दिल्ली में ‘नेशनल हेराल्ड’ के मुख्यालय के एक हिस्से को ED द्वारा सील किए जाने के बाद ही कॉन्ग्रेस पार्टी सड़क से लेकर संसद तक उपद्रव कर रही है। जाँच एजेंसी को इस मामले में हवाला लेनदेन के भी तार मिले हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे को ED ने ‘यंग इंडिया लिमिटेड’ के सील किए दफ्तर में समन किया, जहाँ उनकी मौजूदगी में तलाशी अभियान चलाया गया। कुछ ऐसे दस्तावेज मिले हैं, जिससे पता चलता है कि इस मामले में हवाला लेनदेन हुए।
कॉन्ग्रेस नेता खड़गे ने संसद की कार्यवाही के बीच समन मिलने पर सवाल खड़ा किया। हालाँकि, ED को जो सबूत मिले हैं उसमें कोलकाता के हवाला कारोबारी के साथ लेनदेन की बात भी पता चली है। ‘नेशनल हेराल्ड’ से जुड़ी संस्थाओं और तीसरे पक्षों के बीच इस तरह के अवैध लेनदेन हुए। वहीं राहुल गाँधी ने मीडिया के सामने ‘मैं नरेंद्र मोदी से नहीं डरता’ बयान देते हुए कहा कि उन्हें डरा-धमका कर चुप नहीं कराया जा सकता है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष का मानसिक संतुलन हिल जाने का दावा किया। मल्लिकार्जुन खड़गे ही ‘यंग इंडिया लिमिटेड’ के प्रिंसिपल अधिकारी हैं, ऐसे में उनसे कुछ सवालों के जवाब और कागजात माँगे गए हैं। उनसे हस्ताक्षर भी लिए गए। तलाशी अभियान के बाद ED कोई बड़ी कार्रवाई भी कर सकती है। कोलकाता ही नहीं, बल्कि मुंबई के हवाला ऑपरेटर्स से लेनदेन के लिंक भी सामने आए हैं।
#Breaking | ED sources to CNN News18: AJL got hawala money via Shell companies.
— News18 (@CNNnews18) August 4, 2022
More than 5 shell companies are under ED's scanner.@Ashish_Mehrishi shares details.
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अब ED पूछताछ के दौरान सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी द्वारा दिए गए बयानों को सबूतों की कसौटी पर तौल रही है। AJL और YIL कंपनियों के सभी वित्तीय निर्णय दिवंगत नेता मोतीलाल वोरा ले रहे थे, माँ-बेटे के इस दावे से ED संतुष्ट नहीं है। दोनों ने ये भी कहा कि इस पूरे मामले में उन्हें कोई वित्तीय फायदा नहीं हुआ। दोनों कंपनियों के सबसे बड़ी शेयरधारक गाँधी परिवार ही थी। AJL इस अख़बार को प्रकाशित करता था। हवाला मामले में फ़िलहाल 5 कंपनियाँ ED की रडार पर हैं, जिनके जरिए हवाला के रुपए YIL को मिले।