Friday, March 29, 2024
Homeराजनीति'मैं कॉलेज में पिताजी वाली बेंच पर बैठता था, मुझ पर भी लोग हँसते...

‘मैं कॉलेज में पिताजी वाली बेंच पर बैठता था, मुझ पर भी लोग हँसते हैं’: तेज प्रताप ने RJD के समारोह में भाई को भी लपेटा

"मैं जब भी मंच पर आता हूँ तो पिताजी की तरह मनोरंजन करने का काम करता हूँ। संगठन में बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो पार्टी को आगे जाने देना नहीं चाहते हैं।"

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने सोमवार (जुलाई 5, 2021) को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के ‘रजत स्थापना दिवस समारोह’ में शिरकत की। राजद की स्थापना को 25 साल पूरे हुए हैं, ऐसे में हाल में जेल से छूटे लालू यादव ने भी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित किया व बधाई दी। लेकिन, तेज प्रताप यादव सबके आकर्षण का केंद्र रहे, जिन्होंने अपने भाई तेजस्वी पर भी तंज कसने से गुरेज नहीं किया।

तेज प्रताप यादव ने कहा कि उन्हें पूजा-पाठ करने में देर हो गई थी, तभी तेजस्वी उनसे पहले मंच पर आकर बैठ गए। उन्होंने पटना के राजद दफ्तर में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “मैं जब भी मंच पर आता हूँ तो पिताजी की तरह मनोरंजन करने का काम करता हूँ। संगठन में बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो पार्टी को आगे जाने देना नहीं चाहते हैं। मैं नाम नहीं लेना चाहता हूँ, लेकिन सच्चाई लोग सुनना नहीं चाहते हैं।”

तेज प्रताप ने इसके बाद ये भी कहा कि वो इशारे में बहुत बात बोल गए हैं, समझने वाले समझ गए होंगे। असल में उनका इशारा राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की तरफ था, जिन्हें तेजस्वी यादव के गुट का माना जाता है। 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में टिकट बँटवारे के समय भी तेज प्रताप और जगदानंद के बीच खटास सामने आई थी। तेज प्रताप यादव ने कार्यक्रम में दावा किया कि वो अपने पिता लालू यादव का अनुसरण करते हैं।

उन्होंने बताया कि चूँकि RJD सुप्रीमो ने छात्र राजनीति से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी, इसीलिए उन्होंने भी अपना दाखिला बिहार नेशनल (BN) कॉलेज में ही कराया। उन्होंने यहाँ तक दावा किया कि वो कॉलेज के क्लासरूम में ठीक उसी बेंच पर बैठते थे, जहाँ उनके पिता लालू यादव कभी बैठा करते थे। उन्होंने संगठन को समुद्र बताते हुए कहा कि इसमें उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, इसीलिए रूठों को मनाया जाना चाहिए।

राजद के 25वें स्थापना दिवस पर तेज प्रताप यादव का सम्बोधन

उन्होंने कहा कि जब वो कुछ बोलते हैं तो लोग ऐसे ही हँसते हैं, जैसे लालू यादव के बयानों पर विरोधी हँसते थे। उन्होंने कहा कि वो अपने पिता की तरह ही लोगों का मनोरंजन करते हैं। उन्होंने कहा कि महिला कार्यकर्ताएँ पार्टी से नाराज हैं, क्योंकि उन्हें कार्यालय में बैठने के लिए जगह नहीं दी जाती। उन्होंने कहा कि तेजस्वी देश-दुनिया में व्यस्त रहते हैं और उनके दिल्ली जाने पर कार्यालय में वही मोर्चा संभालते हैं।

हालाँकि, राजद के 25वें स्थापना दिवस पर लगे पोस्टर-बैनरों में तेज प्रताप यादव को जगह नहीं मिली। पोस्टरों में लालू यादव की वापसी हुई है। वहीं उनके और राबड़ी देवी के अलावा सिर्फ तेजस्वी यादव की तस्वीर है, जिसका साफ़ संदेश है कि राजद का असली चेहरा वही हैं। वहीं मंच वाले मुख्य बैनर में सिर्फ लालू-राबड़ी को रखा गया है। लालू यादव इस कार्यक्रम में दिल्ली से वर्चुअल रूप से जुड़े। उनके साथ राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती मौजूद थीं।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

अतीक की तरह ही फरार है मुख्तार अंसारी की भी बीवी, शौहर की मौत के बाद भी कोई अता-पता नहीं: अफ़्शाँ पर दर्ज हैं...

मुख़्तार अंसारी की बीवी का कोई अता-पता नहीं है। उस पर पुलिस ने 75,000 रुपए का इनाम भी रखा हुआ है। उस पर 13 मुकदमे दर्ज हैं, गैंगस्टर एक्ट का भी मामला चल रहा है।

‘प्यार से डिनर कराया, दोनों मेड फॉर कैमरा आदमी’: जब मुख्तार-अतीक ‘साहब’ के ‘तहजीब’ पर मर मिटे थे राजदीप सरदेसाई, तंदूरी चिकन का स्वाद...

दोनों गैंगस्टरों के बारे में पूछने पर जहाँ हर कोई इनके दहशत की कहानियाँ सुनाता है तो वहीं राजदीप सरदेसाई को इनके यहाँ का चिकेन याद आता है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
418,000SubscribersSubscribe