हरिद्वार की धर्मसंसद के वायरल वीडियो के बाद उत्तराखंड पुलिस ने जितेंद्र नारायण त्यागी (पूर्व नाम वसीम रिज़वी) के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया है। यह वीडियो हरिद्वार की धर्मसंसद का बताया जा रहा है। बता दें कि धर्मसंसद का आयोजन जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने 17 से 19 दिसम्बर के बीच आयोजित करवाया था।
सोशल मीडिया पर धर्म विशेष के खिलाफ भड़काऊ भाषण देकर नफरत फैलाने संबंधी वायरल हो रहे वीडियो का संज्ञान लेते हुए वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी एवं अन्य के विरुद्ध कोतवाली हरिद्वार में धारा 153A IPC के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत किया गया है और विधिक कार्यवाही प्रचलित है। @ANI pic.twitter.com/0NLBwPqQhV
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) December 23, 2021
यह कार्रवाई कहा जा रहा है वीडियो देखकर भड़के वामपंथी और लिबरल्स समूहों के आक्रोश के कारण हुआ है। सोशल मीडिया सहित कई जगहों पर इन समूहों ने दावा किया है कि जितेंद्र नारायण त्यागी के इन बयानों में मुस्लिमों के नरसंहार की बात कही गई है। वहीं उत्तराखंड पुलिस ने भी जितेंद्र नारायण के बयानों को आपत्तिजनक माना है।
उत्तराखंड पुलिस के DGP IPS अशोक कुमार के मुताबिक, “पुलिस को शिकायत मिली थी। इस शिकायत के आधार पर सेक्शन 153 A के तहत केस दर्ज किया गया है।” FIR के बाद उत्तराखंड सरकार के प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा, “हरिद्वार की धर्मसंसद में जो कुछ भी हुआ वो गलत था। पुलिस को इस मामले में आरोपित सभी के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।”
इसी के साथ AIMIM पार्टी उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष नय्यर काज़मी ने शिकायत दर्ज करवाई है। इस शिकायत को असदुद्दीन ओवैसी ने शेयर करते हुए लिखा है कि अगर कार्यक्रम में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो उनकी पार्टी प्रदेश स्तर पर आंदोलन करेगी।
If strict action isn’t taken, then we’ll launch a state-wide agitation demanding arrest & exemplary punishment
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 23, 2021
The calls for genocide & ethnic cleansing against Muslims are culmination of 60yrs of dehumanising speech by Sangh Parivar against Muslims & Christians 2/n pic.twitter.com/u9reWsdvcT
धर्म संसद में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई की माँग करने वाले असदुद्दीन का एक अन्य वीडियो भी वायरल हो रहा है। इस वीडियो में ओवैसी हिन्दुओं और पुलिस को सीधे तौर पर धमकी देते नजर आ रहे हैं। माना जा रहा है कि ओवैसी के इसी वीडियो के बचाव में वामपंथी और कट्टरपंथी हिन्दुओं को धर्म संसद के वीडियो के बहाने निशाना बना रहे हैं।
गिद्धों के कोसने से गाएँ नहीं मरती ओवैसी साहब, ताकत तो प्रभु राम ने दिखा दी है अपनी, भोलेनाथ ने दिखा दी है अपनी, कोई भी गलती की तो “गिद्धों” का भरपूर इलाज होगा इस बार !! pic.twitter.com/HNC73fQbj6
— Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) December 23, 2021
वायरल वीडियो में ओवैसी को कहते सुना जा सकता है, “मैं पुलिस वालों को बता देना चाहता हूँ कि वो याद रखें कि न तो योगी हमेशा मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे और न ही मोदी हमेशा प्रधानमंत्री। हम मुस्लिम समय को देख कर चुप हैं। पर ध्यान रहे कि हम कुछ भूलने वाले नहीं हैं। हमें तुम्हारा अन्याय याद रहेगा। अल्लाह अपनी ताकत से तुम्हे बर्बाद करेगा। इंशाल्लाह हम याद रखेंगे और समय भी बदलेगा। तब तुम्हे बचाने कौन आएगा जब योगी अपने मठ और मोदी हिमालय में चले जाएँगे? याद रहे, हम नहीं भूलने वाले।”
ओवैसी का यह आपत्तिजनक बयान 12 दिसंबर को कानपुर की एक सभा में दिया गया बताया जा रहा है। इस बयान पर अभी तक कोई FIR दर्ज नहीं की गई है। माना जा रहा है कि अपने इसी बयान को छिपाने के लिए ओवैसी खुद शिकायतकर्ता बन कर विक्टिम कार्ड खेल रहे हैं।