Tuesday, November 19, 2024
Homeराजनीतिराष्ट्रीय एकता को पिरोने वाला संदेश, दक्षिण भारत के धार्मिक स्थलों-यात्राओं का जिक्र, अयोध्या...

राष्ट्रीय एकता को पिरोने वाला संदेश, दक्षिण भारत के धार्मिक स्थलों-यात्राओं का जिक्र, अयोध्या से पूरे देश को जोड़ने वाली ट्रेनों का शिलान्यास: PM मोदी के ‘ 24 मास्टरस्ट्रोक’

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने इस दौरे के दौरान अयोध्या को एक राष्ट्रवादी भावना से जोड़ने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि अयोध्या भारत की संस्कृति और आस्था का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि अयोध्या का निर्माण सभी भारतीयों का है और इसकी रक्षा भी सभी भारतीयों का कर्तव्य है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार (30 दिसंबर, 2023) को अयोध्या में रहे। उन्होंने इस दिन को ऐतिहासिक बताया और पूरे भारत को एक सूत्र में पिरोने की कोशिश की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या से अंडमान का नाम लिया और देश की पहली आजाद हिंद फौज की सरकार का जिक्र किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता से लेकर देश के कमजोर तबके तक की बातों को रखा। उन्होंने राम लला के नव्य, भव्य, दिव्य मंदिर में अनवरत भक्तों की पूजा का जिक्र किया और कहा कि 500 साल से जिन पलों का इंतजार भक्त कर रहे थे, वो इंतजार अब कुछ ही दिनों में खत्म हो जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज तो अयोध्या में विकास और तकनीकी की बातें हो रही हैं, कुछ दिनों में अध्यात्म और भक्ति की बातें होगी। यही अयोध्या का महात्म्य है। उनका ये सब बोलना उनके लक्ष्यों की तरफ इशारा करता है। पीएम मोदी ने अयोध्या में इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बनने का जिक्र करते हुए कहा कि अयोध्या में अब सीधे भक्त विदेशों से भी पहुँच सकते हैं, अयोध्या के लोग उनके स्वागत को तैयार रहें। अभी तो ये सिलसिला शुरू ही हुआ है।

पीएम मोदी ने अयोध्या से पूरे देश को जोड़ने वाली ट्रेनों का शिलान्यास किया। मोदी ने अपने भाषण में दक्षिण भारत के धार्मिक स्थलों और यात्राओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अयोध्या से दक्षिण भारत के लिए सीधी ट्रेनें चलेंगी। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो अयोध्या को देश के अन्य हिस्सों के साथ बेहतर ढंग से जोड़ेगा। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। इससे देश के विभिन्न हिस्सों के लोगों के बीच एकता बढ़ेगी। इस संदेश से यह संकेत मिलता है कि मोदी देश को एक सूत्र में पिरोने की कोशिश कर रहे हैं। यह भी एक राजनीतिक संदेश है जो मोदी के आगामी चुनाव अभियान के लिए महत्वपूर्ण है। मोदी के इस दौरे को राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। माना जा रहा है कि मोदी अयोध्या के जरिए देशभर के लोगों को साधने की कोशिश कर रहे हैं।

मोदी के अयोध्या आगमन से पहले ही शहर में उत्साह का माहौल था। सड़कों पर तिरंगे झंडे और भाजपा के झंडे लहरा रहे थे। मोदी के आगमन के बाद शहर में भव्य स्वागत किया गया। सड़कों पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। मोदी ने भी लोगों का अभिवादन किया और उनसे बातचीत की।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने इस दौरे के दौरान अयोध्या को एक राष्ट्रवादी भावना से जोड़ने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि अयोध्या भारत की संस्कृति और आस्था का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि अयोध्या का निर्माण सभी भारतीयों का है और इसकी रक्षा भी सभी भारतीयों का कर्तव्य है। प्रधानमंत्री मोदी के अयोध्या दौरे के दौरान हुई रैली में देशभक्ति का ज्वार दिखा। इस रैली में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। इन लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी के समर्थन में नारे लगाए और देशभक्ति के गीत गाए। प्रधानमंत्री मोदी ने इस रैली में कहा कि भारत एक महान देश है और इसका इतिहास गौरवशाली है। उन्होंने कहा कि भारत की एकता और अखंडता को मजबूत करने के लिए सभी भारतीयों को मिलकर काम करना चाहिए।

प्रधानमंत्री मोदी के अयोध्या दौरे के दौरान हुए रोड शो में अलग-अलग राज्यों के लोगों का प्रतिनिधित्व दिखा। इस रोड शो में उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, झारखंड, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, गोवा, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के लोग शामिल थे।

प्रधानमंत्री मोदी के अयोध्या दौरे को कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या को एक राष्ट्रवादी भावना से जोड़ने की कोशिश की। उन्होंने अलग-अलग राज्यों के लोगों से मुलाकात कर उन्हें राम मंदिर निर्माण के लिए बधाई दी और आश्वासन दिया कि सरकार हर संभव मदद करेगी। प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे से अयोध्या में विकास की नई गति देखने को मिलेगी। इन परियोजनाओं से अयोध्या को एक प्रमुख पर्यटन स्थल और शिक्षा केंद्र के रूप में विकसित करने में मदद मिलेगी।

मोदी के अयोध्या दौरे को लोकसभा चुनाव 2024 का मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है। इस दौरे से मोदी ने कई मायनों में अपनी राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन किया है। उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है, देशभर के लोगों को एकजुट करने की कोशिश की है, राष्ट्रवादी भावनाओं को उभार दिया है। पीएम मोदी ने पूरे देश से 22 जनवरी को फिर से दिवाली मनाने की अपील की है, तो पूरे देश में 14-22 जनवरी तक स्वच्छता अभियान की भी बात कही है, जो हिंदुत्व और राष्ट्रवाद को एक साथ जोड़ता है।

वैसे तो लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम कई कारकों पर निर्भर करेंगे, जिनमें देश की आर्थिक स्थिति, विपक्षी दलों की स्थिति और मोदी सरकार की नीतियों की जनता की प्रतिक्रिया शामिल हैं। फिर भी पीएम मोदी के अयोध्या दौरे ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह 2024 के चुनावों को जीतने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। वैसे पीएम मोदी का ये दौरा लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अगर झाँकी है, तो 22 जनवरी का दिन अभी बाकी है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

श्रवण शुक्ल
श्रवण शुक्ल
Shravan Kumar Shukla (ePatrakaar) is a multimedia journalist with a strong affinity for digital media. With active involvement in journalism since 2010, Shravan Kumar Shukla has worked across various mediums including agencies, news channels, and print publications. Additionally, he also possesses knowledge of social media, which further enhances his ability to navigate the digital landscape. Ground reporting holds a special place in his heart, making it a preferred mode of work.

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बीजेपी को बदनाम करने के चक्कर में एक-दूसरे की पतलून उतार रहे कॉन्ग्रेस विधायक: एक ने कहा- कर्नाटक सरकार गिराने को ₹100 करोड़ का...

मांड्या से कॉन्ग्रेस विधायक रविकुमार गनिगा ने कहा कि बीजेपी ने सरकार गिराने के लिए कॉन्ग्रेस विधायकों को ₹100 करोड़ का ऑफर दिया।

The साबरमती Report: जरूर देखने के 7 कारण, 7 कारण इग्नोर करने के… और विवाद वाले 3 सीन

मारे गए 59 लोगों में से 41 का नाम ही अभी तक सार्वजनिक। अगर चाहते हैं कि बाकी 18 लोग अज्ञात बन कर न रह जाएँ - तो देखिए The साबरमती Report

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -