झारखंड विधानसभा में नमाज के लिए कमरे के आवंटन के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जारी खींचतान थमती नहीं दिख रही है। बुधवार (8 सितंबर 2021) को हेमंत सोरेन सरकार की तुष्टिकरण की नीति के खिलाफ बीजेपी विधानसभा का घेराव करेगी। उससे पहले मंगलवार को बीजेपी विधायकों ने सदन में ही हनुमान चालीसा का पाठ किया।
भाजपा विधायकों ने रामनामी पहन रखा था। देवघर के विधायक नारायण दास बेलपत्र की माला और माथे पर त्रिपुंड लगाकर सदन में पहुँचे थे। BJP विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी ने दैनिक भास्कर से कहा, “विधानसभा को संकट से मुक्ति दिलाने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं।” वहीं सारठ से विधायक रंधीर सिंह ने कहा, “सरकार जब तक नमाज अदा करने के लिए अलग कमरे के अलॉटमेंट का आदेश वापस नहीं ले लेती, तब तक हम हनुमान चालीसा का पाठ करते रहेंगे।”
इससे पहले मॉनसून सत्र के दूसरे दिन सोमवार को भी सदन में इस मुद्दे पर हंगामा हुआ था। कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी विधायक वेल में आ गए थे। उन्होंने जय श्रीराम और हर हर महादेव के नारे लगाए थे। बाद में सदन के बाहर बीजेपी विधायकों ने ढोलक और झाल के साथ कीर्तन कर नमाज के लिए कमरे का आवंटन रद्द करने की माँग की।
इस संबंध में आदेश जारी किए जाने के बाद से ही पार्टी हेमंत सोरेन सरकार की तुष्टिकरण का विरोध कर रही है। बीजेपी का कहना है कि जब तक नमाज के लिए कमरा आवंटन रद्द नहीं किया जाता, तब तक यह विरोध जारी रहेगा। गौरतलब है कि 2 सितंबर को जारी आदेश में कहा गया है कि राज्य के नए विधानसभा भवन में एक कमरा नमाज पढ़ने के लिए आवंटित किया गया है। विधानसभा के उप सचिव नवीन कुमार के हस्ताक्षर से जारी आदेश में कहा गया है, “नए विधानसभा भवन में नमाज अदा करने के लिए नमाज कक्ष के रूप में कमरा संख्या TW-348 आवंटित किया जाता है।”
भाजपा ने इस फैसले पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि विधानसभा में हिंदुओं को भी ‘हनुमान चालीसा पढ़ने’ के लिए अलग कमरा आवंटित किया जाए। मरांडी ने आदेश पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि लोकतंत्र का मंदिर, लोकतंत्र के मंदिर के रूप में ही रहना चाहिए। उन्होंने कहा था, “झारखंड विधानसभा में नमाज के लिए अलग कमरा आवंटित करना गलत है। हम इस फैसले के खिलाफ हैं।”
झारखण्ड में तुष्टिकरण की राजनीति कर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली सरकार के खिलाफ 8 सितंबर को भाजपा के हज़ारों कार्यकर्ताओं और झारखण्ड की जनता के द्वारा होगा विधानसभा का घेराव.#विधानसभा_चलो pic.twitter.com/aPcd5bwMKU
— Deepak Prakash (@dprakashbjp) September 7, 2021
इस फैसले के विरोध में बीजेपी ने बुधवार को विधानसभा के घेराव का ऐलान कर रखा है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने ट्वीट कर कहा है, “झारखण्ड में तुष्टिकरण की राजनीति कर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली सरकार के खिलाफ 8 सितंबर को भाजपा के हज़ारों कार्यकर्ताओं और झारखण्ड की जनता के द्वारा होगा विधानसभा का घेराव किया जाएगा।”