कॉन्ग्रेस सांसद धीरज प्रसाद साहू के ठिकानों पर पड़ी आयकर विभाग की रेड के बाद वह पहली बार कैमरे पर आए। उन्होंने मीडिया के सामने आकर कहा है कि ये कोई उनका अपना पैसा नहीं है और न ही कॉन्ग्रेस का पैसा है। ये उनके फैमिली बिजनेस से आया पैसा है जिसके बारे में सिर्फ उनका परिवार ही बताएगा।
भारतीय जनता पार्टी द्वारा लगाए जा रहे काला धन के इल्जाम में उन्होंने कहा, “मैंने आपको पहले ही कहा है कि ये जो पैसा है ये परिवार द्वारा चलाई जा रही कंपनियों का है। इनकम टैक्स का जवाब आने दीजिए कि ये काला धन है या सफेद धन। मैं बिजनेस लाइन में नहीं हूँ। परिवार वाले इसका जवाब देंगे। मुझे नहीं पता कि लोग इसको कैसे देख रहे हैं लेकिन मैं बस इतना कह सकता हूँ कि इन सबका कॉन्ग्रेस या अन्य किसी पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है।”
धीरज साहू ने छापेमारी शुरू होने के करीब 10 दिन बाद कैमरे पर आकर कहा कि ये जो पैसा उनका दिखाया जा रहा है ये असल में उनका है नहीं। उनके परिवार से संबंधित फर्मों का है। इनकम टैक्स ने छापा मारा है तो हर चीज का हिसाब दिया जाएगा। उन्होंने अपने ऊपर हुई कार्रवाई को लेकर कहा,
“मैं तकरीबन 30-35 साल से सक्रिय राजनीति में हूँ और यह पहली ऐसी वारदात हुई मेरे साथ में… जिससे मेरे दिल में काफी चोट पहुँची है… मैं हमेशा से चाहता था कि मेरे ऊपर कोई विवाद न हो, लेकिन अब विवाद खड़ा हो गया है तो मैं अपने और अपने परिवार के बारे में जानकारी देना चाहता हूँ।”
#WATCH | Delhi | First reaction of Congress MP Dhiraj Prasad Sahu on I-T raids and recovery of hundreds of crores of rupees in cash from premises linked to him.
— ANI (@ANI) December 15, 2023
On BJP's allegation of the cash being black money, he says, "I have already said that the money is from the business… pic.twitter.com/W8PEx1DHlN
सांसद कहते हैं, “हम लोगों ने काफी विकास का काम किया है। चाहे वो राँची हो, लोहरदगा हो या अन्य जगह हो। ओडिशा हो जगह-जगह हमने काफी कुछ किया है। पिता स्वर्गीय राय साहब बलदेव साहू भी समाज सेवा करते थे। कई स्कूल-कॉलेज खोले। इसके बावजूद जो हम लोगों के साथ हुआ, इससे बहुत बुरा लग रहा है।”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने जोर देकर बस यही बात कही, “जो भी पैसा पकड़ा गया, वो फर्म का पैसा है। हम लोगों को शराब के व्यवसाय में 100 साल से ऊपर हो चुका है, उसकी सारी जानकारी में आपको दे रहा हूँ। हमने इससे काफी कुछ किया। काफी रेवेन्यू दिया। इसके बावजूद मेरे साथ ऐसा हुआ। मैं काफी आहत हूँ।”
साहू ने यह भी कहा, “मैं दिल्ली में ही था, आप लोगों से मिलना चाहता था, कुछ परिस्थितियाँ ऐसी हो गई थीं। मुझे लोगों के सामने आने में भी शर्म आ रही थी। मैं राजनीति छोड़कर बिजनेस में ज्यादा ध्यान ही नहीं देता। इसे मेरे परिवार के लोग करते हैं। मैं सिर्फ बीच-बीच में उनके पूछता रहता हूँ।”
धीरज साहू के घर छापा
बता दें कि 6 दिसंबर 2023 को आयकर विभाग ने कॉन्ग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की थी। यह कार्रवाई झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के अलग-अलग जगहों पर एक साथ हुई थी। आखिरकार 6 दिन के बाद यह रेड पूरी हो गई है।
इस छापेमारी के दौरान नोटों का इतना बड़ा जखीरा मिला है कि उसे गिनने में मशीनों के भी सांस फूल गए। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार 350 करोड़ रुपए अधिक नगद मिली है। कुछ रिपोर्टों में करीब 500 करोड़ रुपए मिलने की बात कही गई है। करीब 17 किलो सोने के जेवर और 40 सोने के बिस्कुट भी मिले हैं।
धीरज साहू का कारोबार
जानकारी के लिए बताते चलें कि कॉन्ग्रेस सांसद धीरज प्रसाद साहू और उनके रिश्तेदारों का शराब का बड़ा कारोबार है। बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज मूल रूप देशी शराब बनाने का काम करती है। इस धंधे में कंपनी करीब चार दशक से है। कंपनी का नाम धीरज साहू के पिता बलदेव साहू के नाम पर है। कॉन्ग्रेस सांसद के अलावा उनके परिवार के अन्य सदस्य भी कंपनी में शामिल हैं।
इनकम टैक्स विभाग की रेड में धीरज साहू के ठिकानों से 354 करोड़ की नकदी मिली थी, जिसे गिनने का काम एसबीआई की तीन शाखाओं में कई दिनों तक चला। जब बैंक लॉकरों को खोला गया तो अधिकारियों की आँखें खुली की खुली रह गई। लॉकरों से दस्तावेजों के साथ ही सोने के बिस्किट, सोने के जेवरात और हीरे भी बरामद हुए हैं।