राजस्थान की कॉन्ग्रेस सरकार में महीनों तक उथल-पुथल मचने के बाद आज कैबिनेट का विस्तार होगा। इस क्रम में 15 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी जिनमें 11 कैबिनेट और 4 राज्य मंत्री होंगे। इन मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह रविवार यानी आज (21 नवंबर 2021) शाम चार बजे राजभवन में होगा।
सामने आई जानकारी के अनुसार, विधायक जाहिदा खान, बृजेंद्र ओला, राजेंद्र गुढ़ा व मुरारीलाल मीणा को राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई जाएगी। वहीं कैबिनेट मंत्री के रूप में हेमाराम चौधरी, महेंद्रजीत मालवीय, रामलाल जाट, महेश जोशी, विश्वेंद्र सिंह, रमेश मीणा, ममता भूपेश, भजनलाल जाटव, टीकाराम जूली, गोविंद राम मेघवाल व शकुंतला रावत को शपथ दिलाई जाएगी।
A total of 15 Rajasthan leaders, including 11 cabinet ministers, to take oath as part of the state cabinet reshuffle pic.twitter.com/1crm8Rzfje
— ANI (@ANI) November 20, 2021
उक्त लिस्ट में हेमाराम चौधरी, रमेश मीणा, मुरारीलाल मीणा व बृजेंद्र ओला पायलट खेमे के हैं जबकि बसपा छोड़कर कॉन्ग्रेस में आने वाले 6 विधायकों में से राजेंद्र गुढ़ा को भी मंत्री पद की शपथ दिलवाई जाएगी। इसके अलावा पिछले साल पायलट खेमे के द्वारा बगावती रुख अपनाने पर उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ साथ विश्वेंद्र सिंह व रमेश मीणा को उनके पद से हटा दिया गया था। लेकिन अब इस नई सूची में विश्वेंद्र सिंह, रमेश मीणा का नाम मंत्री बनाए जाने की लिस्ट में शामिल हैं।
यहाँ बता दें कि जिन विधायकों को मंत्रिमंडल में पद नहीं मिलेगा उन्हें भी गहलोत सरकार अडजस्ट करेगी। 22 विधायकों को दूसरा पद मिलने की संभावना है। इनमें 7 को मुख्यमंत्री का सलाहकार और 15 को संसदीय सचिव बनाया जाएगा। इससे पहले शनिवार को मंत्रिमंडल की बैठक में सभी मंत्रियों ने अपने इस्तीफे सौंपे थे और मुख्यमंत्री गहलोत भी रात में राजभवन में राज्यपाल कलराज मिश्र से मिले थे। इसके बाद राज्यपाल ने मुख्यमंत्री की संस्तुति पर ये इस्तीफे तत्काल प्रभाव से स्वीकार किए। इस बैठक में शपथ ग्रहण समारोह पर चर्चा हुई।
कैबिनट में क्या होगा अलग?
- गहलोत के नए मंत्रिमंडल में सचिन पायलट की जगह शकुंतला रावत को जगह मिल सकती है।
- नए मंत्रिमंडल में 3 जाटों को कैबिनेट मंत्री बनाया जाएगा। वहीं एक जाट राज्य मंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
- पायलट के विरोध के कारण गहलोत के समर्थन में खड़े 10 निर्दलीय विधायकों में से किसी को मंत्री नहीं बनाया जाएगा। लेकिन इन्हें संसदीय सचिव की जिम्मेदारी मिलेगी।
- राजस्थान की कैबिनेट में 4 अनुसूचित जाति के मंत्रियों को जगह दी जाएगी। 3 आदिवासी समुदाय के होंगे और 3 महिलाएँ भी होंगी।