Friday, November 15, 2024
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कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार की हत्या कराई जा सकती है: कॉन्ग्रेस ने जताई आशंका

हज़ारों करोड़ रुपए के शारदा घोटाले में कई लोगों को चूना लगाया गया था। सोमेन मित्रा के आरोपों पर तृणमूल कॉन्ग्रेस ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। अब देखना यह है कि सीबीआई राजीव कुमार को गिरफ़्तार करने में कब सफल होती है?

शारदा चिटफंड घोटाले में सीबीआई कोलकाता के पूर्व कमिश्नर राजीव कुमार की तलाश कर रही है लेकिन वह गायब हैं। राजीव कुमार शारदा चिरफंड घोटाले के जाँचकर्ता थे और उन पर कई प्रभावशाली लोगों को बचाने के लिए घोटाले से जुड़ी फाइलें गायब कराने का आरोप है। इस वर्ष फ़रवरी में जब सीबीआई की टीम कोलकाता स्थित उनके आवास पर पूछताछ के लिए पहुँची थी, तब कोलकाता पुलिस ने सीबीआई के अधिकारियों को ही हिरासत में ले लिया था। इसके बाद ममता बनर्जी ने भाजपा की साज़िश का हवाला देते हुए राजीव कुमार के पक्ष में धरना प्रदर्शन किया था।

अब कॉन्ग्रेस ने कहा है कि राजीव कुमार की हत्या कराई जा सकती है। पश्चिम बंगाल कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष सोमेन मित्रा ने आशंका जताई कि राजीव कुमार से पूछताछ के बाद कई प्रभावशाली लोगों के भेद खुल जाएँगे, इसीलिए उनकी हत्या कराइ जा सकती है। बता दें कि इस मामले में तृणमूल के कई नेता भी आरोपित हैं। मित्र ने कहा कि चूँकि आरोपितों में तृणमूल नेता शामिल हैं, आशंका है कि राजीव कुमार को हमेशा के लिए चुप कराने की कोशिश की जाएगी।

सीबीआई की टीमें अभी भी विभिन्न जगहों पर राजीव कुमार की तलाश कर रही है क्योंकि 4 बार समन भेजे जाने के बावजूद वह एजेंसी के समक्ष पेश नहीं हुए हैं। राजीव कुमार पर टिप्पणी करते हुए पश्चिम बंगाल कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष सोमेन मित्रा ने कहा:

“यह बिल्कुल स्पष्ट है कि यदि राजीव कुमार को गिरफ़्तार किया जाता है और वह मुँह खोलते हैं तो कई प्रभावशाली लोग मुश्किल में होंगे। शारदा चिटफंड घोटाले में तृणमूल कॉन्ग्रेस के कई शीर्ष नेताओं एवं मंत्रियों से सीबीआई पूछताछ कर चुकी है और कई को गिरफ़्तार भी कर चुकी है। यही कारण है कि तृणमूल सरकार उन्हें बचाने की कोई कसर नहीं छोड़ रही है। उन्हें चुप कराने की कोशिश हो सकती है। हमें आशंका है कि उनकी हत्या की जा सकती है।”

हज़ारों करोड़ रुपए के शारदा घोटाले में कई लोगों को चूना लगाया गया था। सोमेन मित्रा के आरोपों पर तृणमूल कॉन्ग्रेस ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। अब देखना यह है कि सीबीआई राजीव कुमार को गिरफ़्तार करने में कब सफल होती है?

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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