यूपीए कार्यकाल में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सलाह देने के लिहाज से गठित की गई नेशनल एडवाइजरी काउंसिल के पूर्व सदस्य हर्ष मंदर ने नागरिकता संशोधन विधेयक (CAB) के विरोध में अपनी आवाज उठाई है। उन्होंने कहा है कि अगर कैब पास हुआ तो वो ‘सविनय अवज्ञा’ की राह पर चलेंगे और खुद को आधिकारिक रूप से मुस्लिम पंजीकृत करवा लेंगे। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि वो एनआरसी को कोई भी दस्तावेज जमा करने से मना कर देंगे।
खुद को लेखक, स्तंभकार, शोधकर्ता, शिक्षक के अलावा स्वघोषित मानवाधिकार कार्यकर्ता बताने वाले हर्ष मंदर ने ये बात खुद ट्वीट कर कही है। उन्होंने कहा है कि अगर नागरिकता संशोधन विधेयक पास होता है तो ये उनका सविनय अवज्ञा होगा कि वे पहले खुद को आधिकारिक रूप से मुस्लिम पंजीकृत करवा लेंगे और फिर एनआरसी को कोई भी दस्तावेज जमा करने से मना कर देंगे। वो यहीं नहीं रुके। बल्कि लिखते-लिखते जोश में यह भी लिख गए कि इसके बाद वह अपने लिए किसी अज्ञात जगह पर नजरबंद किए जाने से लेकर नागरिकता वापस लेने जैसी सजा की भी माँग करेंगे। ठीक वैसी ही सजा जैसे किसी मुस्लिम को मिलती है, जिनके पास जरूरी दस्तावेज नहीं होते। इसके बाद मंदर ने ट्विटर पर अपने फॉलोवर्स से गुहार भी लगाई है कि वे भी कैब के विरोध में इस सविनय अवज्ञा से जुड़ें।
If CAB is passed, this is my civil disobedience:
— Harsh Mander (@harsh_mander) December 10, 2019
I will officially register Muslim. I will then refuse to submit any documents to NRC. I will finally demand the same punishment as any undocumented Muslim- detention centre & withdrawn citizenship.
Join this civil disobedience
हालाँकि, इस ट्वीट के आने के बाद सोशल मीडिया पर कुछ लोग हर्ष मंदर को उनकी इस पहल के लिए बधाई देने में जुटे हुए हैं, लेकिन कुछ ऐसे लोग भी हैं जो उनके इस ट्वीट के लिए उन्हें जमकर ट्रोल कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि इस फैसले से भी बेहतर है कि पाकिस्तान और बांग्लादेश चले जाएँ।
Even better will be going to either Pakistan or to Bangladesh.
— Mallikarjuna (@HariHaraBhakta) December 10, 2019
If possible carry a million of Piranhas from India too and fulfill Dr. B R Ambedkar wish (at least a little part).https://t.co/TT7hD1v7bV
कुछ यूजर हर्ष मंदर से जुड़ी पुरानी बातों का भी उल्लेख करने से नहीं चूक रहे। एक यूजर ने लिखा है कि विभिन्न न्यूज वेबसाइटों के अनुसार हर्ष मंदर वही शख्स है, जिसने अजमल कसाब और याकूब मेमन जैसे आतंकियों के लिए दया याचिका दायर की थी।
As per various news websites, this guy Harsh Mander had filed mercy petition for Ajmal Kasab and Yakub Memon.
— THE SKIN DOCTOR (@theskindoctor13) December 10, 2019
यहाँ बता दें कि जिस कैब के विरोध में हर्ष ने सविनय अवज्ञा की बात की है, उस नागरिकता संशोधन बिलको लेकर विपक्ष ने लोकसभा में अपना पुरजोर विरोध दर्ज कराया था। लेकिन 7 घंटे तक चली तीखी बहस के बाद आखिरकार ये पास हो गया। बिल के पक्ष में 311 और विपक्ष में 80 वोट पड़े। अब लोकसभा के बाद राज्यभा में बिल का पास होना बाकी है। नागरिकता संशोधन बिल का पास होना मोदी सरकार की बड़ी जीत मानी जा रही है।
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