Sunday, December 22, 2024
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‘भ्रष्टाचारियों से जब्त जमीनों को नीलाम करके गरीबों को लौटा रहे हैं’: PM मोदी बोले- ‘कॉन्ग्रेस के लिए लोकतंत्र का मतलब उनकी सत्ता है’

पीएम मोदी ने कहा, 'मेरी कोशिश रही है कि लोग कुछ करें, लेकिन दुर्भाग्य है कि कॉन्ग्रेस के इस परिवार के लिए लोकतंत्र का मतलब उसका सत्ता में होना है।'

लोकसभा चुनाव 2024 के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजतक से खास बातचीत की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस इंटरव्यू में देश की अर्थव्यवस्था से लेकर महिलाओं की स्थिति, वैश्विक व्यवस्था से लेकर तमाम अहम मुद्दों पर बातचीत की। पीएम मोदी ने ईडी की कार्रवाई पर भी अपनी बात रखी, साथ ही बताया कि हम तीसरी सरकार के अगले 100 दिनों के एजेंडे पर नहीं, बल्कि सवा सौ दिनों के एजेंडे पर काम कर रहे हैं। पीएम मोदी ने यूक्रेन से लेकर गाजा, ईरान से लेकर रूस तक की बात की।

काली कमाई गरीबों को लौटाने पर बोले पीएम मोदी

इस इंटरव्यू के दौरान पूछा गया कि ईडी द्वारा जब्त पैसों को आपने जनता के बीच पहुँचाने के लिए कहा था, ये कैसे संभव हो पाएगा। इस पर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आपने बहुत मार्मिक चीज पूछी है। मैं मानता हूँ कि दो प्रकार के भ्रष्टाचार हैं। एक जो बड़े बड़े कारोबार में करते हैं, जिनमें लेने वाला भी कुछ बताता नहीं, देने वाला भी नहीं बताता, ये मुसीबत है। मगर, ज्यादातर निर्दोष लोग हैं। जैसे बंगाल में, शिक्षकों की भर्ती में पैसे गए। तो पता है भाई कि इस आदमी को नौकरी मिली, उसके पास सर्टिफिकेट वगैरह कुछ नहीं हैं, और उस बेचारे ने यहां से कर्ज लिया, उसने जमीन गिरवी रखी, घर गिरवी रखा यानी ट्रेल है।

अभी हमने काफी पैसे जब्त किए हैं। हमने सवा लाख करोड़ की संपत्ति जब्त की है। अब जैसे केरल में था कॉम्यूनिस्ट पार्टी एक ऐसा रैकेट चलाती है। ये बड़े इमानदारी का ठेका लेकर घूम रहे हैं। कॉपरेटिव में गरीबों के पैसे हैं। ज्यादातर नौकरी पेशा वालों के पैसे और आदमी फिक्स डिपॉजिट में पैसे देता है, रखता है कि बेटी बड़ी होगी तो शादी के लिए काम आएँगे। बेटा बड़ा होगा तो एक कमरा बड़ा होगा। इन लोगों ने पैसों को अपने निजी बिजनेस पार्टनरशिप के लिए बाँट दी है और हजारों करोड़ का घपला किया है उन्होंने। केरल फाइल को लेकर तो आप डरते हैं, लेकिन इसमें काम कर सकते हैं। अब उसमें ट्रेल है कि पैसा इसने रखा और इसका डूबा। अब हमने प्रॉपर्टी जब्त की है। मैं चाहता हैं, मैं उस प्रॉपर्टी से कैश है कैश से और जो संपति उसको ऑक्शन करके वह वो पैसे मैं कैसे लौटा सकता हूँ।

अब तक मैं 17 हजार करोड़ रुपये लौटा चुका हूँ, जिसका ट्रेल मिला है। अब लालू जी ने, जब रेलवे मिनिस्टर थे… साहब गरीब लोगों को जॉब देने के बहाने जमीन लिखवा ली है और इसका ट्रेल मिला है। अब वह बेचारा डर के मारे एफिडेविट देने तैयार नहीं है। लेकिन, देखिए ट्रेल मिल रहा है कि इसकी जमीन गई, इस तारीख को गई और इस तारीख को नौकरी मिली। अब हमने जब्त किया है, तो हम उसका ऑक्शन करके उस गरीब को जमीन वापस करने के लिए सोच रहे हैं। मैं दिमाग काफी लगा रहा हूँ इसमें क्योंकि कि यह मेरे मन से हो रहा है कि यह गरीबों का पैसा है। इन लोगों ने अपने पद का दुरुपयोग करके लूटा है, इनको वापस मिलना चाहिए। अभी मैं लीगल टीम की मदद ले रहा हूँ। मैंने जुडिशरी के लोगों से कहा कि कुछ रास्ता बताओ। रुपए पड़े रहने से मुझे क्या मतलब है।

