Sunday, November 17, 2024
Homeराजनीति'कॉन्ग्रेस नेताओं के कारण हुआ देश का बँटवारा, देशभक्ति दिवस के रूप में मनाई...

‘कॉन्ग्रेस नेताओं के कारण हुआ देश का बँटवारा, देशभक्ति दिवस के रूप में मनाई जाए नेताजी की जयंती’

"हम हिंदू नहीं हैं, हम मुस्लिम नहीं हैं, हम सिख नहीं हैं, हम बौद्ध नहीं हैं, हम भारतीय हैं। आजाद हिंद फौज की भावना को पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि भारत के लोग और युवा नेता, नेता जी की विचारधाराओं के लिए उठे, समावेशी हो, धर्मनिरपेक्ष हो और एक हो।"

पश्चिम बंगाल भाजपा उपाध्यक्ष और आज़ाद हिन्द फ़ौज के संस्थापक सुभाष चंद्र बोस के पोते चंद्र कुमार बोस ने मंगलवार (जनवरी 21, 2019) को कहा कि देश का बँटवारा कॉन्ग्रेस के सांप्रदायिक नेताओं के कारण हुआ। साथ ही उन्होंने नेताजी का जन्मदिन देशभक्ति दिवस के रूप में मनाए जाने की मॉंग की है।

चंद्र कुमार बोस के मुताबिक जिन्ना शुरुआत में धर्मनिरपेक्ष थे और वे विभाजन नहीं चाहते थे। लेकिन, कॉन्ग्रेस ने उन्हें इसके लिए मजबूर किया। उन्होंने कहा कि जब जिन्ना को लगा कि वे भारत में सत्ता में साझीदार नहीं बन सकते तो उन्होंने 1940 में लाहौर सम्मेलन में पाकिस्तान के मुद्दे को उठाया।

उन्होंने कहा, “कॉन्ग्रेस के सांप्रदायिक नेताओं के कारण भारत विभाजित हो गया। सरदार पटेल, पंडित (जवाहरलाल) नेहरू और यहाँ तक कि महात्मा गाँधी ने भी इस विभाजन को न चाहते हुए स्वीकार किया। 1955 तक पाकिस्तान एक धर्मनिरपेक्ष राज्य था। जिन्ना का निधन होने के बाद वह इस्लामिक राज्य बन गया। लेकिन भारत एक धर्मनिरपेक्ष राज्य रहा और यही भारत की आत्मा है।”

उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन 23 जनवरी को ‘देशभक्ति दिवस’ घोषित करने की माँग भी की। इसको लेकर एक मार्च में भाग लिया। बोस ने कहा कि ‘जय हिंद’ एक नारा था जिसका इस्तेमाल आजाद हिंद सरकार और आजाद हिंद फौज में किया गया था। उन्होंने कहा, “यह सभी धर्मों, सभी समुदायों, सभी जाति और पंथों को एक करता है, इसलिए सभी राजनीतिक दलों को ‘जय हिंद’ का उपयोग करना चाहिए। इससे कोई कठिनाई या कोई समस्या नहीं होगी।”

बोस ने कहा, “हम हिंदू नहीं हैं, हम मुस्लिम नहीं हैं, हम सिख नहीं हैं, हम बौद्ध नहीं हैं, हम भारतीय हैं। आजाद हिंद फौज की भावना को पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि भारत के लोग और युवा नेता, नेता जी की विचारधाराओं के लिए उठे, समावेशी हो, धर्मनिरपेक्ष हो और एक हो।”

‘कुछ लोग नहीं चाहते मेरे पिता की मौत का रहस्य सुलझे’, बोस की बेटी ने की मोदी से अस्थियों के DNA टेस्ट की माँग

DU में लगी सावरकर-बोस-भगत सिंह की प्रतिमा, प्रपंची लिबरल्स के आँसुओं से यमुना में बाढ़

कहानी राजर्षि की: जिसे बोस और पटेल की तरह कॉन्ग्रेस अध्यक्ष का पद त्यागना पड़ा, कारण- नेहरू

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -