इंडी गठबंधन में आम आदमी पार्टी और कॉन्ग्रेस के बीच सीटों का समझौता हो गया है। कॉन्ग्रेस और आम आदमी पार्टी ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसकी घोषणा की है। इस समझौते के तहत दिल्ली में आप-कॉन्ग्रेस ने सीटों का बंटवारा कर लिया है, तो पंजाब में सीटों ही पार्टियाँ आमने-सामने की लड़ाई लड़ेंगी। यही नहीं, गोवा और चंडीगढ़ में कॉन्ग्रेस पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी, तो गुजरात में आम आदमी पार्टी को जो सीट दी गई है, उससे कॉन्ग्रेस में ही बगावत होती नजर आ रही है।
गुजरात की भरूच सीट पर अहमद पटेल के परिवार की दावेदारी है, लेकिन ये सीट आम आदमी पार्टी को दे दी गई है, जिसकी वजह से अहमद पटेल की बेटी और बेटे नाराज हैं। कुछ ऐसा ही हाल उत्तर प्रदेश में भी दिख रहा है। उत्तर प्रदेश में फर्रुखाबाद सीट को समझौते के तहत समाजवादी पार्टी को दे दी गई है, ये सीट सलमान खुर्शीद की पारंपरिक सीट मानी जाती है। ऐसे में कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने अपनी नाराजगी खुल कर जाहिर कर दी है।
कॉन्ग्रेस-आम में सीटों का बँटवारा
बता दें कि आम आदमी पार्टी और कॉन्ग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा कर लिया है। दिल्ली में दोनों पार्टियों ने सीट बाँट ली है, लेकिन पंजाब में भगवंत मान के दबाव के आगे किसी की नहीं चली। पंजाब में आम आदमी पार्टी सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, वहीं कॉन्ग्रेस ने भी अपनी जिद नहीं छोड़ी। ऐसे मे पंजाब की सभी सीटों पर कॉन्ग्रेस और आप के बीच फ्रेंडली फाइट होगी। वहीं, चंडीगढ़ की सीट आम आदमी पार्टी ने छोड़ दी है। इस सीट पर कॉन्ग्रेस चुनाव लड़ेगी। इन दोनों पार्टियों में गुजरात, गोवा को लेकर भी समझौता हो गया है, तो हरियाणा की सीट भी दोनों पार्टियों ने बाँट ली है।
दिल्ली में दोनों पार्टियों के नेताओं ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीट-शेयरिंग का ऐलान किया। कॉन्ग्रेस महासचिव और सांसद मुकुल वासनिक ने इसका ऐलान किया। उन्होंने कहा, “आम आदमी पार्टी और कॉन्ग्रेस ने दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, चंडीगढ़ और गोवा में सीटों का बंटवारा किया है। इसके तहत दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में से 3 पर कॉन्ग्रेस पार्टी चुनाव लड़ेगी, तो आम आदमी पार्टी 4 सीटों पर लड़ेगी। दिल्ली में आप को नई दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली की सीट दी गई है, तो कॉन्ग्रेस चाँदनी चौक, उत्तर-पूर्वी दिल्ली और उत्तर पश्चिमी दिल्ली सीट पर चुनाव लड़ेगी।”
Delhi | Congress and AAP announce seat-sharing for the upcoming Lok Sabha elections 2024.
— ANI (@ANI) February 24, 2024
Congress general secretary and MP Mukul Wasnik says, "Delhi Lok Sabha has 7 seats. AAP will contest on 4 – New Delhi, West Delhi, South Delhi and East Delhi; Congress will contest on 3 -… pic.twitter.com/rxi2i5fBqF
वासनिक ने बताया ” गुजरात की 26 लोकसभा सीटों में से 24 पर कॉन्ग्रेस लड़ेगी, तो 2 सीटों पर आम आदमी पार्टी। गुजरात में भरूच और भावनगर सीटें आम आदमी पार्टी को दी गई हैं। वहीं, हरियाणा में कॉन्ग्रेस पार्टी 10 में से 9 सीटों पर लड़ेगी, तो आम आदमी पार्टी एक सीट पर चुनाव लड़ेगी। हरियाणा की कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट आम आदमी पार्टी को दी गई है। इसके अलावा चंडीगढ़ और गोवा में कॉन्ग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी। गोवा में जिस सीट से आम आदमी पार्टी ने उम्मीदवार की घोषणा की है, वो अपनी दावेदारी वापस ले लेगी।” हालाँकि पंजाब में दोनों ही पार्टियाँ अलग-अलग चुनाव लड़ेंगी।
Delhi | Congress and AAP announce seat-sharing in Delhi, Gujarat, Haryana, Chandigarh and Goa
— ANI (@ANI) February 24, 2024
In Delhi (7 seats), Congress to contest on 3 and AAP on 4
In Gujarat (26 seats), Congress to contest on 24 and AAP on 2 (in Bharuch and Bhavnagar)
In Haryana (10 seats), Congress to… pic.twitter.com/vCauAdvkUm
इधर सीट शेयरिंग का ऐलान, उधर दिखने लगी नाराजगी
