नेशनल हेराल्ड (National Herald) मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी को दोबारा समन जारी किया है। अब उन्हें पूछताछ के लिए 13 जून को तलब किया गया है। इधर कॉन्ग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी के बाद अब प्रियंका गाँधी का कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आया है।
I’ve tested positive for COVID-19 with mild symptoms. Following all the protocols, I have quarantined myself at home.
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 3, 2022
I would request those who came in contact with me to take all necessary precautions.
प्रियंका गाँधी ने ट्वीट करते हुए कहा, “मेरा COVID-19 टेस्ट पॉजिटिव आया है। मुझे हल्के लक्षण हैं। मैं कोरोना के सभी प्रोटोकॉल का पालन कर रही हूँ। मैंने घर में खुद को क्वारंटाइन कर लिया है। मेरे संपर्क में आए सभी लोगों से मेरा निवेदन है कि वे सभी जरूरी सावधानी बरतें।”
बता दें कि सोनिया गाँधी को नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी ने पूछताछ के लिए 8 जून को बुलाया है। पूछताछ से पहले किए गए कोरोना टेस्ट में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। सोनिया गाँधी में हल्के लक्षण हैं। उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया है। उनका इलाज चल रहा है।
इससे पहले राहुल गाँधी को ईडी ने 2 जून को तलब किया था। हालाँकि वह पूछताछ के लिए ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे। जिसके बाद ईडी ने नई तारीख दी है। दरअसल दो जून को जब ईडी ने राहुल को पेशी के लिए बुलाया था तो तब वह विदेश में थे और उनकी लीगल टीम ने ईडी से नई तारीख माँगी थी। अब ईडी ने उनके आवदेन को मंजूर करते हुए कहा है कि 13 जून को सुबह 11 बजे वो दिल्ली स्थित प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर में पहुँच जाएँ और अपना बयान दर्ज करवाएँ।
क्या है मामला?
यह मामला कॉन्ग्रेस पार्टी के नेतृत्व में ‘यंग इंडियन’ में वित्तीय अनियमितता की जाँच के सिलसिले में दर्ज किया गया था। समाचार पत्र ‘नेशनल हेराल्ड’, यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड का है। ‘नेशनल हेराल्ड’ एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) द्वारा प्रकाशित किया जाता है और यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के स्वामित्व में है। भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी और अन्य पर धोखाधड़ी की साजिश रचने और यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के फंड का गबन करने का आरोप लगाया था।
स्वामी ने यह भी आरोप लगाया था कि यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड ने 90.25 करोड़ रुपए की वसूली के अधिकार हासिल करने के लिए सिर्फ 50 लाख रुपए का भुगतान किया था, जो एजेएल पर कॉन्ग्रेस का बकाया था। उल्लेखनीय है कि ईडी के अनुसार, गाँधी परिवार द्वारा नियंत्रित एनजीओ, जिसकी शुरुआत 2010 में केवल 5 लाख रुपए से हुई थी, अब उसकी संपत्ति 800 करोड़ रुपए से अधिक है।