उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में पत्रकारों पर हुए हमले को लेकर समाजवादी पार्टी के प्रमुख व प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत 21 लोगों के विरुद्ध FIR दर्ज हुई है। अखिलेश यादव के अलावा केस में 20 अन्य सपा कार्यकर्ता नामजद किए गए हैं। सभी पर पत्रकारों से मारपीट करने का आरोप है। पुलिस ने इनके ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 147, 342 और 323 के तहत एफआईआर की है।
FIR lodged against former CM Akhilesh Yadav after a complaint was filed over an incident wherein journalists were allegedly assaulted on March 11. The FIR has been registered under Sections 147 (rioting), 342 (wrongful confinement), & 323 (causing hurt) of IPC.
— ANI UP (@ANINewsUP) March 13, 2021
(file pic) pic.twitter.com/3ywAi5Gf4a
शिकायतकर्ता अवधेश पराशर का कहना है कि पत्रकारों ने आजम खान से जुड़े सिर्फ़ कुछ सवाल पूछे थे जिस पर अखिलेश यादव नाराज हो गए। उनके अनुसार पत्रकारों को उस दिन गंभीर चोट आ सकती थी जब उनके सुरक्षाकर्मी और पार्टी समर्थकों ने पत्रकारों पर हमला किया था।
During a press conference (on March 11), journalists asked some questions regarding Azam Khan, at which Akhilesh Yadav got furious & said the journalists may get hurt. After which, his security guards & party workers attacked the journalists: Complainant Awdhesh Parashar pic.twitter.com/k8ghb6wnEr
— ANI UP (@ANINewsUP) March 13, 2021
जानकारी के अनुसार, मुरादाबाद जिला प्रशासन ने पत्रकारों के एक समूह की ओर से सौंपे गए ज्ञापन पर यह कार्रवाई की है। वहीं, समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष ने दो न्यूज रिपोर्टरों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराया है। इन पत्रकारों पर सुरक्षाबलों पर हमला करने और अराजकता फैलाने का आरोप लगाया।
बता दें कि इससे पहले अखिलेश यादव ने अपने कार्यकर्ताओं का बचाव करते हुए कहा था कि पूरा मामला साजिश के तहत करवाया गया है। उनके अनुसार, “हमारे खिलाफ साजिश की गई है। इस हमले में सरकार शामिल है। उन्होंने लिफ्ट की लाइट बंद कर दी थी जिससे लिफ्ट ना पहुँच पाए। वो तो खबर नहीं बनी कि होटल की लाइट किसने बंद करी थी?”
उल्लेखनीय है कि 11 मार्च 2021 को अखिलेश यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सपा प्रमुख के सामने ही पत्रकारों की बेहरमी से पिटाई की गई थी। घटना होटल हॉली डे रीजेंसी के हॉल में हुई थी। प्रेसवार्ता का समय साढ़े पाँच बजे रखा गया था, लेकिन तय समय से करीब दो घंटे देरी से प्रेस को संबोधित करने अखिलेश यादव पहुँचे।
रात करीब आठ बजे प्रेसवार्ता समाप्त होने के बाद जब अखिलेश यादव जाने लगे, उसी दौरान एक चैनल के प्रतिनिधि ने उन्हें रोककर बात करने का प्रयास किया। सुरक्षा कर्मियों ने चैनल के प्रतिनिधि को धक्का दे दिया। इसी बात को लेकर पत्रकार और सुरक्षाकर्मियों के बीच बहस हो गई।
एक बार फिर देखिए लाल टोपी वाले गुंडों की गुंडई,संभल में सवाल पूछने पर सपाई गुंडों ने पत्रकारों को बुरी तरह पीटा,धमकाया,अपमानित कर भगाया,कई घायल
— Shalabh Mani Tripathi (Office) (@Shalabhoffice) March 11, 2021
गेस्ट हाऊस कांड के बाद यूपी के इतिहास का सबसे कलंकित दिन
अभी सत्ता से बाहर हैं,तब इतनी गुंडई,सोचिए सत्ता में रहते कितना नशा रहा होगा। pic.twitter.com/noJpxjbYAG
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सूचना सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने एक पत्रकार की आपबीती का वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में मुरादाबाद के वरिष्ठ पत्रकार फरीद शम्सी ने बताया कि समाजवादी पार्टी के गुंडों ने महज सवाल पूछने पर बंदूक के कुंदों से पीटा। उन्होंने बताया कि सवाल पूछने पर रायफल मारा। सवाल पूछने पर सारे पत्रकारों को उठा-उठा कर फेंका। किसी के मोबाइल टूटे तो किसी का कैमरा टूटा।
उन्होंने घटना का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “एक बार फिर देखिए लाल टोपी वाले गुंडों की गुंडई। सवाल पूछने पर सपाई गुंडों ने पत्रकारों को बुरी तरह पीटा, धमकाया, अपमानित कर भगाया, कई घायल। गेस्ट हाऊस कांड के बाद यूपी के इतिहास का सबसे कलंकित दिन। अभी सत्ता से बाहर हैं, तब इतनी गुंडई, सोचिए सत्ता में रहते कितना नशा रहा होगा।”