केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार (18 दिसंबर 2024) को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को लेकर कॉन्ग्रेस द्वारा फैलाए गए झूठ का पर्दाफाश किया। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस ने तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश पेश किया, क्योंकि बीजेपी के वक्ताओं ने कहा कि कॉन्ग्रेस आंबेडकर विरोधी और संविधान विरोधी है। कॉन्ग्रेस ने सावरकर का भी अपमान किया।
अमित शाह ने कहा कि पिछले सप्ताह लोकसभा और राज्यसभा में संविधान के 75 साल पूरा होने के मौके पर संविधान की रचना, संविधान निर्माताओं के योगदान और संविधान के आदर्शों पर एक गौरवमयी चर्चा का आयोजन हुआ। इस चर्चा में 75 साल की देश की गौरवमयी यात्रा, विकास यात्रा और उपलब्धियों की भी चर्चा होनी थी।
उन्होंने कहा कि संसद जैसे देश के सर्वोच्च लोकतांत्रिक फोरम में जब चर्चा होती है, तब इसमें बात तथ्य और सत्य के आधार पर होनी चाहिए। कॉन्ग्रेस पर तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कल मंगलवार (17 दिसंबर) को कॉन्ग्रेस ने जिस तरह से तथ्यों को तोड़-मरोड़कर रखने का प्रयास किया है, इसकी वे कड़ी निंदा करते हैं।
कल से कांग्रेस ने जिस तरह से तथ्यों को तोड़-मरोड़कर रखने का प्रयास किया है, ये अत्यंत निंदनीय है और मैं इसकी निंदा करना चाहता हूं।
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ये इसलिए हुआ क्योंकि भाजपा के वक्ताओं ने संविधान पर, संविधान की रचना के मूल्यों पर और जब-जब कांग्रेस या भाजपा का शासन रहा, तब शासन ने संविधान के… pic.twitter.com/LqyVSezvOH
गृह मंत्री ने कहा, “ये इसलिए हुआ क्योंकि भाजपा के वक्ताओं ने संविधान पर, संविधान की रचना के मूल्यों पर और जब-जब कॉन्ग्रेस या भाजपा का शासन रहा, तब शासन ने संविधान के मूल्यों का किस तरह से मूल्यांकन, संरक्षण और संवर्धन किया, इस पर तथ्यों और अनेक उदाहरण के साथ भाजपा के वक्ताओं ने विषय रखे। इससे तय हो गया कि कॉन्ग्रेस अंबेडकर जी की विरोधी पार्टी है, कॉन्ग्रेस आरक्षण विरोधी और संविधान विरोधी पार्टी है।”
कॉन्ग्रेस पर वीर सावरकर का अपमान करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, “कॉन्ग्रेस ने सावरकर जी का भी अपमान किया। कॉन्ग्रेस ने आपातकाल लगाकर संविधान के मूल्यों की धज्जियाँ उड़ा दी। नारी सम्मान को भी वर्षों तक दरकिनार किया। न्यायपालिका का हमेशा अपमान किया। सेना के शहीदों का अपमान किया और भारत की भूमि तक को संविधान तोड़कर दूसरे देशों को देने की हिमाकत कॉन्ग्रेस के शासन में हुई।”
इससे तय हो गया कि कांग्रेस अंबेडकर जी की विरोधी पार्टी है, कांग्रेस आरक्षण विरोधी और संविधान विरोधी पार्टी है।
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कांग्रेस ने सावरकर जी का भी अपमान किया, कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर संविधान के सारे मूल्यों की धज्जियां उड़ा दी, नारी सम्मान को भी वर्षों तक दरकिनार किया, न्यायपालिका का… pic.twitter.com/6QgW3S2IdH
उन्होंने आगे कहा, “कल से कॉन्ग्रेस ने फिर एक बार अपनी पुरानी पद्धति को अपनाकर, बातों को तोड़-मरोड़कर और सत्य को असत्य के कपड़े पहनाकर समाज में भ्राँति फैलाने का एक कुत्सित प्रयास किया है। संसद में चर्चा के दौरान ये सिद्ध हो गया कि बाबा साहेब अंबेडकर का कॉन्ग्रेस ने किस तरह से पुरजोर विरोध किया था। बाबा साहेब के न रहने के बाद भी किस प्रकार से कॉन्ग्रेस ने उन्हें हाशिये पर धकेलने का प्रयास किया।”
कल से कांग्रेस ने फिर एक बार अपनी पुरानी पद्धति को अपनाकर, बातों को तोड़-मरोड़कर और सत्य को असत्य के कपड़े पहनाकर समाज में भ्रांति फैलाने का एक कुत्सित प्रयास किया है।
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संसद में चर्चा के दौरान ये सिद्ध हो गया कि बाबा साहेब अंबेडकर का कांग्रेस ने किस तरह से पुरजोर विरोध किया था।… pic.twitter.com/MRIJ3RbU5b
