हरकतें कर रहे हैं। उन्होंने तमिलनाडु सरकार से ऐसे उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई करने का भी आग्रह किया है।
हिंसा से संलिप्त VCK
आपको बता दें वामपंथी राजनीतिक दल वीसीके के कार्यकर्ता और विशेषकर इस दल के प्रमुख थोल थिरुमावलवन को हिंदुओं, विशेषकर उच्च जाति समुदायों के खिलाफ उनमें भरे नफरत के लिए जाना जाता है। इन्होंने हमेशा हिंदू संगठनों पर हमला और उनके साथ दुर्व्यवहार किया है।
तमिलनाडु के डिंडीगुल जिले के वेदाचंदुर में हिंदू संगठन, इंदु मक्कल काची (आईएमके) के एक पदाधिकारी मणिकंदन प्रभु पर वीसीके के सदस्यों ने चाकू से हमला कर दिया था। मणिकंदन प्रभु IMK के लिए वेदांतूर विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी के रूप में काम करते थे।
इतना ही नहीं थिरुमावलवन ने मनुस्मृति का हवाला देते हुए यह तक कह दिया था कि हिन्दू धर्म में, खासकर ब्राह्मणों में महिलाओं को सेक्स वर्कर्स (Sex workers) यानी वेश्या माना जाता है। साथ ही, VCK प्रमुख ने कहा कि हिन्दू धर्म में महिलाओं का स्थान पुरुषों से नीचे रखा गया है। 26 सितम्बर को ‘पेरियार टीवी’ (Periyar TV) नाम के यूट्यूब चैनल से बात करते हुए, थिरुमावलवन ने सनातन धर्म और हिंदू मान्यताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हिंदू धर्म में महिलाओं को सेक्स वर्कर माना जाता है।