वैसे हम जो न्याय संहिता नई लाए हैं, उसमें कुछ सुविधाएं हम लाए हैं, और वो कानून ऐसा बना… मेरे यहाँ भावनगर में, जब मैं मुख्यमंत्री था तो वो जो काला गुड़ होता है न, वो पकड़ा गया बहुत बड़ी मात्रा में। मतलब काला गुड़ गैरकानूनी शराब बनाने के उपयोग होगा। अब पुलिस थाने में रखा है, बारिश आई तो भीग गया, तो मच्चर मक्खी, इतना ढेर हो गया कि उस रास्ते से गुजरना मुश्किल हो गया। अब कानून यह कहता है इसको आप आप डिस्पोज नहीं कर सकते। तब से मेरे मन में था कि कानून बदलना चाहिए। यह जो नई न्याय संहिता आई है, उसमें सारे सॉल्यूशन लाए गए हैं।

कॉन्ग्रेस मेरा प्रधानमंत्री होना स्वीकार नहीं कर पा रही

पीएम मोदी ने कहा, ‘मेरी कोशिश रही है कि लोग कुछ करें, लेकिन दुर्भाग्य है कि कॉन्ग्रेस के इस परिवार के लिए लोकतंत्र का मतलब उसका सत्ता में होना है। आज भी वह स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं कि दस साल पहले 2014 में देश ने कोई दूसरी सरकार चुनी है, कोई दूसरा प्रधानमंत्री है जिसे देश ने बनाया है, वो मन से स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं।’

ईडी की कार्रवाई पर पीएम मोदी ने क्या कहा?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘पूछना चाहिए कि दस साल तक ईडी को इतनी पगार दी, उतना काम किया या नहीं? 2004 से 2014 तक काम क्यों नहीं किया गया? रेलवे का टिकट चेकर है तो टिकट चेक नहीं करेगा तो रखने की क्या जरूरत है? उन्होंने आगे कहा, ‘2004 से 2014 तक, व्यवस्था तो यही थी। कानून वही था। मैंने कानून नहीं बदला है। मैंने ईडी भी नहीं बनाई है। उन्होंने कोई काम किया नहीं। सिर्फ 34-35 लाख रुपया जब्त किया। दस साल तो हम विपक्ष में थे। किसने रोका था? मेरी सरकार ने 2,200 करोड़ रुपये पकड़े हैं। नोटों के ढेर आपके टीवी वालों ने दिखाए हैं। उस ईडी को आप कैसे बदनाम कर सकते हैं?’ पीएम मोदी ने कहा सांसद के घर से मिले हैं पैसे, इससे कैसे इनकार किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘ईडी अगर पकड़ लेती है तो उसकी तारीफ भी नहीं और उसको गुनहगार भी बना दो, क्योंकि वो राजनेता के यहाँ से पकड़ा गया है।’ उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ है और इसे खत्म होना चाहिए, क्योंकि ये देश का बहुत विनाश कर रहा है।

संस्थाओं के दुरुपयोग के आरोपों पर क्या बोले?

विपक्ष की ओर से लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने के आरोपों के सवाल पर जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘प्रणब मुखर्जी की किताब में देखा होगा कि मेरे साथ उन्होंने जो काम किया, वो कितना डेमोक्रेटिक तरीके में काम किया। राष्ट्रपति पद की कितनी प्रतिष्ठा उन्होंने बढ़ाई।’ उन्होंने आगे कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट की बात करें तो हम पर तो आरोप ये है कि लोग कहते हैं कि सरकार की तो सुप्रीम कोर्ट में कुछ चलती ही नहीं है। हमारी क्षमताओं पर सवाल उठाए जा रहे हैं। इसका मतलब ये है कि पहले कुछ लोग थे जो न्यायपालिका को मैनेज करते थे और वो संस्था ठीक थी? मैं मानता हूं मुझे क्यों मैनेज करना चाहिए? कानून, कानून का काम करेगा।’

