बृहस्पतिवार (नवंबर 05, 2020) को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने कर्नाटक सरकार में पूर्व मंत्री और कॉन्ग्रेस नेता विनय कुलकर्णी को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी साल 2016 के दौरान धारवाड़ से भारतीय जनता पार्टी के नेता रहे योगेश गौड़ा की हत्या के संबंध में की गई है। कॉन्ग्रेस नेता विनय कुलकर्णी पर यह कार्रवाई राकेश रंजन की अगुवाई वाली 6 सदस्यों की सीबीआई टीम ने की है।
Karnataka: Central Bureau of Investigation (CBI) has detained former Karnataka minister & Congress leader Vinay Kulkarni & taken him into custody for interrogation, in connection with the 2016 murder case of Yogesh Gowda (BJP leader from Dharwad). pic.twitter.com/x6P3zR7j3q
— ANI (@ANI) November 5, 2020
कॉन्ग्रेस सरकार में पूर्व मंत्री विनय कुलकर्णी को धारवाड़ जिले के बाराकोटरी स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया। फ़िलहाल सीबीआई की टीम उन्हें पूछताछ के लिए धारवाड़ के उपनगरीय पुलिस थाने लेकर गई है, और उनसे इस मामले में पूछताछ जारी है। इसके अलावा, सीबीआई ने इस पूरे प्रकरण के अन्य पहलुओं पर भी जाँच शुरू कर दी है।
दरअसल 15 जून साल 2016 को कॉन्ग्रेस नेता विनय कुलकर्णी के मुखर आलोचक और भाजपा नेता योगेश गौड़ा की धारवाड़ जिले के सप्तपुर में कुल पाँच बदमाशों ने हत्या कर दी थी। क्योंकि योगेश गौड़ा उस वक्त जिम में मौजूद थे इसलिए पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई थी। जाँच पड़ताल के बाद यह बात सामने आई थी कि पाँचों आरोपित कॉन्ग्रेस नेता विनय कुलकर्णी के सहयोगी थे। इस दौरान कुलकर्णी कर्नाटक की कॉन्ग्रेस सरकार में मंत्री पद पर भी थे।
इसके बाद कॉन्ग्रेस नेता कुलकर्णी के इस्तीफे की माँग भी काफी बड़े पैमाने पर उठी थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी इस मामले के तहत लगाए गए आरोपों को भाजपा का षड्यंत्र कह कर टाल दिया था।
उनका कहना था कि कुलकर्णी लिंगायत आंदोलन के दौर से ही सक्रिय नेता रहे हैं इसलिए लोग उनकी छवि धूमिल करना चाहते हैं। आरोपों के अनुसार कथित तौर पर यह हत्या संपत्ति विवाद के चलते की गई थी। भाजपा सरकार ने सत्ता में आने के बाद पिछले साल के सितंबर महीने में इस मामले की जाँच सीबीआई को सौंप दी थी।