मध्य प्रदेश के आईएएस नियाज खान एक बार फिर चर्चा में हैं। उन्होंने कहा है कि धर्मांतरण की शुरुआत बॉलीवुड से हुई। यह पूरा पाप बॉलीवुड ने ही फैलाया है। इसके अलावा नियाज खान ने मुस्लिमों को गौरक्षक बनने और धर्मांतरण न कराने और मांसाहार छोड़ने की सलाह दी है।
नियाज खान ने भास्कर से हुई बातचीत में कहा है कि हिंदू गाय को माँ मानते हैं। इसलिए गाय का पूरा सम्मान होना चाहिए। नॉर्थ ईस्ट का पूरा इलाका बीफ वाला है। यदि वहाँ के लोग जागरूक हो जाएँ और बीफ की सूचना सरकार को दें तो गौ माता को बचाया जा सकता है।
इससे पहले गुरुवार (8 जून 2023) को एक ट्वीट में नियाज खान ने कहा था, “मुस्लिम भाई भी गौ रक्षक बनें, धर्म परिवर्तन का विरोध करें, किसी का धर्म ना बदलवाएँ। जबरन धर्म बदलवाना इस्लाम में प्रतिबंधित है। अगर शाकाहार अपना सकें तो यह एक बेहतरीन प्रयास होगा। यद्यपि शाकाहारी बनने को बाध्य नही किया जा सकता। हर मुस्लिम भाई ब्राह्मणों से मधुर संबंध रखें।”
मुस्लिम भाई भी गौ रक्षक बनें, धर्म परिवर्तन का विरोध करें, किसी का धर्म ना बदलवाएं। जबरन धर्म बदलवाना इस्लाम में प्रतिबंधित है। अगर शाकाहार अपना सकें तो यह एक बेहतरीन प्रयास होगा। यद्यपि शाकाहारी बनने को बाध्य नही किया जा सकता। हर मुस्लिम भाई #ब्राह्मणों से मधुर संबंध रखें।
— Niyaz Khan (@saifasa) June 8, 2023
धर्मांतरण के मुद्दे पर बात करते हुए नियाज खान ने आगे कहा है कि भारत लोकतंत्र के हिसाब से चलने वाला देश है। यहाँ 80 प्रतिशत हिंदू रहते हैं। जब कोई किसी का धर्मांतरण कराता है तो इसका मतलब यही है कि वह अपने मजहब को दूसरे धर्म से अच्छा मानता है। जब कोई दूसरे धर्म में शादी कर रहा है तो वह अपना धर्म क्यों छोड़ देता है? सभी को अपना-अपना धर्म मानना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा है कि देश की आजादी के बाद से जबरन धर्मांतरण एक पक्ष के द्वारा ही हो रहा है। 90% हिंदुओं का धर्मांतरण हुआ होगा। बाकी का 10 प्रतिशत बाहर हुआ होगा। नियाज ने कहा है कि उन्हें लगता है कि हिंदू धर्म, सनातन धर्म है। भारत ने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया। आज तक किसी की जमीन नहीं छीनी। इससे अधिक सहिष्णु कोई नहीं है। यदि कोई यह सोचता है कि वह हिंदुओं से अच्छा है तो उसकी सोच गलत है।
IAS नियाज खान ने यह भी कहा है कि धर्मांतरण का पूरा पाप बॉलीवुड का फैलाया हुआ है। बीते 70 सालों में बड़े-बड़े स्टार्स ने शादियाँ कीं और फिर उनका इस्लाम में धर्मांतरण करा दिया। देश में बॉलीवुड को खुदा की तरह देखा जाता है। इसलिए नई पीढ़ी बॉलीवुड की ही नकल कर रही है। धर्मांतरण की शुरुआत बॉलीवुड से ही हुई।
असदुद्दीन ओवैसी जी जैसे लोग अगर IAS अधिकारी नियाज़ खान जैसे पढ़े-लिखे लोगों की बातों का अध्ययन कर लें तो इनके भी दिमाग के जाले साफ हो जाएंगे। pic.twitter.com/Z1AVo76aHa
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) June 9, 2023
आईएसएस नियाज खान की ऐसी ही बातों से प्रभावित होकर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने असदुद्दीन ओवैसी को उनसे सीख लेने की सलाह दी। उन्होंने कहा है “असदुद्दीन ओवैसी जैसे लोगों को एक IAS और पढ़े लिखे लोगों की बातों का अध्ययन करना चाहिए। उन्होंने पुस्तक भी लिखी है। लेकिन ये करेंगे नहीं। अगर ये कर लें तो शायद इनके जाले कुछ साफ हो जाएँ।” नरोत्तम मिश्रा ने यह भी कहा है, “मध्यप्रदेश में धर्मांतरण का कुचक्र नहीं चलने दिया जाएगा। ओवैसी को साक्षी पर बोलते नहीं सुना। दमोह पर लंबी तकरीर कर रहे हैं। साक्षी, श्रद्धा पर तकरीर नहीं की। उनकी ये पीड़ा है। उनकी यही मानसिकता जिहादी कहलाती है।”
"VIDEO | “Any conspiracy for (religious) conversion will not be allowed in Madhya Pradesh. Never heard (Asaduddin) Owaisi giving a statement on Sakshi (victim of Shahbad Dairy murder case) and Shraddha (Walkar),” says MP Home Minister Narottam Mishra in response to AIMIM chief's… pic.twitter.com/hY3EZG0juz
— Press Trust of India (@PTI_News) June 9, 2023
दरअसल, दमोह के गंगा जमना स्कूल में हिंदू लड़कियों को हिजाब पहनाने को लेकर छिड़े विवाद पर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि बीजेपी को मुस्लिम और उनकी लड़कियों के हिजाब पहनने दोनों से नफरत है।