गुजरात पंचायत चुनाव में भाजपा का क्लीन स्वीप होता हुआ दिख रहा है। खबर लिखे जाने तक पार्टी ने राजकोट म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन में 78 सीटों पर विजय हासिल करने (बढ़त/जीत) की स्थित में है। वहीं कॉन्ग्रेस मात्र 2 सीटों पर आगे है। सूरत में 17 सीटें जीत कर AAP दूसरे नंबर की पार्टी बन कर उभरी है, जबकि भाजपा को 51 सीटें मिली हैं। कॉन्ग्रेस वहाँ भी खाता खोलने की बाट ही जोह रही है।
वड़ोदरा म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन में भी भाजपा ने 76 में से 44 सीटें जीत कर बहुमत हासिल कर लिया है। वहीं कॉन्ग्रेस को मात्र 7 सीटें मिली हैं। जामनगर में जहाँ भाजपा 40 सीटें जीत गई, कॉन्ग्रेस मात्र 5 सीटों पर अटक गई। बसपा को यहाँ 3 सीटें मिलीं। अहमदाबाद राज्य का सबसे बड़ा कॉर्पोरेशन है और वहाँ भी भाजपा ने 192 में से 60 सीटें जीत कर बहुमत की तरफ कदम बढ़ा दिया है। कॉन्ग्रेस यहाँ भी फिसड्डी है।
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— ABP Asmita (@abpasmitatv) February 23, 2021
खबर लिखे जाने तक गुजरात के 6 म्युनिसिपल कॉर्पोरेशंस की 576 सीटों में से 418 के नतीजे आ गए थे और उनमें से 300 भाजपा ने जीत ली थी। कॉन्ग्रेस मात्र 45 पर अटकी हुई है और AAP ने 21 सीटें हासिल की है। राजकोट मुख्यमंत्री विजय रुपाणी का गृह क्षेत्र है, ऐसे में यहाँ से भाजपा की प्रतिष्ठा भी जुडी हुई थी। वहाँ कॉन्ग्रेस का सबसे बुरा प्रदर्शन रहा है। हाल ही में राज्य की दो राज्यसभा सीटें भी भाजपा के खाते में गई है।
भाजपा के दिनेशचंद्र जमलभाई अननवदिया और रामभाई हरजीभाई मोकरिया ने जीत हासिल की थी। गुजरात की ये दोनों सीटें कॉन्ग्रेस के अहमद पटेल और भाजपा के अभय गणपतराय भारद्वाज के निधन के बाद खाली हो गई थीं। राज्यसभा सांसद रामभाई मोकारिया मारुति कोरियर्स के संस्थापक सीएमडी हैं और राजकोट में भाजपा के पुराने कार्यकर्ता रहे हैं। रामभाई 1974 से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य थे और बाद में 1978 में जनसंघ में शामिल हो गए।