कॉन्ग्रेस पार्टी और आम आदमी पार्टी ने सीटों का बँटवारा जरूर कर लिया है, लेकिन उनकी मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। गुजरात की भरुच सीट हमेशा से अहमद पटेल के पास रही थी, लेकिन इस बार वो सीट समझौते के तहत आम आदमी पार्टी को दे दी गई है। भरुच सीट पर अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल और बेटे फैसल पटेल, दोनों ही दावेदारी कर रहे थे। फैसल पटेल ने खुलेआम 22 फरवरी को ही बगावत का ऐलान कर दिया था। उन्होंने एक्स पर लिखा, “अगर अगले लोकसभा चुनाव में गठबंधन के तहत भरुच लोकसभा सीट आम आदमी पार्टी को दी जाती है, तो आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार का न तो मैं ही समर्थन करूँगा और न ही कॉन्ग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता उसका समर्थन करेंगे।”
આગામી લોકસભા ચૂંટણીમાં ગઠબંધન હેઠળ ભરૂચ લોકસભા સીટ આપ પાર્ટીને ફાળવવામાં આવશે તો હું કે કોંગ્રેસ પાર્ટીના સંનિષ્ઠ કાર્યકરો આપ પાર્ટીના ઉમેદવારનું સમર્થન નહીં કરીએ. @INCIndia @INCGujarat
— Faisal Ahmed Patel (@mfaisalpatel) February 22, 2024
इस बीच, अपने भाई से अलग तेवर अपना रही अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल ने भी कई बार भरुच लोकसभा सीट पर अपनी दावेदारी की बात कही है। मुमताज पटेल ने खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर की है। हालाँकि उन्होंने कहा है कि वो अपने पिता की 45 साल की विरासत को नहीं छोंड़ेगी। उनका आशय ये है कि वो कॉन्ग्रेस पार्टी में तो बनी रहेंगी, लेकिन दुखी मन से।
Deeply apologize to Our district cadre for not being able to secure the Bharuch Lok Sabha seat in alliance.I share your disappointment.Together, we will regroup to make @INCIndia stronger .We won’t let @ahmedpatel 45 years of Legacy go in vain. #bharuchkibeti
— Mumtaz Patel (@mumtazpatels) February 24, 2024
उत्तर प्रदेश में सलमान खुर्शीद नाराज
आम आदमी पार्टी और कॉन्ग्रेस के बीच सीट समझौते से पहले उत्तर प्रदेश में इंडी गठबंधन ने सीट समझौते का ऐलान किया था। कॉन्ग्रेस पार्टी और समाजवादी पार्टी ने 17-63 सीटें आपस में बाँटी थी। इसमें से एक सीट फर्रुखाबाद भी है। इस सीट को पारंपरिक तौर पर सलमान खुर्शीद की सीट और कॉन्ग्रेस का गढ़ माना जाता था, लेकिन इस सीट को समाजवादी पार्टी को दे दिया गया है। इसके बाद सलमान खुर्शीद ने अपनी नाराजगी जताई है।
सलमान खुर्शीद ने एक्स पर लिखा, “फ़र्रुख़ाबाद से मेरे रिश्तों के कितने इम्तहान का सामना करना पड़ेगा? सवाल मेरा नहीं, पर हमारे सब के मुस्तक़ाबिल का है, आने वाली नस्लों का है। क़िस्मत के फ़ैसलों के सामने कभी झुका नहीं। टूट सकता हूँ, झुकूँगा नहीं। तुम साथ देने का वादा करो, मैं नगमे सुनाता रहूँ।”
फ़र्रुख़ाबाद से मेरे रिश्तों के कितने इम्तहान का सामना करना पड़ेगा? सवाल मेरा नहीं पर हमारे सब के मुस्तक़ाबिल का है, आने वाली नस्लों का है। क़िस्मत के फ़ैसलों के सामने कभी झुका नहीं । टूट सकता हूँ , झुकूँ गा नहीं। तुम साथ देनेका वादा करो, मैं नघमे सुनाता रहूँ
— Salman Khurshid (@salman7khurshid) February 23, 2024
कॉन्ग्रेस ही नहीं, आप-सपा भी झेलेंगी बगावत की गर्मी!
सलमान खुर्शीद ने शायराना अंदाज में बहुत कुछ कह दिया है। अगर कॉन्ग्रेस और सपा ने उन्हें कहीं एडजस्ट नहीं किया, तो बहुत हद तक संभव है कि वो बगावत कर सकते हैं। ऐसा ही हाल भरुच सीट पर देखने को मिल सकता है। भले ही अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल कॉन्ग्रेस में रहने की बात कर रही हों, लेकिन उनका दर्द और उनकी बेचैनी साफ दिखती है। वहीं, अहमद के बेटे फैसल ने तो खुलेआम कह ही दिया है कि भरुच के कॉन्ग्रेसियों को आम आदमी पार्टी का उम्मीदवार मंजूर नहीं।
यही नहीं, अभी बगावत आम आदमी पार्टी में भी हो सकती है। नॉर्थ-ईस्ट की एक लोकसभा सीट पर आम आदमी पार्टी ने जिस प्रत्याशी का ऐलान किया है, उसकी कोई खबर नहीं आ रही है। वहीं, चंडीगढ़ और गोवा में भी पार्टी में बगावत हो सकती है। रही बात पंजाब की, तो दोनों पार्टियों के आमने-सामने चुनाव लड़ने पर क्या नुकसान हो सकता है, इसका बात का पता तो लोकसभा चुनाव के नतीजों के सामने आते ही चल पाएगा।