डॉक्टर अंबेडकर पर कॉन्ग्रेस की पुरानी नीति को लेकर अमित शाह ने कहा, “जहाँ तक भारत रत्न देने का सवाल है, कॉन्ग्रेस के नेताओं ने कई बार खुद ही अपने आप को भारत रत्न दिए हैं। 1955 में नेहरू जी ने खुद को भारत रत्न दे दिया, 1971 में इंदिरा जी ने खुद को भारत रत्न दे दिया। बाबा साहेब को भारत रत्न 1990 में तब मिला, जब कॉन्ग्रेस सत्ता में नहीं थी और भाजपा के समर्थन वाली सरकार थी। 1990 तक कॉन्ग्रेस बाबा साहेब को भारत रत्न न मिले, इसके लिए प्रयास करती रही। यहाँ तक कि बाबा साहेब की 100वीं जयंती को मनाने की मनाही कर दी गई।”
जहां तक भारत रत्न देने का सवाल है, कांग्रेस के नेताओं ने कई बार खुद ही अपने आप को भारत रत्न दिए हैं।
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1955 में नेहरू जी ने खुद को भारत रत्न दे दिया, 1971 में इंदिरा जी ने खुद को भारत रत्न दे दिया।
लेकिन बाबा साहेब को भारत रत्न 1990 में तब मिला जब कांग्रेस सत्ता में नहीं थी और… pic.twitter.com/3pvMxDlTrt
अमित शाह ने कहा कि कॉन्ग्रेस जब तक सत्ता में रही, तब बाबा साहेब अंबेडकर का कोई स्मारक नहीं बना। जहाँ-जहाँ विपक्ष की सरकारें आती गईं, स्मारक बनते गए। भाजपा की सरकारों ने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार ने बाबा साहेब के जीवन से संबंधित पंचतीर्थ का विकास किया। मध्य प्रदेश में महू, लंदन में बाब साहेब के स्मारक, नागपुर में दीक्षाभूमि, दिल्ली में राष्ट्रीय स्मारक और महाराष्ट्र के मुंबई में चैत्यभूमि का विकास करने का काम भाजपा की सरकारों ने किया।
जब तक कांग्रेस सत्ता में रही बाबा साहेब अंबेडकर का कोई स्मारक नहीं बना। जहां-जहां विपक्ष की सरकारें आती गईं, स्मारक बनते गए।
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भाजपा की सरकारों ने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार ने बाबा साहेब के जीवन से संबंधित पंचतीर्थ का विकास किया, मध्य प्रदेश में महू, लंदन में बाब… pic.twitter.com/opDB73Jd1L
अमित शाह ने कहा कि राज्यसभा में उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। इससे पहले कॉन्ग्रेस ने पीएम नरेन्द्र मोदी के बयानों को एडिट करके सार्वजनिक किया था। उस समय चुनाव चल रहे थे और उनके बयान को AI का उपयोग करके संपादित किया गया था। उन्होंने कहा, “मैं मीडिया से भी अनुरोध करना चाहता हूँ कि वह मेरा पूरा बयान जनता के सामने रखें। मैं उस पार्टी से हूँ जो अंबेडकर जी का कभी अपमान नहीं कर सकती।”
राज्यसभा में मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया।
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इससे पहले उन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी जी के बयानों को एडिट करके सार्वजनिक किया था।
जब चुनाव चल रहे थे तो मेरे बयान को AI का उपयोग करके संपादित किया गया था। और आज वे मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं।
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उन्होंने कहा, “पहले जनसंघ और फिर भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा अंबेडकर जी के सिद्धांतों पर चलने का प्रयास किया है। जब भी भारतीय जनता पार्टी सत्ता में रही, हमने अंबेडकर जी के सिद्धांतों का प्रचार-प्रसार किया है। भारतीय जनता पार्टी ने आरक्षण को मजबूत करने का काम किया है। हम जानते हैं कि देश के संविधान को समावेशी बनाने में, दलितों, आदिवासियों, वंचितों, गरीबों को न्याय दिलाने में और देश में लोकतंत्र की नींव को गहरा करने में बाबा साहेब का बहुत बड़ा योगदान है।”
मैं मीडिया से भी अनुरोध करना चाहता हूं कि वह मेरा पूरा बयान जनता के सामने रखें।
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मैं उस पार्टी से हूं जो अंबेडकर जी का कभी अपमान नहीं कर सकती।
पहले जनसंघ और फिर भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा अंबेडकर जी के सिद्धांतों पर चलने का प्रयास किया है।
जब भी भारतीय जनता पार्टी सत्ता… pic.twitter.com/JGSYIXFWWH
अमित शाह ने कॉन्ग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से भी अपील की। उन्होंने कहा कि खड़गे जी को कॉन्ग्रेस के इस कुत्सित प्रयास का समर्थन नहीं करना चाहिए था। उन्होंने कहा, “मुझे बहुत दुख है कि राहुल गाँधी के दबाव में आप भी इसमें शामिल हो गए हैं।”