परिवार वाद पर बोले पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी ने परिवार वाद पर भी अपनी बात रखी। पीएम मोदी ने कहा कि ‘जैसे मैं कहता हूं कि परिवारवादी पार्टी तो मुझसे सवाल पूछे जाते हैं कि राजनाथ जी का बेटा भी है, दोनों में फर्क है। मैं जो परिवारवादी पार्टी कहता हूँ, तो इसका मतलब है कि पार्टी ऑफ द फैमिली, बाय द फैमिली, फॉर द फैमिली। किसी परिवार के दस लोग अगर पब्लिक लाइफ में आते हैं तो इसे मैं बुरा नहीं मानता हूँ। चार लोग अगर बढ़-चढ़कर आगे जाते हैं तो बुरा नहीं मानता हूँ। वो पार्टी नहीं चलाते हैं, निर्णय पार्टी करती है।”

यूसीसी पर बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी से पूछा गया कि यूनिफॉर्म सिविल कोड के बारे में एक दूसरा नेरेटिव है। अब लोग कहते हैं कि यह वन नेशन-वन ड्रेस हो जाएगी, वन नेशन-वन फूड हो जाएगा, वन नेशन-वन लैंग्वेज हो जाएगा और उसके आगे यह कि अब वन नेशन-वन लीडर हो जाएगा और हम उसी तरफ बढ़ रहे हैं। इसपर आपका क्या कहना है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब देते हुए कहा, ‘जो लोग ऐसा बोलते हैं उनसे काउंटर सवाल किया जाना चाहिए कि आप यह नेरेटिव लाए कहाँ से। उन्होंने यूसीसी पढ़ा है? यूसीसी होता क्या है? इस देश के पास उदाहरण है, गोवा में यूसीसी है। आप मुझे बताइए कि गोवा के लोग एक ही प्रकार के कपड़े पहनते हैं क्या? क्या गोवा के लोग एक ही प्रकार का खाना खाते हैं? क्या मजाक बनाकर रखा है यूनिफॉर्म सिविल कोड का। इसका तो कोई लेना देना ही नहीं।’

श्रीनगर में वोटिंग इन चुनावों में मेरे लिए सबसे संतोष का पल

पीएम मोदी ने कहा कि, ‘इस पूरे चुनाव में मेरे लिए संतोष के पल है श्रीनगर की वोटिंग। इसने इस बात पर ठप्पा लगा दिया कि मेरी नीतियाँ सही हैं कि मैं कोई डिस्क्रिमिनेशन नहीं करता हूँ। मेरी सरकार धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करती है। जहाँ तक राज्य के दर्जे की बात है, हमने पार्लियामेंट में प्रॉमिस किया हुआ है और हम उस पर कमिटेड हैं। पीएम मोदी ने कहा कि पहले हमको गालियाँ पड़ती थीं कि आपने इंटरनेट बंद कर दिया, चारों तरफ पूरे इंडिया में, हम जाते थे मीटिंग में तो आप लोग मिलते थे तो कहते थे कि इंटरनेट बैन हो गया। यह कौन सा लोकतंत्र है? गालियाँ खाई हैं, लेकिन मैंने कश्मीर का भला किया है। मैं दूर का देख सकता था, आप 24 घंटे चैनल के लिए देखते थे, मैं देश के लिए देखता था। इसलिए मैं इंटरनेट की गालियाँ खाने के बाद भी इंटरनेट बंद करके भी नौजवानों को गलत रास्ते से बचाने में सफल हुआ।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “दूसरा मेरा संतोष है, दस साल का समय लगा लीजिए। 2004 से 2014 तक कितनी माताओं ने अपने बच्चे खोए? 2014 से 2024 तक कितनी माताओं के लाल बच गए। जीवन में इससे बड़ा संतोष क्या होता है। इसलिए राज्य भी हमारा कमिटमेंट है। हम सफलता के लिए जो भी रास्ता अख्तियार करना है, वो करेंगे।” पीएम ने कहा ‘मेरा कुछ दिन पहले कश्मीर में कार्यक्रम था। शायद 40 साल के बाद इतनी बड़ी रैली हुई थी। मेरी इच्छा है कि चुनाव फेस्टिवल होना चाहिए। मैं देख रहा था कि श्रीनगर में फेस्टिवल का मूड है। लोग चाय पिला रहे थे, लोग गाने गा रहे थे। मेरे लिए बड़ा खुशी का दिन था।’

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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